कोरोनावायरस के कहर के बीच वैक्सीन के तय डोज से ज्यादा बार लेने का कई मामला सामने आने लगा है. न्यूजीलैंड में पैसे लेकर दूसरों के बदले 24 घंटे में 10 बार कोरोना वैक्सीन लेने तो बिहार में एक 84 साल के शख्स के अब तक 11 बार कोरोना टीके की खुराक लेने की खबर है. दुनिया भर में कोरोना वैक्सीन के बूस्टर डोज पर फिलहाल एक राय नहीं बन पाई है. इस बीच ऐसी दिल दहला देने वाली मिसाल का पता चला है. एक्सपर्ट्स ने इसे खतरनाक माना है. उनका कहना है कि ज्यादा बार वैक्सीन की डोज लेने की वजह से उनकी जान जोखिम में है और उन्हें तुरंत मेडिकल ऑब्जर्वेशन में जाना चाहिए.
रिपोर्ट्स के मुताबिक बिहार के मधेपुरा जिले में पुरैनी प्रखंड के औराय गांव में रहने वाले 84 साल के ब्रह्मदेव मंडल ने बीते 10 महीने में अलग-अलग जगहों पर 11 बार कोरोना वैक्सीन का टीका ले लिया. 12वां डोज लेने जब चौसा केंद्र पर गए तो लोगों ने उन्हें पहचान लिया. इसके बाद मामले का पर्दाफाश हुआ. वे मोबाइल नंबर बदल-बदलकर टीके की खुराक लेते थे. लंबे समय तक ग्रामीण चिकित्सक का काम कर चुके ब्रह्मदेव मंडल का कहना है कि टीका लेने के बाद उनके घुटनों का दर्द कम हुआ है. इस कारण उन्होंने इतनी वैक्सीन ले ली. सिविल सर्जन ने इसे नियम के खिलाफ बताया. मामले की जांच के आदेश दिए जा चुके हैं.
बिहार से पहले इंदौर का मामला
बीके साल 29 दिसंबर को एक महिला को इंदौर एयरपोर्ट पर हुए टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद एयरइंडिया की दुबई जाने वाली फ्लाइट में बोर्डिंग करने से रोक दिया गया. 44 साल की दुबई में रहने वाली इस महिला ने कोविड-19 की 2 अलग-अलग वैक्सीन की 4 डोज लगवा रखी थी. इंदौर हेल्थ डिपार्टमेंट की मेडिकल ऑफिसर डॉ प्रियंका ने पीटीआई से कहा था कि सामान्य नियमों के तहत इंदौर-दुबई वीकली फ्लाइट से जानेवाले लोगों का रैपिंड RT-PCR टेस्ट किया जाता है. वहीं कर्नाटक में स्वास्थ्यकर्मियों के कोरोना वैक्सीन के तीसरे डोज लिए जाने की खबर भी सामने आई थी.
इटली और जर्मनी में भी मामले
मई 2021 में इटली में 23 साल की इस महिला को एक साथ वैक्सीन की 6 खुराक गलती से दे गई. अस्पताल की नर्स ने महिला को फाइजर-बायोएनटेक वैक्सीन की 6 डोज एक साथ ही दे डाली थी. इसके बाद पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया. महिला को डॉक्टरों की निगरानी में भेज दिया गया. जहां बड़ी मुश्किल से उसकी जान बचाई जा सकी. इससे पहले साल 2020 में जर्मनी में 8 लोगों को कोरोना वैक्सीन की पांच डोज एक साथ दे दी गई थी. उसको लेकर भी स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया था. सबको अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा. प्रशासन ने माफी भी मांगी. हालांकि वैक्सीन निर्माता कंपनियों की ओर से इस मामले में कोई बयान सामने नहीं आया.
बेहद चिंताजनक स्थिति
दूसरी ओर, न्यूजीलैंड के एक शख्स के लिए जीवनरक्षक कोरोना वैक्सीन ही जान का जोखिम बन गई. कोरोना वैक्सीन की ओवरडोज की वजह से मेडिकल एक्सपर्ट्स ने उसको लेकर कई तरह की हिदायतें दी हैं. इस शख्स ने 24 घंटे में कोरोना वैक्सीन की 10 डोज लगवा लीं. खबर सामने आने के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय हरकत में आया और जांच के आदेश दे दिए. रिपोर्ट्स के मुताबिक वैक्सीन की हर डोज के लिए शख्स को पैसे दिए गए थे. उसने एक दिन में कई वैक्सिनेशन सेंटर्स का दौरा किया था. न्यूजीलैंड स्वास्थ्य मंत्रालय के वैक्सिनेशन प्रोग्राम के समूह प्रबंधक एस्ट्रिड कोर्ननीफ ने कहा कि यह बहुत चिंताजनक स्थिति और हम कई एजेंसियों के संपर्क में हैं. आपको किसी ऐसे शख्स के बारे में पता है जिसने वैक्सीन की कई डोज ली हो तो उसे जल्द से जल्द डॉक्टर से मिलने की सलाह दें.
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जान का जोखिम बढ़ा
इसके साथ ही दुनिया भर में कोरोना वैक्सीन के ओवरडोज को लेकर जानकारों के बीच बहस छिड़ गई है. भारत में आईसीएमआर ने बीते साल ही रिपोर्ट जारी कर बताया था कि कोरोना वैक्सीन के ओवरडोज से एक शख्स की मौत हो गई थी. ऑकलैंड यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर निक्की टर्नर ने कहा कि इस्तेमाल की जा रही वैक्सीन को प्रारंभिक डेटा के आधार पर बनाया गया था. यह शरीर में मजबूत इम्युनिटी सिस्टम विकसित करता है. वैक्सीन की कई डोज लेना हानिकारक है. फिलहाल स्वास्थ्य पर इसके किस तरह के दुष्प्रभाव देखने को मिलते हैं, इसकी कोई खास जानकारी उपलब्ध नहीं है. इसके बावजूद स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि यह सुरक्षित नहीं है. वैक्सीन के ओवरडोज ने जान के लिए जोखिम पैदा कर दिया है.
HIGHLIGHTS
- दुनिया भर में कोरोना वैक्सीन के बूस्टर डोज पर फिलहाल एक राय नहीं
- मंडल मोबाइल नंबर बदल-बदलकर कोरोना वैक्सीन की खुराक लेते थे
- वैक्सीन की कई डोज ली हो तो जल्द से जल्द डॉक्टर से मिलने की सलाह