तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के करीब मामल्लापुरम में 44वें चेस ओलंपियाड (44th Chess Olympiad-2022) का आगाज आज 28 जुलाई को हो रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi) देश में पहली बार हो रहे चेस ओलंपियाड का उद्घाटन करेंगे. उन्होंने ट्वीट किया, 'मैं गुरुवार शाम 6 बजे 44वें शतरंज ओलंपियाड के उद्घाटन के लिए चेन्नई जाने का इंतजार कर रहा हूं. यह एक खास टूर्नामेंट है. हमारे लिए सम्मान की बात है कि इसका आयोजन भारत में हो रहा है, वह भी तमिलनाडु में, जिसका शतरंज से विशेष जुड़ाव है.'
I am looking forward to being in Chennai for the inauguration of the 44th Chess Olympiad at 6 PM tomorrow evening. This is a special tournament and it is our honour that it is being held in India, that too in Tamil Nadu, which has a glorious association with chess.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 27, 2022
उम्मीद की जा रही है कि इस बार टूर्नामेंट में मेजबान भारत सबसे ज्यादा पदक ( Medal) जीत सकता है. साल 2014 में उसने ब्रॉन्ज मेडल हासिल कर सभी को हैरान कर दिया था. आइए, जानने की कोशिश करते हैं कि इस बार यानी 44वें चेस ओलंपियाड में भारत के शानदार प्रदर्शन की उम्मीदें क्यों जताई जा रही है. भारतीय टीम की तैयारी कैसी है? इसके अलावा चेस ओलंपियाड में क्या नया और खास है?
चेस में लगातार आगे बढ़ रहा है भारत
इससे पहले साल 2020 में हुए ऑनलाइन चेस ओलंपियाड में रूस के साथ संयुक्त विजेता रहा था. भारत ने साल 2021 के चेस टूर्नामेंट में भी ब्रॉन्ज हासिल किया था. इस बार भारत ओपन और महिला वर्ग में 3-3 टीमें उतारेगा. कुल 6 टीमों में भारत के 30 खिलाड़ी देश का प्रतिनिधित्व करेंगे. पिछले कुछ सप्ताह से भारतीय टीम कड़ा अभ्यास कर रही हैं. इस बीच कुछ खिलाड़ी देश से बाहर भी टूर्नामेंट खेल रहे थे. नॉर्वे और अमेरिका से भारत की कड़ी टक्कर होगी. इस बार ओलंपियाड में रूस और चीन हिस्सा नहीं ले रहे हैं.
5 बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद मेंटॉर
पांच बार के विश्व चैंपियन और दिग्गज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद ने ओलंपियाड में नहीं खेलने का फैसला किया है. वह मेंटॉर के रूप में इस टूर्नामेंट से जुड़े हैं. 28 जुलाई से 10 अगस्त से चलने वाले इस चेस ओलंपियाड को लेकर तमिलनाडु सरकार ने आयोजन स्थल के आसपास के चार जिलों में छुट्टी का ऐलान कर दिया है. चेन्नई के अलावा, कांचीपुरम, तिरुवलूर और चेंगलपट्टू में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है. इसके पीछे टूर्नामेंट के पहले दिन किसी तरह के ट्रैफिक जाम से बचाव को वजह बताया गया है.
भारत की छह टीमों से बढ़ीं उम्मीदें
चेस ओलंपियाड-2022 में कुल 180 देशों के खिलाड़ी हिस्सा लेंगे. शतरंज ओलंपियाड में इस बार ओपन वर्ग में रिकॉर्ड 188 टीमें और महिला वर्ग में 162 टीमें भाग लेंगी. इनमें छह टीमें भारत की शामिल हैं. भारत को मेजबान होने के कारण अतिरिक्त टीमें उतारने का मौका मिला है. भारत ने पिछली बार नॉर्वे में 2014 में टीम कंपीटीशन में ब्रॉन्ज जीता था. तब भारत को 19वीं वरीयता दी गई थी और उसने पोडियम पर आकर सभी को हैरान कर दिया था.
भारत की टीम को मिली है ये वरीयता
भारत- ए टीम को सितारों से सजे अमेरिका के बाद दूसरी वरीयता दी गई है. भारत-बी टीम में युवा खिलाड़ी शामिल हैं. इस टीम के कोच आरबी रमेश हैं. भारत-बी टीम को 11वीं वरीयता दी गई है. पी हरिकृष्णा, विदित गुजराती, के शशिकिरण, एसएल नारायणन और अर्जुन एरिगासी को ओपन टीम में रखा गया है. बी टीम में तीन भारतीय ग्रैंडमास्टर हैं- आर प्रागनंदा, डी गुकेश, निहाल सरीन, रौनक सधवानी और 2014 के पदक विजेता बी अधिबान. प्रागनंदा ने हाल में वर्ल्ड चैंपियन मैग्नस कार्लसन को हराकर सनसनी मचा दी थी.
भारत की महिला टीम में हैं ये हस्तियां
इस बार ओलंपियाड में भारत नॉर्वे, अमेरिका और अजरबैजान के साथ खिताब के दावेदारों में शामिल है. भारत की महिला टीम में कोनेरु हंपी और हरिका द्रोणवल्ली दो मजबूत खिलाड़ी हैं. पूरी उम्मीद है कि पोडियम पर उनकी जगह बनेगी. उनके अलावा तानिया सचदेव, आर वैशाली और भक्ति कुलकर्णी भी टीम का हिस्सा हैं. मुकाबले 11 राउंड में खेले जाएंगे. इसमें एक दिन का 'रेस्ट डे' भी रखा गया है. हर टीम में चार खिलाड़ी होंगे और एक रिजर्व रखा जाएगा.
चेस ओलंपियाड में होते हैं ये सारे नियम
चेस ओलंपियाड के नियमों की बात करें तो खिलाड़ियों को उनके विरोधियों के साथ उनके स्कोर के अनुसार जोड़ा जाता है. यह सुनिश्चित किया जाता है कि वे एक ही टीम के खिलाफ एक से अधिक बार ना खेलें. 'ए' टीमों में आमतौर पर किसी देश के शीर्ष श्रेणी के खिलाड़ी शामिल होते हैं. वहीं, 'बी' टीम में दूसरा सर्वश्रेष्ठ ग्रुप रखा जाता है. मैच में हार या ड्रॉ के आधार पर अंक मिलते है. दो अंक जीत के लिए और एक ड्रॉ के लिए जबकि हार के मामले में कोई अंक नहीं दिया जाता है. प्रतियोगिता को दो वर्गों में बांटा गया है- ओपन और महिला. ओपन वर्ग में दोनों ही खिलाड़ी शामिल हो सकते हैं.
चेस ओलंपियाड से पहले निकला टॉर्च रिले
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम से चेस ओलंपियाड की टॉर्च रिले को लॉन्च किया था. पहली बार चेस ओलंपियाड से पहले इस तरह टॉर्च रिले निकाला जा रहा है. अभी तक ओलंपिक खेलों में ही ऐसा होता था, लेकिन इंटरनेशनल चेस बॉडी ने इस बार चेस ओलंपियाड में भी इसे लागू किया है. 44वें चेस ओलंपियाड का शुभंकर एक घोड़ा है. इसका नाम थंबी रखा गया है. तमिलनाडु सरकार ने टूर्नामेंट के आयोजन के लिए 92 करोड़ 13 लाख रुपये आवंटित किए हैं.
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भारत में पहली बार चेस ओलंपियाड का आयोजन
चेस ओलंपियाड के 95 साल के इतिहास में यह पहला मौका है जब भारत इसकी मेजबानी कर रहा है. यह चेस ओलंपियाड पहले रूस की राजधानी मास्को में होने वाली थी. पहले कोरोनावायरस और फिर रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से इसके आयोजन पर संकट आ गया. उसके बाद भारतीय ओलंपिक संघ ने इसकी मेजबानी का दावा किया और भारत को यह मेजबानी मिल गई. भारत में चेस ओलंपियाड के आयोजन के लिए तमिलनाडु के अलावा दिल्ली और गुजरात भी दावेदार के रूप में सामने आए थे.
HIGHLIGHTS
- 44वें चेस ओलंपियाड में मेजबान भारत सबसे ज्यादा पदक जीत सकता है
- ऑनलाइन चेस ओलंपियाड 2020 में रूस के साथ भारत संयुक्त विजेता था
- 44वें चेस ओलंपियाड में 6 टीमों में भारत के 30 खिलाड़ी प्रतिनिधित्व करेंगे