कांग्रेस सांसद राहुल गांधी मंगलवार यानि 7 सितंबर को 118 कांग्रेस नेताओं के साथ 3,500 किलोमीटर लंबी भारत जोड़ी यात्रा शुरू करेंगे. 52 वर्षीय राहुल गांधी 150 दिनों के दौरान कन्याकुमारी से कश्मीर पैदल चलकर जाएंगे. यह हाल के दशकों में कांग्रेस का जनता से सीधे डुड़ने का सबसे बड़े कार्यक्रमों में से एक है. यह कांग्रेस पार्टी के लिए ऐसा समय है जब कांग्रेस नेतृत्व को सत्तारूढ़ भाजपा के साथ ही अपने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के सवालों का सामना करना पड़ रहा है. एक समय तक गंधी परिवार के वफादार कहे जाने वाले कई नेता पार्टी छोड़ चुके हैं, तो कुछ छोड़ने की प्रक्रिया में हैं. कांग्रेस को पार्टी के अंदर और बाहर से चुनौती मिल रही है. यात्रा शुरू होने के एक दिन पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने बताया, पदयात्रा "भारत जोड़ो' और "कांग्रेस जोड़ो" दोनों हासिल कर सकती है.
यात्रा से पहले रविवार को दिल्ली में आयोजित कांग्रेस की हल्ला बोल रैली में राहुल गांधी ने कहा है कि सरकार द्वारा कथित रूप से अवरुद्ध किए गए सभी रास्तों के साथ, कांग्रेस को अब लोगों के पास जाना है और उन्हें सच बताना है, और इसीलिए पार्टी 'भारत जोड़ो यात्रा' कर रही है. “सरकार ने हमारे लिए सभी रास्ते बंद कर दिए हैं.संसद का माध्यम नहीं है.कांग्रेस नेता, विपक्ष के लोग संसद में भाषण नहीं दे सकते, हमारा माइक बंद है, हम चीन के हमले के बारे में बात करना चाहते हैं, हम नहीं कर सकते, हम बेरोजगारी पर बात करना चाहते हैं, ऐसा नहीं कर सकते, मुद्रास्फीति के बारे में बात करना चाहते हैं , ऐसा नहीं कर सकते."
“हमारी संस्थाएं, चाहे वह मीडिया हो, चुनाव आयोग, न्यायपालिका, उन पर हमला होता है, उन पर दबाव होता है.इसलिए हमारे लिए सारे रास्ते बंद हैं, एक ही रास्ता बचा है, लोगों तक जाना है, देश की सच्चाई लोगों को बतानी है, इसलिए पार्टी भारत जोड़ो यात्रा कर रही है."
भारत जोड़ो यात्रा का लोगो, टैगलाइन, वेबसाइट और गान
कांग्रेस पार्टी ने पदयात्रा के लिए एक लोगो, टैगलाइन, वेबसाइट और पैम्फलेट का अनावरण किया है .यात्रा की टैगलाइन "मिले कदम, जुड़े वतन" (एक साथ चलो, देश को एकजुट करें) है. कांग्रेस ने कहा है कि कोई भी वेबसाइट-www.bharatjodoyatra.in पर रजिस्ट्रेशन कर पदयात्रा में शामिल हो सकता है.पार्टी ने कहा कि इस वेबसाइट पर हर दिन पदयात्रा की आवाजाही को ट्रैक किया जा सकता है.
"भारत जोड़ो यात्रा" और उसके उद्देश्य
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा है कि "भारत जोड़ो" की आवश्यकता है क्योंकि देश को विभाजित किया जा रहा है.विभाजन का पहला कारण आर्थिक असमानताएं हैं, दूसरा सामाजिक ध्रुवीकरण और राज्यों के रूप में तीसरा राजनीतिक केंद्रीकरण है.अधिकार छीने जा रहे हैं, 22 अगस्त को राहुल गांधी ने लगभग 90 मिनट तक 150 नागरिक समाज संगठनों से मुलाकात की और उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के 3 मूल उद्देश्यों के बारे में बताया.
पहला, आर्थिक असमानता की जबरदस्त चुनौतियों से निपटने के लिए भारत जोड़ो यात्रा शुरू की जा रही है. दूसरा, देश को एकजुट करने की जरूरत है क्योंकि जाति, धर्म, भाषा, खान-पान, पहनावे, पढ़ने की आदत, रहन-सहन के नाम पर सामाजिक ध्रुवीकरण हो रहा है. तीसरा कारण राहुल गांधी ने समझाया केंद्र और राज्यों के बीच राजनीतिक विभाजन था.उन्होंने कहा कि संविधान का दुरुपयोग, जांच एजेंसियों का दुरुपयोग, केंद्र सरकार में सत्ता का बढ़ता केंद्रीकरण, राज्य सरकारों को अप्रासंगिक बनाना, पंचायतों को अप्रासंगिक बनाना, नगर पालिकाओं को अप्रासंगिक बनाना.
पदयात्रा किन राज्यों से गुजरेगी?
करीब पांच महीने में 3,500 किलोमीटर लंबी यह पदयात्रा तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, जम्मू-कश्मीर समेत 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों से होकर गुजरेगी.राहुल गांधी 7 सितंबर को कन्याकुमारी में एक मेगा रैली में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल की मौजूदगी में 'भारत जोड़ो यात्रा' की शुरुआत करेंगे.बहुप्रचारित यात्रा की शुरुआत करने से पहले, पूर्व कांग्रेस प्रमुख श्रीपेरंबदूर में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के स्मारक पर एक प्रार्थना सभा में भाग लेंगे.
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यात्रा तमिलनाडु में कन्याकुमारी से शुरू होगी और फिर तिरुवनंतपुरम, कोच्चि, नीलांबुर, मैसूर, बेल्लारी, रायचूर, विकाराबाद, नांदेड़, जलगांव, इंदौर, कोटा, दौसा, अलवर, बुलंदशहर, दिल्ली, अंबाला, पठानकोट, जम्मू से गुजरते हुए उत्तर की ओर बढ़ेगी., और श्रीनगर में समाप्त होगी. अन्य राज्यों में भारत जोड़ो यात्रा समानांतर रूप से आयोजित की जाएगी.दिलचस्प बात यह है कि राहुल गांधी की पदयात्रा गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनावी राज्यों से नहीं गुजरेगी.
पदयात्री की श्रेणियां
5 महीने की यात्रा के दौरान पदयात्रियों की 3 श्रेणियां होंगी.पहले हैं भारत यात्री, जो शुरू से आखिर तक पैदल चलकर जा रहे हैं.दूसरा होगा अतिथि यात्री, उन राज्यों से, जहां से भारत जोड़ो यात्रा नहीं गुजर रही है.तीसरे होंगे प्रदेश के यात्री, वे सौ यात्री, जिनसे होकर राज्य गुजर रहा है, इसलिए एक समय में 300 पदयात्री पैदल चलेंगे.
150 दिनों की पदयात्रा में राहुल गांधी के साथ कौन जाएगा?
कन्हैया कुमार, चांडी ओमन, पवन खेड़ा और विजय इंदर सिंगला उन प्रमुख 118 भारत यात्रियों में शामिल हैं, जो राहुल गांधी के साथ कन्याकुमारी से कश्मीर तक 150 दिनों के दौरान चलेंगे.भारत यात्रियों की पूरी सूची www.bharatjodoyatra.in पर देख सकते हैं.
पदयात्रा के दौरान कहां रहेंगे कांग्रेसी नेता?
यात्रा के साथ-साथ ट्रक पर कुछ कंटेनर भी होंगे. रूकने के स्थल पर सभी यात्री, अतिथि यात्री और भारत यात्री कंटेनर में रहेंगे. रूकने का स्थल करीब 2 एकड़ क्षेत्र होंगे, जहां इन कंटेनरों को खड़ा किया जाएगा.पदयात्रा के दौरान कोई भी यात्री होटल में नहीं रुकेगा.पदयात्रा में शामिल होने वाले 'स्वयंसेवक यात्रियों' की एक और श्रेणी है.
HIGHLIGHTS
- कन्याकुमारी में एक मेगा रैली के बाद यात्रा पर निकलेंगे राहुल गांधी
- 5 महीने की यात्रा के दौरान पदयात्रियों की 3 श्रेणियां होंगी
- एक समय में 300 पदयात्री पैदल चलेंगे