जम्मू-कश्मीर को लेकर पाकिस्तान लगातार भारत को परमाणु हमले (Nuclear Attack)की धमकी दे रहा है. इसके जवाब में भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी कह चुके हैं कि न्यूक्लियर हमले को लेकर भारत की नो फर्स्ट यूज पॉलिसी बदल सकती है. दोनों तरफ से हो रही इस बयानबाजी के बाद अगर भारत-पाकिस्तान में युद्ध होता है और इसमें परमाणु बम (Atom Bomb) का इस्तेमाल किया जाता है तो जहां भारत को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है वहीं पाकिस्तान दुनिया के नक्शे से गायब हो जाएगा. ऐसे में यह मुमकीन नहीं कि युद्ध की दशा में दोनों देशों में से कोई भी परमाणु हथियारों (Nuclear Weapons)का प्रयोग करे. लेकिन कहते हैं प्यार और वार में सबकुछ जायज होता है. वैसे युद्धोन्माद की आग में झुलस रहे पाकिस्तान की कोई भी मूर्खतापूर्ण हरकत पूरे मानव जाति के लिए खतरा है. आइए जानें कि दोनों देशों की परमाणु क्षमता कितनी है और उनके किन मिसाइलों के निशाने पर कौन सा शहर है?
पाकिस्तान को नेस्तनाबूद करने के लिए भारत की पृथ्वी-2 और अग्नि-5 मिसाइल ही काफी हैं जो 350 और 5000 किमी तक अपने टारगेट को हिट कर सकती हैं. जहां तक पाकिस्तान की बात करें तो उसे 2750 किमी तक मार करने वाली मिसाइल शाहीन-3 का प्रयोग करना पड़ेगा. अगर दोनों देश एक दूसरे पर 100 किलोटन के परमाणु बम (Atom Bomb) गिरा देते हैं तो 100 Km दूर तक खिड़कियों के शीशे चटक जाएंगे. दुनिया ने अभी तक हिरोशिमा और नागासाकी में दो परमाणु हमले (Nuclear Attack)देखे हैं और उनकी भयावहता आज भी लोगों को डराती है. उस समय गिराए गए बम कम क्षमता के थे. हिरोशिमा में गिराया गया बम 15 किलोटन की क्षमता वाला था जबकि नागासाकी में गिराया गया बम 20 किलोटन की ताकत वाला था.
अगर हुआ परमाणु हमला तो...
अगर दोनों देश एक-दूसरे पर परमाणु हमला करते हैं तो बड़ी तबाही मचेगी. जिस जगह परमाणु बम (Atom Bomb) गिरेगा उसके 0.79 Km तक के रेडियस में आग के कारण सबकुछ जलाकर खाक हो जाएगा. इतना ही नहीं एयर ब्लास्ट-1 के बाद 3.21 Km तक भूकंप की तरह झटके महसूस होंगे. विस्फोट के बाद जो विकिरण फैलेगा उसका असर 10.5 Km तक होगा. इस पूरे क्षेत्र में 50% से लेकर 90% तक आबादी प्रभावित होगी. अधिकांश लोग पलक झपकते ही काल के गाल में समा जाएंगे. एयर ब्लास्ट-2 की विनाशलीला इसी ऐसी होगी कि 14.2 Km तक इमारतें ध्वस्त हो जाएंगी. एयर ब्लास्ट-3 के बाद 93.7 Km तक खिड़कियों के शीशे टूट सकते हैं यानी 100 Km के दायरे तक तबाही मचेगी.
भारत पाक की परमाणु क्षमता
- भारत-पाकिस्तान के परमाणु युद्ध की स्थिति में अगर दोनों देश अपने आधे परमाणु बम भी इस्तेमाल करते हैं तो सीधे 2.10 करोड़ लोग मारे जाएंगे.
- स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टिट्यूट (SIPRI) के मुताबिक, पाकिस्तान के पास 140 से 150 परमाणु बम हैं जबकि भारत के पास 130-140 परमाणु बम हैं.
- भारत के पास 9 तरह की ऑपरेशनल मिसाइलें हैं जिसमें अग्नि-3 (3000-5000 किमी रेंज वाली) भी शामिल है.
- भारत के पास तीनों मोर्चों से परमाणु हमला लड़ने की क्षमता है यानी भारत जमीन, आसमान और समुद्र तीनों में परमाणु युद्ध लड़ने में सक्षम है.
- 2018 में भारत की परमाणु शक्ति संपन्न पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत भी सेना में शामिल हो गई है. भारत की जमीन से मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-3 की रेंज 3000 किमी है.
- पाकिस्तान के पास भले ही भारत से थोड़े ज्यादा परमाणु बम हों लेकिन वह अपने टारगेट को भेदने में बहुत सक्षम नहीं है.
- पाकिस्तान नई बैलेस्टिक मिसाइल्स का विकास कर रहा है और इसकी मौजूदा बैलेस्टिक मिसाइल की क्षमता 2000 किमी है.
- पाकिस्तान के पास कोई भी परमाणु हथियार संपन्न पनडुब्बी भी नहीं है. जबकि भारत के पास अब ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल है जो जमीन, समुद्र या हवा कहीं से भी दागी जा सकती है. यह पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को भी अपना निशाना बना सकती है.
पाकिस्तान की ताक़त (Power of Pakistan)
- 'बुलेटिन ऑफ द एटोमिक साइंटिस्ट डेटा' के अनुमान के मुताबिक, पाकिस्तान की 66 फीसदी परमाणु सामग्री 86 बैलिस्टिक मिसाइलों पर तैनात है.
- पाकिस्तान की हत्फ की बैलिस्टिक मिसाइल्स की सीरीज भी भारी तबाही मचा सकती है. अगर पाकिस्तान मीडियम रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल्स से हमला करता है तो भारत के 4 महानगर नई दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई को निशाना बनाने की कोशिश करेंगे. पाक की मध्यम दूरी की बैलेस्टिक मिसाइल भारतीय सेना के मेजर कमांड को भी टारगेट करेगी.
- पाकिस्तान के करीब आधे से ज्यादा परमाणु बम गौरी मिसाइल से गिराए जा सकते हैं. इस मिसाइल की रेंज 1300 किमी है और इसकी जद में दिल्ली, जयपुर, अहमदाबाद, मुंबई, पुणे, नागपुर, भोपाल और लखनऊ आ सकते हैं.
यह भी पढ़ेंः जम्मू-कश्मीर पर चौतरफा दुत्कार के बाद संयुक्त राष्ट्र पर बरसे इमरान खान
- पाकिस्तान के पास करीब 8 वॉरहेड ऐसे हैं जो शाहीन (Falcon) II से गिराए जा सकते हैं. इस मीडियम रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल की रेंज 2500 किमी है और भारत के अधिकतर शहरों को अपनी जद में ले सकता है जिसमें पूर्वी तट पर स्थित कोलकाता भी आ जाएगा.
- 16 वॉरहेड कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल्स गजनवी से दागे जा सकते हैं. इसकी मारक क्षमता 270 से 350 किमी है और लुधियाना, अहमदाबाद और दिल्ली इसके टारगेट बन सकते हैं.
- पाकिस्तान के पास अनुमानित 16 न्यूक्लियर टिप्ड शॉर्ट रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल्स हैं जिसमें शाहीन 1 (फैल्कन) की रेंज 750 किमी है. इसकी पहुंच लुधियाना, दिल्ली, जयपुर और अहमदाबाद तक होगी.
- पाकिस्तान के पास करीब 660 किमी रेंज वाली Nasr मिसाइल्स हैं. ये टैक्टिकल न्यूक्लियर मिसाइल्स भारतीय सेना की बढ़ती हुई टुकड़ियों को टारगेट कर सकती है.पाकिस्तान के पास 8350 किमी बाबर क्रूज मिसाइल्स भी है जो परमाणु बम ले जाने में सक्षम है.
- पाकिस्तान के 28 फीसदी परमाणु बम (करीब 36 परमाणु बम) एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल कर गिराए जा सकते हैं. अमेरिका में बना हुआ एयरक्राफ्ट बम एक साथ गिरा सकता है जबकि फ्रांस में बना मिराज एक बार में बम गिरा सकता है.
जानें क्या होता Air Blast
हवा में विस्फोट को एयर ब्लास्ट कहते हैं. यह कितना खतरनाक होता है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हिरोशिमा में गिराया गया 15 किलोटन का परमाणु बम (Atom Bomb) हवा में फटा था. विस्फोट की जगह पर सघन बादल बने थे. विस्फोट के बाद तेज झटके उत्पन्न होते हैं, हवा के दबाव में अचानक बदलाव आता है, बहुत तेज हवाएं चलती हैं. जितनी ऊंचाई पर विस्फोट होगा, उतना जबरदस्त हवा का दबाव बनेगा. हवा के दबाव में बदलाव के बाद बड़ी इमारतें जमींदोज हो जाएंगी. तेज हवाओं के कारण पेड़-पौधे नेस्तनाबूद हो जाएंगे और लाखों लोगों की जान जाएगी.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो