रूस की एस-400 और अमेरिका की थाड मिसाइल सिस्टम दोनों ही एयर डिफेंस मिसाइल प्रणाली हैं, लेकिन दोनों की मारक क्षमता में काफी अंतर है. अमेरिका चाहता है कि भारत उससे थाड प्रणाली खरीदे. हालांकि रूस की एस-400 मिसाइल प्रणाली अमेरिका के सबसे उन्नत स्टील्थ विमान को मार गिराने में भी सक्षम है. हालांकि दोनों ही मिसाइल प्रणालियां एक दूसरे से जरा भी कम नहीं हैं. कुछ मामलों में थाड एस-400 पर भारी पड़ता है, तो कुछ मामलों में एस-400 थाड से आगे है. एस-400 जहां कई स्तर की रक्षा प्रणाली पर काम करती है, वहीं थाड सिंगल लेयर डिफेंस प्रणाली है. इन दोनों मिसाइल प्रणालियों को एक-दूसरे की टक्कर का माना जाता है. आइए जानते हैं कि इन दोनों में क्या अंतर है और दोनों की क्या विशेषताएं हैं...
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थाड की खास बातें
टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस एक मिसाइल डिफेंस सिस्टम हैं, जिसे अमेरिका द्वारा विकसित किया गया है. अमेरिका ने इस मिसाइल प्रणाली को दक्षिण कोरिया के सियोंग्जू में तैनात किया हुआ है. इसे लगाए जाने के दौरान लोगों ने इसके खिलाफ़ उग्र प्रदर्शन किए थे. अमेरिका ने इससे पहले गुवाम और हैती में भी इसकी तैनाती की है ताकि उत्तर कोरिया के हमलों से इन इलाकों को बचाया जाए.
- इसकी टेक्नोलॉजी हिट टू किल है यानी सामने से आ रहे हथियार को रोकती नहीं बल्कि नष्ट कर देती है.
- 200 किमी के दायरे में उड़ने वाली किसी भी मिसाइल को गिराने में सक्षम.
- इस मिसाइल प्रणाली में एक बेहद ही मजबूत रडार लगा है, जो आसपास की मिसाइलों को उनकी लांचिग स्टेज में ही पकड़ लेता है और उस टारगेट को शुरुआत में ही खत्म कर देता है.
- यह 200 किमी की दूरी और 150 किमी की ऊंचाई तक किसी भी टारगेट को खत्म कर सकता है.
- इससे एक बार में आठ एंटी मिसाइलें दागी जा सकती हैं.
- THAAD 1,000 किमी की रेंज में एक्स-बैंड रडार, मिसाइल इंटरसेप्टर पर नजर बनाए रखता है.
- THAAD को न्यूनतम (1,000 किमी तक), मध्यम (1,000 - 3,000 किमी) और मध्यवर्ती (3,000 - 5,000 किमी) तक बैलिस्टिक मिसाइलों को अंदर या वायुमंडल के बाहर, आने वाले अवरोधन द्वारा सैनिकों के लिए अधिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
- THAAD अपने कवरेज क्षेत्र का विस्तार करने के लिए और पैट्रियट / PAC-3 और कमांड, कंट्रोल, बैटल मैनेजमेंट एंड कम्युनिकेशंस (C2BMC) सिस्टम के साथ कॉन्सर्ट कर सकते हैं.
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S-400 की खास बातें
S-400 मिसाइल सिस्टम्स के जरिए भारत 380 किलोमीटर की दूरी तक बॉम्बर्स, जेट्स, स्पाई प्लेन्स, मिसाइलों और ड्रोन्स के अटैक को ट्रेस कर सकेगा और उन्हें नेस्तनाबूद कर सकेगा.
- 36 लक्ष्यों पर एक साथ निशाना साध सकती है यह मिसाइल.
- 100 से 300 हवाई टारगेट को भांप सकती है यह मिसाइल.
- 600 किलोमीटर दूर तक निगरानी करने की है क्षमता.
- 400 किलोमीटर तक मिसाइल को मार गिराने की क्षमता.
- 36 लक्ष्यों पर एक साथ निशाना लगा सकती है 30 किलोमीटर की ऊंचाई पर.
- 3 एस-400 से पाकिस्तान के चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा सकेगी.
- अमेरिका के सबसे आधुनिक लड़ाकू विमान एफ-35 को भी मार गिराने की क्षमता.
- 5 मिनट के भीतर इस मिसाइल प्रणाली को तैनात किया जा सकता है.
- एस-400 एक ऐसी प्रणाली है जो बैलेस्टिक मिसाइलों से बचाव करती है.
HIGHLIGHTS
- रूस की एस-400 और अमेरिका की थाड मिसाइल सिस्टम दोनों ही एयर डिफेंस मिसाइल प्रणाली हैं.
- रूस की एस-400 मिसाइल प्रणाली अमेरिका के सबसे उन्नत स्टील्थ विमान को मार गिराने में भी सक्षम.
- हालांकि दोनों ही मिसाइल प्रणालियां एक दूसरे से जरा भी कम नहीं हैं.