नए तकनीकों का उपयोग कर पवित्र मस्जिदों के तीर्थयात्रियों को उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्रदान करने के लिए सऊदी अरब (Saudi Arab) ने दुनिया का सबसे बड़ा कूलिंग प्लांट मक्का (Maqqa) मस्जिद में स्थापित किया है, ताकि उपासक अल-हरम के अंदर शांत और ताजा वातावरण में अपना अनुष्ठान करे. दो पवित्र मस्जिदों में सामान्य प्रेसीडेंसी पराबैंगनी प्रकाश वायु शोधन तकनीक का उपयोग करके ग्रैंड मस्जिद के अंदर ताजी हवा सुनिश्चित करने पर काम करती है. सऊदी गजट की रिपोर्ट के अनुसार, मस्जिद में अच्छी तरह से ताजी हवा छोड़ने से पहले छानने की प्रक्रिया दिन में नौ बार की जाती है.
वायु फिल्टरेशन प्रक्रिया पर करता है काम
वायु फिल्टरेशन प्रक्रिया, जो 100 प्रतिशत वायु शुद्धता सुनिश्चित करती है, वो तीन चरणों में किया जाता है. अर्थात प्रशंसकों का उपयोग करते हुए फिल्टर में हवा ले जाना, प्रदूषकों और कणों को कैप्चर करना और फिर स्वच्छ हवा देता है. प्रेसीडेंसी के संचालन और रखरखाव प्रशासन के निदेशक, मोहसिन अल-सलामी ने बताया कि ग्रैंड मस्जिद के अंदर दो कूलिंग स्टेशन हैं जो दुनिया में अपनी तरह के सबसे बड़े हैं. अजयद स्टेशन, जो 35,300 रेफ्रिजरेटर टन का उत्पादन करता है और नया केंद्रीय स्टेशन 120,000 रेफ्रिजरेटर टन का उत्पादन करता है. अल-सलामी ने बताया कि प्रेसीडेंसी खराबी के मामले में भी निर्धारित तापमान को बनाए रखने के लिए मुख्य कूलिंग के अलावा बैकअप कूलिंग स्टेशन भी उपलब्ध कराती है और ग्रैंड मस्जिद के अंदर हवा की शुद्धता सुनिश्चित करती है, जिससे एयर कूलिंग सिस्टम का रखरखाव होता है. इंजीनियरों और तकनीशियनों द्वारा महत्वपूण योगदान दिया जाता है.
कोरोना का असर मक्का मदीना पर भी
हालांकि इस बार कोरोना संक्रमण के कारण मक्का मदीना में भी असर देखने को मिला. कोरोना का दूसरा रूप काफी खतरनाक साबित हो रहा है. ऐसे में कोरोना का कहर मक्का मदीना में भी देखने के लिए मिला. लोगों ने शुक्रवार को रमजान की पहल नमाज पढ़ी, लेकिन इस दौरान लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा. इतना ही नहीं यहां पर एक और नजारा सबसे बेहतरीन था कि गार्ड्स उन्हें धूप से बचाने के लिए छाता लेकर खड़े रहे.
HIGHLIGHTS
- मक्का में लगाया गया दुनिया का सबसे बड़ा कूलिंग स्टेशन
- तीर्थयात्रियों को देता है ठंडी हवा, इस्तेमाल में लाई गई तकनीक