उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 ( Uttar Pradesh Assembly Election 2022) में करारी हार के बाद हाल में आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव (Azamgarh bi poll) में बेहतर प्रदर्शन से बहुजन समाज पार्टी (BSP) को बड़ी राहत मिली है. आजमगढ़ में अपने उम्मीदवार के बेहतर प्रदर्शन से उत्साहित बीएसपी सुप्रीमो मायावती ( Mayawati) ने 30 जून (गुरुवार) को राष्ट्रीय और प्रदेश कमेटी की अहम बैठक बुलाई है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक लंबे समय के बाद हो रहे इस अहम बैठक में मायावती कई बड़े निर्णय कर सकती हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक बीएसपी प्रमुख मायावती ने लोकसभा चुनाव के लिए मिशन-2024 और इस साल नवंबर में होने वाले निकाय चुनाव की तैयारियों पर चर्चा करने के लिए बैठक बुलाई है. इस बैठक में बीएसपी के कई नेताओं पर गाज गिरने की बात भी कही जा रही है. 30 जून की बैठक में कुछ नेता बीएसपी से निकाले जा सकते हैं. बताया जा रहा है कि यूपी विधानसभा चुनाव के बाद मायावती लगातार बीएसपी की हालत की समीक्षा कर रही है. मौजूदा समय में वह काडर के नेताओं को ज्यादा अहमियत दे रही हैं. इसके अलावा मुस्लिम समुदाय के नेताओं को भी अहम जिम्मेदारियां सौंप रही हैं.
बैठक के दौरान गिर सकती है कई नेताओं पर गाज
बीएसपी सूत्रों का कहना है कि 30 जून की बैठक में पार्टी की अहम जिम्मेदारी वाले पदों पर रहे नेताओं के कामकाज की समीक्षा की जाएगी. इसके लिए राष्ट्रीय और प्रदेश समन्वयकों से प्रगति रिपोर्ट ली जाएगी. इनके साथ ही पार्टी के मुख्य मंडल प्रभारियों को भी बैठक में बुलाया गया है. इन सबके विचारों के आधार पर आगे का फैसला किया जाएगा. चुनाव में उम्मीद के मुताबिक काम नहीं करने वाले नेताओं को पार्टी से निकाला जा रहा है. इसके अलावा कई बड़े नेताओं को पार्टी में हाशिए पर धकेला जा रहा है. पार्टी के प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में अहम जिम्मेदारी निभाने वाले नकुल दुबे को गलत रिपोर्ट देने पर बाहर निकाला जा चुका है.
मिशन 2024 के लिए मुस्लिम-दलित वोट पर फोकस
लोकसभा चुनाव 2019 में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन उत्तर प्रदेश में 10 सीटें जीतने वाली बहुजन समाज पार्टी मिशन 2024 के लिए मुस्लिम-दलित फैक्टर पर ही फोकस करेंगी. इसलिए बीएसपी 2019 के चुनाव के परिणाम और वोट के प्रतिशत के साथ मिशन 2024 की तैयारियों में जुट गई है. जानकारियों के मुताबिक बीएसपी प्रमुख अभी से उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार तलाशने और जातीय समीकरण के साथ रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश 30 जून की बैठक में देंगी. उम्मीदवारों की तलाश के लिए नए पदाधिकारियों की तैनाती भी बैठक में की जाएगी.
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लोकसभा उपचुनाव के नतीजों से क्यों खुश है बीएसपी
उत्तर प्रदेश के दो लोकसभा सीटों रामपुर और आजमगढ़ उपचुनाव के नतीजों को बीएसपी जमकर भुनाने में जुट गई है. रामपुर और आजमगढ़ के नतीजे को लेकर मायावती ने दावा किया था कि यूपी में भारतीय जनता पार्टी को हराने की ताकत सिर्फ बीएसपी में है. मायावती ने मुसलमानों का बिना नाम लिए कहा, '...एक समुदाय विशेष को आगे होने वाले सभी चुनावों में गुमराह होने से बचाना भी बहुत जरूरी है.' उन्होंने ट्वीट किया कि बीएसपी एक विसेष समुदाय को ये बात समझाने की कोशिश करती रहेगी कि उनके बीएसपी के साथ जुड़ने से ही राज्य में बड़ा राजनीतिक बदलाव हो सकता है.
HIGHLIGHTS
- यूपी चुनाव के बाद मायावती लगातार BSP की हालत की समीक्षा कर रही हैं
- रामपुर-आजमगढ़ उपचुनाव के नतीजों को BSP जमकर भुनाने में जुट गई है
- मिशन-2024 के लिए बीएसपी मुस्लिम-दलित फैक्टर पर ही फोकस करेंगी