जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर बुरी तरह पिट चुके पाकिस्तान के हुक्मरान भारत को परमाणु युद्ध की गीदड़ भभकी दे रहे हैं. कारगिल युद्ध के दौरान पीछे से वार करने वाले कायर पाकिस्तान को सबक सीखाने के लिए भारत ने अपनी वायुसेना को बेहद मजबूत कर चुका है. और यह लगातार जारी है. लड़ाकू विमान के बेड़ों को और मजबूती देने के लिए वायुसेना उन्नत मिग-29 श्रेणी के 21, तो सुखोई-30 के दर्जन भर विमान हासिल करने जा रही है. आइए जानें हमारी एयर फोर्स के सामने कहां टिकता है पाकिस्तान...
भारतीय वायुसेना की ताकत
- भारतीय वायुसेना में जवानों की संख्या करीब 1.40 लाख है.
- भारत के वायुसेना पास 2082 एयरक्राफ्ट
- भारतीय वायुसेना के पास 520 फाइटर एयरक्राफ्ट हैं
- भारतीय वायुसेना के पास 694 अटैक एयरक्राफ्ट हैं
- भारतीय वायुसेना के पास 692 हेलीकॉप्टर हैं
- भारतीय वायुसेना के बेड़े में सुखोई-30 एमकेआई, मिराज 2000, मिग-29, मिग 27, मिग-21 और जगुआर फाइटर प्लेन है जबकि हेलिकॉप्टर श्रेणी में एमआई-25/35, एमआई-26, एमआई-17, चेतक और चीता हेलिकॉप्टर हैं वहीं ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट में सी-130 जे, सी-17 ग्लोबमास्टर, आईएल-76, एए-32 और बोइंग 737 जैसे प्लेन शामिल हैं.
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कारगिल के बाद वायुसेना कैसे हुई मजबूत
- साल 2000 में भारत ने 140 सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान खरीदने के लिये रुस से करार किया था.
- वर्ष 2004 में भारत ने इजरायल से फाल्कन अर्ली वॉर्निंग डिफेंस सिस्टम एयरक्राफ्ट खरीदे
- 2004 में 10 मिराज विमान की डील हुई जिनकी डिलिवरील 2007 में हुई
- भारत ने 6 सी-130 जे सुपर हरक्यूलिस विमान 2008 में खरीदे
- 2010 में ब्रिटेन से भारत ने करीब एक अरब डॉलर में 57 हॉक जेट ट्रेनर लिए थे
- 2010 में इटली ने भी भारत को 12 AW101 हेलिकॉप्टर बेचे
- 2010-11 50 सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान खरीद की डील की
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- 48 मिराज विमानों को फ्रांस के रक्षा उद्यम डसाल्ट विमानन और थेल्स की मदद से अपग्रेड करने के लिए जुलाई 2011 में दस हजार करोड़ रुपये का करार किया गया था.
- अमेरिका के साथ 2011 मे हुए समझौते के तहत दस ‘ग्लोबमास्टर’ सी-17 विमानों का ऑर्डर दिया गया था
- फ्रांस से सितंबर 2016 में 36 राफेल विमान खरीद पर मुहर , सितंबर 2019 से शुरु होगी डिलवरी .. 2022 तक सारे राफेल विमान आ जायेंगे
- अक्टूबर 2018 में भारत ने रूस के साथ एस-400 सर्फेस टू एयर मिसाइल सिस्टम का सौदा किया . रूस अक्तूबर 2020 से मिसाइल के पहले स्कवाड्रन की डिलीवरी शुरू कर देगा. सभी पांच स्कवाड्रन की डिलिवरी अप्रैल 2023 तक हो जाएंगी.
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- नवम्बर 2016 में अमेरिका से होवित्जर गन खरीद का कांट्रैक्ट साइन की थी , 9 नवंबर 2018 को K9 वज्र. M777 होवित्जर. दोनों आर्टिलरी गन्स भारतीय सेना को सौंप दी गयी . महाराष्ट्र के देवलाली आर्टिलरी सेंटर पर हुए एक प्रोग्राम में रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने आधिकारिक तौर पर इन दोनों को सेना में शामिल किया था . 2020 तक कुल 100 K9 और 145 M777 सेना में इस्तेमाल के लिए आएंगी.ये दोनों 155 एमएम की गन्स हैं.K9 वज्र को मैदानी और रेगिस्तानी इलाकों में इस्तेमाल किया जाएगा.
- भारत अमेरिका की बोइंग कंपनी से कुल 15 चिनूक और 22 अपाचे हेलिकॉप्टर खरीद रहा है. इसके लिए दोनों देशों में कुल 3 बिलियन डॉलर का सौदा हुआ है . पहला अपाचे मई 2019 में वायुसेना को उपलब्ध हुआ . हालांकि सितंबर 2015 में ये डील साइन हुई थी .
- 2017 में 6 अतिरिक्त हरक्यूलिस सी130जे विमान खरीदे गये