PM Modi Interview: देश 18वीं लोकसभा के लिए चुनाव से गुजर रहा है. 6 चरण का मतदान हो चुका है और सातवें चरण का मतदान 1 जून को होना है. जबकि 4 जून को नतीजे आ जाएंगे. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूज नेशन पर चुनाव से ठीक पहले अपना फाइनल इंटरव्यू दिया है. इस इंटरव्यू में उन्होंने हर मुद्दे पर खुलकर सवालों के जवाब दिए हैं. सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष की स्थिति हो या फिर पूर्व सरकारों के लिए फैसले. 400 पार का आंकड़ा कैसे आ रहा है और इंडी गठबंधन क्यों फैल हो रहा है.
सभी सवालों का तथ्यों के साथ प्रधानमंत्री ने जवाब दिया है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि आखिर उम्र के इस पड़ाव में उनकी ऊर्जा का राज क्या है. उन्हें दिन रात काम करने की शक्ति कहां से मिलती है. न्यूज नेशन के दिए इंटरव्यू में ही पीएम मोदी का कवि मन भी देखने को मिला.
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मुझे प्रकृति देती है विस्तारः पीएम मोदी
न्यूज नेशन के एडिटोरियल डायरेक्टर संजय कुलश्रेष्ठ के सवाल कि आप हमेशा कहते हैं मुझे प्रकृति से ताकत मिलती है ये कैसे होता है...के जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि...मुझे प्रकृति विस्तार देती है. वैसे तो फिलहाल मैं लिखता नहीं हूं...लेकिन जब लिखता था तो प्रकृति से जुड़ा विषय तो आ ही जाता था....इस बार इतनी तेज धूप है अगर धूप तेज है तो विजय भी तेजस्वी है...उन्होंने बहुत ही प्यारी कविता की कुछ लाइनें भी सुनाईं...
जीत है गति की, जीत है नीति की अंतिम पंक्ति की...
जीत प्रकृति की..जीत है ज्योत की..विरासतों के प्रीत की
कर्म के धर्म की, जीत है ये देश की...
नए युग के प्रवेश की...ये जीत है भारत की..
ये जीत है जनता जनार्दन की...
आजादी के बाद भारत की छवि ऐसी रही कि भारत विदेशों पर निर्भर था, लेकिन अब देश की छवि बदली और अब हम हथियार से लेकर काफी कुछ दुनिया को सप्लाय कर रहे हैं....ये कैसे किया...पीएम मोदी ने कहा मैं छवि बदलने के लिए काम नहीं करता है मैं काम करता हूं देश के आम आदमी के लिए.
देश के कल्याण के लिए करता हूं काम
पीएम मोदी ने कहा कि मैं किसी छवि सुधारने के लिए काम नहीं करता. मैं मेरे देश के कल्याण के लिए काम करता हूं. मेरा जीवन देश कल्याण के लिए समर्पित है. मेरे देश के सामान्य मानवी की जिंदगी बदले इस पर मैं काम करता हूं.
क्या भारत के पास संसाधनों की कमी थी? क्या भारत के सामर्थ्य की कमी थी? क्या भारत में टैलेंट की कमी थी? ये सब कुछ मोदी आने के बाद तो नहीं आया है. इस देश के पास सब कुछ था लेकिन हमने उसको तवज्जू नहीं दी. अभी तो हम खुद को गाली देते रहते हैं, ये क्या तरीका है? कभी तो गर्व करना सीखो जब आप अपनी चीजों पर गर्व करना सीखोगे तो फिर साहस भी आएगा.
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हमने न सिर्फ कोविड वैक्सीन बनाई, इसे दुनिया में भी पहुंचाया
पीएम मोदी ने कहा कि आपको क्रिएट करके देना पड़ता है तो दुनिया को भरोसा होता है. जब चंद्रयान की सफलता मिली तो दुनिया कहती कि स्पेस शक्ति के तौर पर अब भारत को स्वीकार करना ही होगा. कोविड वैक्सीन की दुनिया को चिंता थी कि इतने बड़ा देश कैसे इससे निपटेगा? दुनिया के लिए संकट बन जाएगा, लेकिन यही देश संकट तो न बना, देश को भी संभाला और दुनिया को भी संभाला. भारत ने दुनिया को दवाइयां पहुंचाई.
Source : News Nation Bureau