Corona महामारी रोकने के लिए शी जिनपिंग (Xi Jinping) की जीरो कोविड पॉलिसी (Zero Covid Policy) के खिलाफ चीन में आम लोगों के गुस्से और उससे उपजे विरोध-प्रदर्शन के बीच सोमवार को कुछ क्षेत्रों में कोरोना लॉकडाउन (Corona Lockdown) और प्रतिबंधों में ढील दी गई. चीन प्रशासन ने पश्चिमी शिनजियांग प्रांत में उरुमकी के एक अपार्टमेंट में लगी घातक आग को कठोर कोविड प्रतिबंधों से जोड़ने के लिए 'गुप्त इरादों वाली ताकतों' को दोषी ठहराया है. इस बीच समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारी अभी भी सख्त जीरो कोविड नीति पर कायम हैं. शी जिनपिंग और सीसीपी के खिलाफ विरोध के गवाह बने बीजिंग, शंघाई, शिनजियांग समेत कई शहरों में तनाव भरी शांति है. इस बीच राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि सोमवार को देश भर में कोरोना संक्रमण (Coron Epidemic) के 39,452 नए मामले दर्ज किए गए. रविवार को चीन (China) में 40,347 संक्रमण के मामले सामने आए थे. गौरतलब है कि उरुमकी अग्निकांड के बाद शुरू हुए विरोध-प्रदर्शनों को पिछले महीने शी जिनपिंग के तीसरी बार राष्ट्रपति पद का कार्यभार संभालने के बाद व्यापक आंदोलन करार दिया जा सकता है. बिंदुवार जानते हैं चीन में फिलवक्त क्या चल रहा है...
- सोमवार को चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि कोविड के खिलाफ सरकार की लड़ाई सफल होगी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने मीडिया से कहा, 'चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में और चीनी लोगों के सहयोग से कोविड-19 के खिलाफ हमारी लड़ाई सफल होगी.'
- इसके साथ ही चीन ने पश्चिमी शिनजियांग प्रांत में उरुमकी के एक अपार्टमेंट में लगी घातक आग को कठोर कोविड प्रतिबंधों से जोड़ने के लिए 'गुप्त इरादों वाली ताकतों' को दोषी ठहराया है. उरुमकी के अग्निकांड के बाद ही शुरू हुए विरोध-प्रदर्शन कई शहरों में फैले. समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक चीन और विदेशी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर चल रही ऑनलाइन पोस्ट में दावा किया गया है कि उरुमकी में लंबे समय तक कोविड लॉकडाउन ने बचाव के प्रयासों में बाधा डाली. ऐसे में मीडिया ब्रीफिंग में एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा, 'सोशल मीडिया पर गुप्त उद्देश्यों वाली ताकतें सक्रिय हैं, जिन्होंने इस अग्निकांड को कोविड-19 प्रतिबंधों से जोड़ दिया.'
- रविवार के शी जिनपिंग और सीपीसी के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन के बाद सोमवार को शंघाई में अधिकारियों ने सिटी सेंटर को चारों ओर बैरियर लगा कर घेर रखा था. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार शंघाई या बीजिंग में सोमवार को ताजा विरोध के कोई संकेत नहीं थे. हालांकि दोनों शहरों में तनाव भरी शांति छाई हुई है.
- चीन सरकार ने सोमवार को बीबीसी पत्रकार से पुलिस की मारपीट और उन्हें हिरासत में लिए जाने पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि विरोध-प्रदर्शन को कवर करने के दौरान पत्रकार ने अपनी पहचान उजागर नहीं की. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा, 'शंघाई अधिकारियों से पता चला है उन्होंने खुद के पत्रकार होने की पहचान उजागर नहीं की और ना ही पत्रकारिता से जुड़े दस्तावेज शंघाई पुलिस और अधिकारियों को दिखाए.' झाओ लिजियन ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया से जुड़े पत्रकारों से कहा है कि चीन में रहने के दौरान देश के कानून और नियम-कायदों के अनुरूप ही व्यवहार करें. इस घटना पर रार तेज हो गई है. बीबीसी ने कहा है कि अभी तक चीन ने पत्रकार के साथ किए गए दुर्व्यवहार पर माफी नहीं मांगी है. बीबीसी पत्रकार से दुर्व्यवहार पर यूनाइटेड किंगडम सरकार ने भी सख्त आपत्ति दर्ज कराई है.
- गोल्डमैन सैच ग्रुप ने कहा है कि चीन अपनी जीरो कोविड पॉलिसी पूर्व घोषित समय से पहले त्याग सकता है. चीन में गोल्डमैन के प्रमुख अर्थशास्त्री हुई शैन ने रविवार को कहा, 'केंद्र सरकार को जल्द ही और लॉकडाउन समेत अधिक कोविड प्रकोप के बीच चयन की जरूरत पड़ सकती है.'
- शिनजियान में कोरोना संक्रमण में तेजी को देखते हुए स्वास्थ्य अधिकारियों ने सार्वजनिक स्थानों पर कोरोना प्रतिबंधों को और कड़ा कर दिया हैं. रेस्त्रां को 50 फीसदी क्षमता के साथ ही ग्राहकों को प्रवेश करने के आदेश दिए गए हैं. इसके अलावा सिनेमाघरों, पुस्तकालयों और कला दीर्घाओं सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों पर भी लोगों की सीमा तय कर दी गई है.
- चीन सरकार की जीरो कोविड पॉलिसी पर विरोध-प्रदर्शन और देश में महामारी प्रबंधन को लेकर बढ़ती चिंता के बीच सोमवार को स्टॉक और तेल में तेजी से गिरावट दर्ज की गई. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार एशिया-प्रशांत शेयरों के सबसे बड़े इंडेक्स एमएससीआई का सूचकांक 2.2 प्रतिशत गिर गया. सुबह के कारोबार में हांगकांग का हैंग सेंग सूचकांक, चीन का सीएसआई300 सूचकांक 2.22 प्रतिशत गिरा जिसका सीधा असर युआन मुद्रा पर पड़ा और उसमें भी गिरावट दर्ज की गई.
- शंघाई में मंगलवार से रेस्त्रां, बार, मॉल और ऐसे अन्य स्थानों में प्रवेश करने से पहले लोगों को पिछले 48 घंटों में पीसीआर टेस्ट कराना जरूरी कर दिया गया है.
HIGHLIGHTS
- सोमवार को कई इलाकों में कोरोना प्रतिबंधों में दी गई ढील
- रविवार को कई शहरों में शी जिनपिंग का हुआ था विरोध
- आम चीनी सख्त जीरो कोविड पॉलिसी से आ चुके हैं आजिज