गुजरात (Gujarat) के 18वें मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह सोमवार दोपहर 2 बजे गांधीनगर में संपन्न हो गया, जहां भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) ने दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ ली. गुजरात विधानसभा चुनावों (Gujarat Assembly Elections 2022) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की लगातार सातवीं और ऐतिहासिक जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah), उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) समेत बीजेपी शासित राज्यों के अन्य सीएम और वरिष्ठ नेता शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित रहे. 60 वर्षीय पटेल ने पहली बार सितंबर 2021 में मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. उन्हें गुजरात चुनाव में बीजेपी की बड़ी जीत के बाद शनिवार को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया था. फिर उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात कर अगली सरकार बनाने का दावा पेश किया. इस चुनाव में उन्होंने गांधीनगर की घाटलोडिया विधानसभा सीट पर 1.92 लाख वोटों के अंतर से भारी जीत दर्ज की. जानिए गुजरात के शीर्ष नेता के बारे में पांच बातें.
- भूपेंद्र पटेल भारतीय जनता पार्टी के लो-प्रोफाइल नेता माने जाते हैं. वह कड़वा पाटीदार समुदाय से मुख्यमंत्री बनने वाले पहले शख्स हैं. पहली बार विधायक बनने के बाद पटेल समाज के इस नेता ने सितंबर 2021 में सबको अचंभित करते हुए विजय रूपाणी की जगह मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. भाजपा आलाकमान के इस कदम को 2022 के विधानसभा चुनावों से पहले राज्य में नेतृत्व के विभिन्न स्तरों पर संस्थागत परिवर्तन करने की बड़ी योजना के रूप में देखा गया था.
- गुजरात में भारतीय जनता पार्टी के वोट बैंक का आधार पाटीदार समुदाय पिछले कुछ वर्षों में इससे दूर चला गया था. इसकी वजह बना 2015 का पाटीदार आंदोलन, जिसने हार्दिक पटेल को सूबे का एक बड़ा नेता बना दिया. हार्दिक पटेल के रूप में भी भाजपा के प्रति समुदाय के असंतोष के संकेत के रूप में देखा गया. अब गुजरात का मुख्यमंत्री बनने वाले आनंदीबेन पटेल, केशुभाई पटेल, बाबूभाई पटेल और चिमनभाई पटेल के बाद भूपेंद्र पटेल पांचवें पाटीदार नेता बन गए हैं.
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi greets the gathering and bows before them at the swearing-in ceremony of Gujarat CM Bhupendra Patel and his cabinet ministers in Gandhinagar.
— ANI (@ANI) December 12, 2022
BJP registered a landslide victory in the state election, winning 156 of the 182 seats. pic.twitter.com/9cnW5bmuLK
- सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा रखने वाले भूपेंद्र पटेल पिछले 25 वर्षों से रियल एस्टेट कारोबार में थे. उनके दामाद एक कंस्ट्रक्शन कंपनी चलाते हैं. पटेल ने अहमदाबाद के दरियापुर में पटाखे बेचने की दुकान से शुरुआत की थी. 1990 के दशक में वह मेमनगर नगरपालिका से चुनाव जीते. अब यह क्षेत्र अहमदाबाद नगर निगम सीमा का एक हिस्सा है. वे बीजेपी से जुड़ने और फिर चरणबद्ध तरीके से ऊपर बढ़ते हुए गुजरात की व्यापारिक राजधानी और सबसे बड़े शहर अहमदाबाद से मुख्यमंत्री बनने वाले पहले नेता हैं. उन्होंने अपना पहला बड़ा चुनाव 2010 में अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) से नगरसेवक के रूप में लड़ा और फिर स्थायी समिति के अध्यक्ष बने.
- 2017 में अपने पहले विधानसभा चुनाव में भूपेंद्र पटेल ने कांग्रेस उम्मीदवार शशिकांत पटेल को एक लाख से अधिक मतों के भारी अंतर से हराया था. विजय रूपाणी की जगह उनका सीएम पद के लिए चयन इसलिए भी किया गया था कि वे अपने राजनीतिक करियर में किसी बड़े विवाद में नहीं फंसे.
- पीएम नरेंद्र मोदी ने 2021 में पटेल को सीएम बनने पर ट्विटर पर बधाई देते हुए कहा था, 'मैं उन्हें वर्षों से जानता हूं और उनके अनुकरणीय कार्यों को देखा है. चाहे वह भाजपा संगठन में हो या नागरिक प्रशासन और सामुदायिक सेवा में. वह निश्चित रूप से गुजरात के विकास पथ को समृद्ध करेंगे.'
HIGHLIGHTS
- भूपेंद्र पटेल पिछले 25 सालों से रियल एस्टेट के कारोबार में थे
- भूपेंद्र ने दरियापुर में पटाखे बेचने की दुकान से शुरुआत की थी
- गुजरात के मुख्यमंत्री बनने वाले पाटीदार समुदाय के पांचवें नेता