How NIA tightened its grip on PFI : नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी यानी एनआईए ने गुरुवार तड़के देश के 15 राज्यों में एक साथ पीएफआई के 90 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की. असम से लेकर केरल तक कई घंटों तक छापेमारी चली और 45 से ज्यादा पीएफआई सदस्यों को गिरफ्तार किया गया. छापेमारी के दौरान कई जगह पर पीएफआई समर्थकों ने एनआईए (NIA) और केंद्र की बीजेपी सरकार (BJP Government) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किए हैं.
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एनआईए के मुताबिक, उन्हें पुख्ता जानकारी मिली थी कि पीएफआई अपने ऑफिस बीयरर्स और कार्यकर्ताओं के जरिए देश और विदेश से पैसा जमा कर देश में आतंकी साजिशों को अंजाम दे रही है. केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और दिल्ली समेत कई राज्यों में मुस्लिम युवाओं को रेडिकलाइज करते थे और उन्हें ISIS में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करते थे. इसके अलावा ही पीएफआई के सदस्य देश में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की फिराक में भी थे.
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एनआईए के अनुसार, पीएफआई मुस्लिम युवाओं को हथियारों की ट्रेनिंग भी दी रहा था और देश में सांप्रदायिक तनाव फैला रहे थे. इस सिलसिले में एनआईए ने 14 अप्रैल को पीएफआई के खिलाफ मामला दर्ज किया और जांच शुरू की. 20 सितंबर को अदालत ने पीएफआई के सदस्यों के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी की, जिसके बाद एनआईए ने एक साथ देश के अलग-अलग हिस्सों में पीएफआई के ठिकानों पर रेड मारी.