ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ( British Prime Minister Boris Johnson) के साथ मुश्किलों का नाता छूटता नहीं दिखता. एक बार फिर उनकी सरकार संकटों से घिर गई है. इस बार उनके करीबी दो मंत्रियों ने मंगलवार रात को इस्तीफा दे दिया है. पहले से ही विवादों और मुश्किलों में घिरे ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन पर भी पद छोड़ने का दबाव बढ़ गया है. रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सुनक ( Rishi Sunak) और स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद ( Sajid Javid) ने इस्तीफा दे दिया था. पीएम बोरिस जॉनसन ने अब सुनक की जगह नादिम जाहवी को नया वित्त मंत्री और ब्रिटिश कैबिनेट के चीफ ऑफ स्टाफ स्टीव बार्सले को जाविद के बाद स्वास्थ्य सचिव की जिम्मेदारी दी है.
ब्रिटेन में पीएम बोरिस जॉनसन के पद छोड़ने पर ऋषि सुनक के उनकी जगह लेने की संभावना सबसे ज्यादा बताई जा रही है. आइए जानते हैं कि वित्त मंत्री ऋषि सुनक और स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद ने क्यों इस्तीफा दिया? इनके इस्तीफे से सियासी संकट में घिरे बोरिस जॉनसन के बाद कौन ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बनाए जा सकते हैं. साथ ही संभावित नामों की लिस्ट क्या है और उसमें ऋषि सुनक का नाम सबसे पहले क्यों है.
दोनों मंत्रियों के इस्तीफे की वजह
इस्तीफे के साथ ही दोनों मंत्रियों ने बोरिस जॉनसन को पत्र भी लिखा. ऋषि सुनक ने लिखा कि वह सरकार छोड़ने से दुखी हैं, लेकिन वह मंत्री पद पर इस तरीके से काम नहीं कर सकते. वहीं, साजिद जाविद ने लगातार हो रहे घोटालों के बाद जॉनसन की शासन करने की क्षमता पर भी सवाल उठाए. दूसीर ओर पीएम बोरिस जॉनसन पर सांसद क्रिस पिंचर (Chris Pincher) को डिप्टी चीफ व्हिप नियुक्त करने को लेकर भी आरोप लग रहे हैं. पिंचर ने सेक्शुअल मिसकंडक्ट की शिकायतों (Misconduct Complaint) के बाद गुरुवार को इस्तीफा दिया था.
पीएम बोरिस जॉनसन ने मानी गलती
बढ़ते दबाव के बीच मंगलवार को पीएम बोरिस जॉनसन ने स्वीकार किया था कि संसद के एक निलंबित और दागदार सदस्य क्रिस पिंचर को कदाचार की शिकायत का पता होने के बाद भी सरकार के अहम पद डिप्टी चीफ व्हिप पर नियुक्त करना गलत था. इसके बाद वित्त मंत्री ऋषि सुनक समेत सरकार के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया. पीएम जॉनसन ने इस बारे में खेद भी जताया. इसके साथ ही बोरिस जॉनसन का प्रीमियर कैबिनेट बिखरने के कगार पर आ गया है.
बोरिस जॉनसन पर बढ़ा सियासी संकट
काफी समय से अपनी ही पार्टी के भीतर दुश्मनी का सामना कर रहे ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के बारे में कहा जाने लगा है कि वह शासन करने के लिए योग्य नहीं हैं. हाल ही में कोविड प्रतिबंधों और भ्रष्टाचार के सवालों से घिरे पीएम जॉनसन को सदन में विश्वास मत तक का सामना करना पड़ा था. हालांकि तब उन्होंने अपनी कुर्सी बचा ली थी. ब्रिटेन में दो मंत्रियों के इस्तीफे पर भारत में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया, “कितनी विडंबना है कि ब्रिटेन के पीएम के रूप में बोजो के कार्यकाल को पहला गंभीर झटका भारतीय मूल के मंत्री और पाकिस्तानी मूल के मंत्री के इस्तीफे से आया है!”
ऋषि सुनक और पद के बाकी दावेदार
ब्रिटिश मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दबाव के बीच अगर बोरिस जॉनसन पद छोड़ते हैं तो उनकी जगह पर भारतीय उद्योगपति नारायण मूर्ति के दामाद और ब्रिटेन के पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक (Rishi Sunak) देश के पीएम बन सकते हैं. जॉनसन के हटने की सूरत में प्रधानमंत्री पद के लिए ऋषि सुनक की सबसे अधिक संभावना है. दूसरे नंबर पर ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रूज (Liz Truss) का नाम है. कंजर्वेटिव पार्टी की नेता लिज ट्रूज को जमीनी स्तर पर लोग खासा पसंद करते हैं. वेबसाइट कंजर्वेटिव होम द्वारा किए गए पार्टी सदस्यों के चुनावों में वो हमेशा ही टॉप पर रहती हैं. 46 साल की ट्रूस ने जॉनसन सरकार के शुरुआती दो सालों में अंतरराष्ट्रीय व्यापार सचिव के तौर पर काम किया. उन्होंने ब्रेग्जिट का समर्थन किया और पिछले साल उन्हें यूरोपियन यूनियन से बात करने के लिए प्रमुख वार्ताकार नियुक्त किया गया था.
जेरेमी हंट और वेन वॉलेस
55 वर्षीय पूर्व विदेश मंत्री जेरेमी हंट (Jeremy Hunt) का नाम भी प्रधानमंत्री बनने की रेस में हैं. 2019 में कंजर्वेटिव पार्टी की लोकप्रिय नेताओं की वोटिंग में वो जॉनसन के बाद दूसरे नंबर पर थे. माना जा रहा है कि बोरिस जॉनसन के उथल-पुथल भरे कार्यकाल के बाद हंट के हाथ में सत्ता की कमान आ सकती है. हाल के दिनों में ब्रिटेन की पॉलिटिक्स में 52 साल के रक्षा मंत्री वेन वॉलेस (Ben Wallace) उभरा हुआ नाम बन चुके हैं. कंजर्वेटिव पार्टी में भी उनका रूतबा काफी बढ़ गया है. यूक्रेन संकट में ब्रिटेन की तरफ से मदद को वही हैंडल कर रहे हैं. वॉलेस खुद एक सैनिक रह चुके हैं. उन्होंने नर्दन आयरलैंड में सेवा दी है. इसके लिए जर्मनी, साइप्रस, सेंट्रल अमेरिका में भी तैनात हो चुके हैं.
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नदीम जहावी और पैनी मॉर्डेंट
वर्तमान में ब्रिटेन के शिक्षा मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री नदीम जहावी (Nadhim Zahawi) भी दावेदारों की लिस्ट में हैं. कोविड वैक्सीनेशन के दौरान उन्हें ब्रिटेन का वैक्सीन मंत्री कहा गया था. उनकी नीतियों की वजह से ही ब्रिटेन में सबसे तेज गति से वैक्सीनेशन प्रक्रिया पूरी की गई थी. जहावी इराक से एक शरणार्थी के तौर पर ब्रिटेन आए थे. उन्होंने 2010 में पार्लियामेंट में एंट्री मारी थी और पिछले हफ्ते ही कहा था कि वह देश का प्रधानमंत्री बनकर सम्मानित महसूस करेंगे. इसके अलावा पूर्व रक्षा मंत्री पैनी मॉर्डेंट (Penny Mordaunt) भी पीएम की रेस में हैं. फिलहाल वह जूनियर ट्रेड मिनिस्टर हैं. जॉनसन ने पीएम बनने के बाद ही मॉर्डेंट को रक्षामंत्री पद से हटाया था. क्योंकि उन्होंने पीएम के लिए जेरेमी हंट का समर्थन किया था. मॉर्डेंट यूरोपीय यूनियन को छोड़ने की समर्थक रही हैं.
HIGHLIGHTS
- ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन पर भी पद छोड़ने का दबाव बढ़ा
- ऋषि सुनक के पीएम बनने की संभावना सबसे ज्यादा बन रही है
- अगर जॉनसन पद छोड़ते हैं तो संभावित नामों की लिस्ट क्या है