नेपाल (Nepal) में स्वास्थ्य कारणों और बढ़ती उम्र के आधार पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के आदेश के बावजूद जेल अधिकारियों ने 'सीरियल किलर' चार्ल्स शोभराज (Charles Sobhraj) को रिहा करने से इंकार कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट के 'बिकनी किलर' (Bikini Killer) की रिहाई के आदेश को नेपाल के जेल प्रशासन ने अस्पष्ट करार देते हुए कहा कि अदालती आदेश में यह जिक्र नहीं है कि चार्ल्स शोभराज को किस मामले में रिहा किया जाए. गौरतलब है कि बुधवार को सुप्रीम कोर्ट की जज सपना प्रधान मल्ला और तिल प्रसाद श्रेष्ठ की बेंच ने 78 साल के शोभराज को रिहा करने का आदेश दिया. शोभराज ने जेल से रिहाई के लिए याचिका दायर की थी. इस पर सुनवाई करते हुए सर्वोच्च अदालत ने उसकी वृद्धावस्था के आधार पर रिहाई के आदेश देते हुए 15 दिनों के भीतर उसके निर्वासन को भी मंजूरी दे दी थी. चार्ल्स शोभराज दर्जनों हत्याएं, चोरी और धोखाधड़ी के कई मामलों में शामिल रहा है और उसकी भारत, ग्रीस समेत दक्षिण एशियाई के कई देशों में अलग-अलग मामलों में तलाश है. हालांकि चार्ल्स को 2003 में नेपाल यात्रा के दौरान दो विदेशी पर्यटकों की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. नेपाल में एक आजीवन कारावास के तहत 20 सालों की सजा का प्रावधान है.
- 1944 में वियतनाम में जन्मा चार्ल्स शोभराज एक भारतीय पिता और वियतनामी मां का बेटा है. वह कम उम्र में फ्रांस चला गया और छोटी-मोटी चोरियों और धोखाधड़ी समेत आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो गया.
- 1970 के दशक में शोभराज ने दक्षिण पूर्व एशिया के कई देशों की यात्रा की. वहां उसने हत्या सरीखे जघन्य अपराध करने शुरू किए.
- शोभराज अपराधों को अंजाम देने के लिए अपने आसपास के लोगों को ही मोहरा बनाता था. वह चालाकी से उन्हें अपने लिए इस्तेमाल करता था. अपने शिकार को जाल में फंसाने के लिए शोभराज अपने आकर्षण और अच्छे रंग-रूप को ढाल बनाता था.
- शोभराज ने थाईलैंड, नेपाल और भारत में पर्यटकों को निशाना बनाया. वह पहले उनसे दोस्ती करता था और फिर उन्हें नशा देकर उनकी संपत्ति और आईडी चुरा लेता था.
- कुछ मामलों में शोभराज ने अपने पीड़ितों को मार डाला और उनके शरीर को बेहद जघन्य तरीके से ठिकाने लगाया. इस कारण उसे 'बिकनी किलर' भी कहा जाता था.
- शोभराज को अंततः 1976 में नई दिल्ली के अशोका होटल में हत्याओं और चोरी की एक श्रृंखला के बाद पकड़ा गया. उसे 12 साल जेल की सजा सुनाई गई थी.
- हालांकि चार्ल्स शोभराज को 21 साल जेल में बिताने पड़े. 1986 में उसे बेहद संक्षिप्त समय के लिए रिहा किया गया था, जब वह भाग निकला और गोवा में फिर से पकड़ा गया.
- शोभराज 1997 में रिहा हुआ और पेरिस चला गया. 2003 में नेपाल में फिर से प्रकट हुआ, जहां उसे काठमांडू में देखा और गिरफ्तार कर लिया गया.
- नेपाल की एक अदालत ने 1975 में अमेरिकी पर्यटक कोनी जो ब्रोंज़िच की हत्या के लिए अगले वर्ष आजीवन कारावास की सजा सुनाई. एक दशक बाद उसे ब्रोंज़िच के कनाडाई साथी की हत्या का भी दोषी पाया गया.
- शोभराज की कहानी 2021 में आई टीवी सीरीज 'द सर्पेंट' समेत कई किताबों, वृत्तचित्रों और फिल्मों का विषय रही है.
HIGHLIGHTS
- अपराध को शातिराना अंदाज देने में महारत हासिल रही है चार्ल्स शोभराज को
- नेपाल में अमेरिकी पर्यटक और उसके साथी की हत्या में था जेल में बंद
- सुप्रीम कोर्ट ने स्वास्थ्य और बढ़ती उम्र के आधार पर दिया था रिहाई का आदेश