देश में 44वें चेस ओलंपियाड ( Chess Olympiad-2022) की तैयारियों के बीच सियासत भी गर्म हो गई है. चेन्नई में तमिलनाडु सरकार के एक विज्ञापन पर बीजेपी ने सवाल खड़े किए हैं. 44वें चेस ओलंपियाड के इस विज्ञापन में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (MK Stalin) और संगीतकार एआर रहमान (AR Rahman) दिख रहे हैं. विज्ञापन में शतरंज के लीजेंड विश्वनाथन आनंद ( Vishwanathan Anand) को नहीं दिखाए जाने को लेकर तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के अन्नामलाई सवाल उठाए हैं.
सुपरस्टार रजनीकांत ने जारी किया विज्ञापन
साउथ फिल्म इंडस्ट्रीज के सुपरस्टार रजनीकांत ने शुक्रवार शाम को 44वें चेस ओलंपियाड को लेकर राज्य सरकार का विज्ञापन जारी किया था. विज्ञापन में मुख्यमंत्री एमके स्टालिन एक्टिंग करते दिख रहे हैं. उनके अलावा विज्ञापन में एआर रहमान भी दिख रहे हैं. सरकारी विज्ञापन जारी होने के बाद के अन्नामलाई ने ट्वीट किया कि चेस ओलंपियाड का विज्ञापन स्टालिन सरकार ने जारी किया है. इस विज्ञापन में चेस चैंपियन विश्वनाथन आनंद ही नहीं हैं. यह विज्ञापन तमिलनाडु में DMK सरकार की तरह है. सब दिखावा जिसका कोई मतलब नहीं है.
No Viswanathan Anand avl in an advertisement for Chess Olympiad?
— K.Annamalai (@annamalai_k) July 15, 2022
This Advertisement is just like DMK @arivalayam govt in TN - all show & no substance.
For God’s sake let our @CMOTamilnadu focus on governance that is already in shambles & not on acting! https://t.co/230pOyVo1v
उद्घाटन के लिए पीएम मोदी को बुलाएंगे
बीजेपी नेता के अन्नामलाई ने कहा कि भगवान के लिए हमारे मुख्यमंत्री को अभिनय पर नहीं बल्कि तमिलनाडु में शासन पर ध्यान केंद्रित करने दें, जो पहले से ही जर्जर है. दूसरी ओर स्टालिन सरकार 44वें चेस ओलंपियाड के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलाने की योजना बना रहा है. ओलंपियाड का शुभंकर एक घोड़ा है और इसका नाम थंबी रखा गया है. तमिलनाडु सरकार ने टूर्नामेंट के आयोजन के लिए 92 करोड़ 13 लाख रुपये आवंटित किए हैं.
पीएम मोदी ने ही लॉन्च किया था टॉर्च रिले
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम से चेस ओलंपियाड की टॉर्च रिले को लॉन्च किया था. दौरान खेल मंत्री अनुराग ठाकुर भी यहां पर मौजूद रहे. पहली बार चेस ओलंपियाड से पहले इस तरह टॉर्च रिले निकाला जा रहा है. अभी तक ओलंपिक खेलों में ही ऐसा होता था, लेकिन इंटरनेशनल चेस बॉडी ने इस बार चेस ओलंपियाड में भी इसे लागू किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चेस ओलंपियाड 2020 की गोल्ड मेडलिस्ट Koneru Humpy के साथ चेस खेलकर इवेंट की शुरुआत की थी.
दिल्ली और गुजरात ने की थी दावेदारी
यह चेस ओलंपियाड पहले रूस की राजधानी मास्को में होने वाली थी. पहले कोरोनावायरस और फिर रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से इसके आयोजन पर संकट आ गया. उसके बाद भारतीय ओलंपिक संघ ने इसकी मेजबानी का दावा किया. इसके बाद भारत को यह मेजबानी मिल गई. भारत में चेस ओलंपियाड के आयोजन के लिए तमिलनाडु के अलावा दिल्ली और गुजरात भी दावेदार के रूप में सामने आए थे. भारतीय टीम के कोच श्रीनाथ नारायणन ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन से मुलाकात कर उनसे मदद मांगी. इसके बाद चेस ओलंपियाड की मेजबानी चेन्नई को मिली.
चेस ओलंपियाड 2014 में भारत को कांस्य
तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के महाबलिपुरम में 28 जुलाई से 10 अगस्त तक 44वां चेस ओलंपियाड का आयोजन होने वाला है. विश्व शतरंज महासंघ (FIDE) की ओर से भारत को पहली बार दुनिया के सबसे बड़े शतरंज आयोजन की मेजबानी करने का मौका मिला है. चेन्नई के बाहरी इलाके में स्थित महाबलिपुरम में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में 190 देशों के दो हजार से अधिक खिलाड़ी और विजिटर्स शामिल होंगे. चेस ओलंपियाड 2014 में भारत ने सबसे बेहतरीन प्रदर्शन किया था. भारतीय टीम ने तब कांस्य पदक अपने नाम किया था.
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चेस ओलंपियाड के बारे में जानें
चेस ओलंपियाड को वैश्विक भागीदारी के मामले में ओलंपिक खेलों के बाद सबसे बड़ा खेल आयोजन माना जाता है. हर दो साल में एक बार चेस ओलंपियाड आयोजित किया जाता है. इस विश्वस्तरीय टूर्नामेंट में 190 देशों के खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं. ओलंपियाड में अपने-अपने देशों के लिए एक टीम के रूप में सभी खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं. हर एक टीम में पांच खिलाड़ी शामिल होते हैं. सभी अलग-अलग भाग में खेल का हिस्सा होते हैं. चेस ओलंपियाड के 95 साल के इतिहास में यह पहला मौका है जब भारत इसकी मेजबानी कर रहा है.
HIGHLIGHTS
- हर दो साल में एक बार चेस ओलंपियाड आयोजित किया जाता है
- चेस ओलंपियाड 2014 में भारत ने सबसे बेहतरीन प्रदर्शन किया
- उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलाने की योजना है