15 जुलाई को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) मंगल ग्रह के लिए मिशन (Mars mission) लॉन्च करेगा. अरब देशों की दुनिया में यूएई पहला देश होगा जो मंगल के लिए अपना रॉकेट रवाना करेगा. इसके लिए तैयारी तेज कर दी गई हैं. यह मिशन अगले साल फरवरी में मंगल ग्रह की कक्षा में पहुंच जाएगा. यूएई अगर इस मिशन को सफलता से पूरा कर लेता है तो इस अरब देश के लिए यब बड़ी अपलब्धि साबित होगी.
2014 से चल रही थी 'होप मार्स मिशन' की तैयारी
संयुक्त अरब अमीरात इस मिशल की तैयारी 2014 से कर रहा था. इस मिशन को 'होप मार्स मिशन' का नाम दिया गया है. 15 जुलाई को लांच होने वाले इस मिशन को लेकर वैज्ञानिकों की टीम दिन रात तैयारी कर रही है. इस मिशन के पूरा होने के बाद यूएई दुनिया के उन देशों में गिना जाए जो मंगल तक पहुंच चुके हैं.
सिर्फ मंगल का चक्कर लगाएगी सैटेलाइट
इस मिशन में मंगल ग्रह पर सैटेलाइट, रोवर या रोबोट नहीं उतरेगा. मंगल ग्रह के चारों तरफ उसकी कक्षा में चक्कर लगाने वाला सैटेलाइट लॉन्च करेंगे. जो हमें पूरे मार्शियन ईयर और वहां के क्लाइमेट की जानकारी देगा. इस मिशन का मकसद मंगल के वातावरण में हो रहे बदलाव और वहां ऑक्सीजन और हाइड्रोजन की जानकारी जुटाना है. इससे मिलने वाले डाटा को दुनिया के 200 से अधिक संस्थानों को स्टडी के लिए दिया जाएगा. गौरतलब है कि जुलाई में ही चीन और अमेरिका भी अपने मंगल मिशन को लांच करने वाले हैं. इन तीनों ही देशों की लांच विंडो एक है लेकिन समय अलग-अलग हैं.
Source : News Nation Bureau