Bangladesh Hindu Crisis: बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ अत्याचार हो रहा है. उपद्रवी उनको, उनके घरों और दुकानों लूट रहे हैं, आग में फूंक रहे हैं और चुन-चुन कर उनको मारा जा रहा है. दंगाई ने कई जगह हिंदुओं के मंदिरों और मठों को तहस-नहस कर दिया है. हिंदू महिलाओं के साथ ऐसी हैवानियत हो रही है कि पूरी इंसानियत को शर्मशार हो जाए. इस अन्याय, अत्याचार और टारगेट किलिंग के खिलाफ बांग्लादेशी हिंदुओं ने हुंकार भरी है. हिंदुओं ने भी अत्याचार कर रहीं कट्टरपंथी ताकतों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है, जिसमें महामंत्र 'हरे राम-हरे कृष्ण' का ऐसा जयकारा लगाया, जिससे बांग्लादेश की धरती 'कांप' गई. इसके मायने समझिए.
नहीं सकेंगे अत्याचार
आरक्षण विरोधी आंदोलन के हिंसक रूप लेने के बाद अवसरवादी कट्टरपंथी महजब की आड़ में अपना उल्लू सीधा करने में जुट गए. उन्होंने मंदिरों-मठों में हिंदुओं के साथ मारपीट की (Bangladesh Violence). मूर्तियों को खंडित किया गया. हिंदू लड़कियों को अगवा कर उनके साथ बलात्कार किया गया. अब इस अत्याचार के खिलाफ हिंदुओं ने यलगार बोल दिया है. उनका हुजूम सड़कों-चौराहों पर उतर आया है. वे ‘हरे राम-हरे कृष्ण’ महामंत्र का पाठ पढ़ रहे हैं. मकसद साफ है कट्टरपंथियों को ये बताना की कि अब वे अत्याचार नहीं सकेंगे.
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कांपे मोहम्मद युनूस!
बांग्लादेशी हिंदुओं (Bangladesh Hindu Crisis) की इस हुंकार से अंतरिम सरकार की कमान संभालने वाले मोहम्मद युनूस भी कांप गए हैं! हिदुओं समेत अन्य मायनॉरिटीज पर हो रहीं हिंसक घटनाओं के बारें में जानकर वो भी हिल गए हैं. उन्होंने उपद्रवियों और कट्टरपंथियों को साफ संदेश दिया कि अगर हिंदुओं के खिलाफ हिंसा नहीं रूकी तो वो अपने पद से इस्तीफा देगें. उधर, हिंदूवादी संगठनों ने भी मोहम्मद यूनुस को चिट्ठी लिखकर सुरक्षा की मांग की.
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मोहम्मद यूनुस से की ये मांगे
हिंदू संगठनों ने मोहम्मद यूनुस से मांग की कि हिदुओं के घरों, दुकानों और कारोबारों की रक्षा की जाए, जो भी हिंदुओं समेत अन्य अल्पसंख्यक समुदायों पर हिंसक घटनाओं पर लिप्त है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. बता दें कि बांग्लादेश में मुसलमानों के बाद हिंदू दूसरे नंबर की आबादी है. 1951 में पूर्वी पाकिस्तान में हिंदू आबादी करीब 22% थी, लेकिन 2011 तक बांग्लादेश में हिदुओं की आबादी घटकर 8.54% रह गई और 2022 में इस देश में सिर्फ 7.95% हिंदू जनसंख्या ही बची.
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अत्याचार के खिलाफ एकजुटता
बांग्लादेश (Hindus in Bangladesh) में हिंदुओं पर अत्याचार का लंबा इतिहास रहा है. जब भी देश में अशांति फैलती है, कट्टरपंथियों के निशाने पर हिंदू ही रहते हैं. ऐसा ही अभी देखा जा रहा है. हालांकि अब हिंदुओं ने अत्याचार के खिलाफ एकजुटता दिखाई है. उन्होंने गलियों, सड़कों और चौहारों को ‘हरे राम-हरे कृष्ण’ महामंत्र की गूंज से भर दिया है. उनकी एकजुटता को देख कट्टरपंथी उपद्रवी अपने बिलों में दुबक गए हैं. इस दौरान उन्होंने Save Hindu, No to Terrorism, और Save Minorities लिखीं तख्तियों को भी लहराया.
“Hare Krishna, Hare Krishna, Krishna Krishna Hare Hare, Hare Rama, Hare Rama, Rama Rama Hare Hare” - #Dhaka pic.twitter.com/cBqvrVu24M
— Dr. Anirban Ganguly (অনির্বাণ গঙ্গোপাধ্যায়) (@anirbanganguly) August 11, 2024
...आत्मविश्वास को बढ़ाना
‘हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे। हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे॥’ इस मंत्र को वैष्णव लोग 'महामन्त्र' कहते हैं. बड़ी संख्या में हिंदू लोग इस मंत्र का पाठ करते हैं. यह बहुत ही पवित्र मंत्र माना जाता है. शास्त्रों के अनुसार, जो शख्स इस मंत्र का पाठ करता है. उसके अंदर आतंरिक ऊर्जा और आत्मविश्वास को बढ़ावा मिलता है, जिससे भय और नेगेटिव एनर्जी के खिलाफ लड़ने की ताकत मिलती है. बांग्लादेशी हिंदू भी कुछ ऐसा ही करते हुए दिख रहे हैं, उन्होंने अपने मनोबल को बढ़ा कट्टरपंथियों को करारा जवाब देने का मन बना लिया है.
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