Russia-Ukraine War: यूक्रेन पर रूसी आक्रमण का आज 11वां दिन है और इस हमले में अब तक कई नागरिकों ने अपनी जान गंवाई है. रूसी सैनिकों के यूक्रेन में प्रवेश करने के बाद से दोनों देशों की सेनाएं एक-दूसरे पर हमले कर रही है. इस बीच रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध का गंभीर असर कई शहरों में देखने को मिल रहा है. लोगों को पानी से लेकर बिजली संकट तक का सामना करना पड़ रहा है. यूक्रेन के दक्षिणी शहर मारियुपोल के मेयर वादिम बोइचेंको ने शनिवार को कहा कि शहर में पांच दिनों से ना बिजली है और उनके पास पानी बचा है. उन्होंने यह भी कहा कि वे मारे गए लोगों के शव भी बरामद नहीं कर पा रहे हैं, जबकि शहर में लगातार हवाई हमले जारी हैं.
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मैरूपोल में पांच दिनों से नहीं है बिजली
बोइचेंको ने कहा कि स्थिति बहुत गंभीर है और रूसी सेना ने पहले ही मानवीय कॉरिडोर पर नाकाबंदी कर दी है. मेयर ने कहा, हमारे पास बहुत सारी सामाजिक समस्याएं हैं, जो सभी रूसी सैनिकों ने पैदा की हैं. उन्होंने एक यूट्यूब चैनल पर एक साक्षात्कार के दौरान यह बात कही. उन्होंने कहा, लगभग 4,00,000 की आबादी वाला मैरूपोल पांच दिनों से बिजली के बिना है. हमारे सभी थर्मल सबस्टेशन बिजली आपूर्ति पर निर्भर है. मेयर ने यह भी कहा कि कोई मोबाइल नेटवर्क नहीं है और मारियुपोल पर रूसी हमले के बाद से जल आपूर्ति ठप पड़ चुकी है जिसके कारण शहर पूरी तरह से पानी के बिना है.
कुछ दिनों में मृतकों और घायलों की संख्या बढ़ी
बोइचेंको ने रूसी सेना पर शहर को घेरने और शहर को मानवीय कॉरिडोर से काटने के लिए नाकाबंदी करने का काम करने का आरोप लगाया. वे हमें मानवीय कॉरिडोर से अलग करना चाहते हैं. इसके अलावा आवश्यक सामान, चिकित्सा आपूर्ति यहां तक कि शिशु आहार की डिलीवरी बंद कर रहे हैं. उनका लक्ष्य शहर को पूरी तरह तनाव में रखना है. बोइचेंको ने आगे कहा कि पिछले कुछ दिनों में घायलों और मृतकों की संख्या में हजारों की संख्या में वृद्धि हुई है और कहा कि आंकड़े केवल बदतर होते जा रहे हैं.
यूक्रेनियन को बचाने की अपील की
मेयर ने कहा, वे कहते हैं कि वे यूक्रेनियन को युद्ध में मारे जाने से बचाना चाहते हैं, लेकिन रूसी सैनिक उनका हत्या कर रहे हैं. उन्होंने पिछले 10 दिनों से शहर में जान बचाने वाले बहादुर डॉक्टरों की भी तारीफ की. वे हमारे अस्पतालों में अपने परिवारों के साथ रहते और सोते हैं. बोइचेंको ने मानवीय कॉरिडोर के बारे में बात की, जिसे शनिवार को रद्द कर दिया गया था. उन्होंने कहा, हमारे पास ईंधन से भरी 50 बसें थीं और हम बस संघर्ष विराम और सड़कों के खुलने का इंतजार कर रहे हैं ताकि हम लोगों को यहां से निकाल सकें. हमारे पास केवल 30 बसें ही रह गई थीं. हमने उन बसों को गोलाबारी से दूर किसी अन्य स्थान पर छिपा दिया, लेकिन हमले में 10 और बसें जलकर खाक हो गई. इसलिए अब हमारे पास सिर्फ 10 बसें ही शेष बची हुई है. मेयर ने कहा कि मानवीय कॉरिडोर आखिरकार उनके लिए खुलने के बाद लोगों को निकालने के लिए उनके पास कोई बस नहीं बची होगी.
HIGHLIGHTS
- यूक्रेन पर रूसी आक्रमण का आज 11वां दिन है
- हमले में अब तक कई नागरिकों ने गंवाई अपनी जान
- यूक्रेन के दक्षिणी शहर मारियुपोल में पांच दिनों से ना बिजली और ना पानी