एक तरफ जहां चीन पूरी दुनिया में अमेरिका के सामने एक बड़ी चुनौती बनकर उभरने की कोशिश में जुटा है. वहीं, दूसरी ओर चीन के भीतर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. ऐसे संकेत मिल रहे हैं जिनके मुताबिक चीन के प्रेजीडेंट शी जिनपिंग के खिलाफ चीन में कोई हवा बन रही, जिससे निपटने के लिए जिनपिंग जो रास्ते अपना रहे हैं उसके नतीजे के तौर पर चीन की कम्युनिस्ट सरकार के बड़े अधिकारी एक के बाद एक करके गायब होते जा रहे हैं.
हाल ही में चीन के विदेश मंत्री किन गैंग लापता हो गए थे बाद में उन्हें उनके पद से बर्खास्त करने का ऐलान हुआ. इसके बाद अब चीन के रक्षा मंत्री ली शांगफू भी गायब हो गए हैं. 29 अगस्त के बाद से वो सार्वजनिक तौर पर देखे नहीं गए हैं. ली शांगफू कहां हैं ये किसी को पता नहीं है और माना जा रहा है कि जिनपिंग ने उन्हें भी अपनी रास्ते से हटा दिया है. ली शांगफू चीन के वो अधिकारी है जिनसे अमेरिका भी खौफ खाता है और वो अक्सर अमेरिका के खिलाफ चीन की ताकत को बय़ां करने वाला बयान देते रहते थे. अमेरिका ने उन पर पाबंदी भी लगा रखी है. दुनिया की सबसे मजबूत मिलिट्री पावर्स में से एक चीन की फौज के इंचार्ज ली शांगफू आखिर कहां है इसके बार में बस कयास ही लगाए जा रहे हैं. अमेरिकी अखबार द वॉल स्ट्रीट जर्नल की खबर के मुताबिक अमेरिकी खुफिया एंजेसियों को शक है कि ली शांगफू को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके खिलाफ जांच की जा रही है . उन पर चीनी सेना में भ्रष्टाचार के बढ़ावा देने के आरोप लगाए जा रहे हैं.
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ली शांगफू को चीन के रक्षामंत्री के पद से बर्खास्त नहीं किया गया
इस खबर पर आगे बढ़ने से पहले हम आपका ये बताते हैं कि शांगफू का कद आखिरकार चीन में कितना बड़ा है और कैसे वो इतने कम वक्त में इतने बड़े पद पर पहुंचे. ली शांगफू के पिता चीन की कम्युनिस्ट क्रांति से सदस्य थे. ली, 1980 में अपने पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए कम्युनिस्ट पार्टी में शामिल हुए और दो साल बाद चीन की सेना में भर्ती हो गए. इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले ली ने कतीन दशकों तक चीन के सैटेलाइट लॉन्चिंग सेंटर में काम किया और बाद में डायरेक्टर बने. साल 2017 में ली चीन के मिलट्री कमीशन के तहत आने वाले हथियारों की खरीद विभाग के चीफ बने और साल 2017 में रूस से फाीइटर जेट्स और मिसाइल्स की खरीदारी के बाद अमेरिका ने उनपर पाबंदी लगा दी.
ली शांगफू के करियर में सबसे बड़ा बदलाव पिछले ही साल आया. अक्टूबर, 2022 में उन्हें चीन के सबसे पावरपुल सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के सदस्य बनाया गया और कुछ ही महीनों बाद उन्हें चीन का रक्षा मंत्री बना कर स्टेट काउंसलर का रुतबा दिया गया जो चीन के सिस्टम में एक बहुत बड़ा ओहदा माना जाता है. ली शांगफू गायब जरूर हो गए हों, लेकिन अभी तक उन्हें चीन के रक्षामंत्री के पद से बर्खास्त नहीं किया गया है. माना जा रहा है कि उन्हें भी ठीक उसी तरह उनके पद से बर्खास्त कर दिया जाएगा जैसे कुछ ही महीने पहले चीन के रक्षामंत्री किन गैंग को हटाया गया था. किन गैंग पर आरोप था कि उनके एक अमेरिकी टेलीविजन एंकर के साथ गहरे संबंध थे. ली शांगफू का लापता हो जाना इस बात का इशारा करता है कि चीन फौज में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. इससे पहले शी जिनपिंग ने अपना रॉकेट फोर्स के दो सीनियर जनरल्स को बर्खास्त कर दिया था. चीन की रॉकेट फोर्स बेहद अहम मानी जाती है और उसकी पूरी मिसाइल पावर इसी रॉकेट फोर्स के तहत आती है.
कई बड़ी हस्तियां हुई हैं गायब
चीन की फौज को पीपल्स लिबरेशन आर्मी यानी PLA कहा जाता है और माना जा हा है PLA के बड़े अधिकारी शायद जिनपिंग के उस एजेंडे में फिट नहीं बैठ रहे हैं जिसके तहत वो दुनियाभर में अपनी मिलिट्री पावर की छाप छोड़ना चाहते हैं. इसके अलावा जिनपिंग PLA में ऐसे किसी भी लीडर को बड़े ओहदे पर नहीं देखना चाहते हैं जिस पर उन्हें रत्तीभर भी शक हो. बहरहाल ली शांगफू का गायब होना शी जिनपिंग की उसी तानाशाही वर्किंग स्टाइल का हिस्सा माना जा रहा जिसमें वो अपने विरोधियों को पहले लापता करवाते हैं और फिर वो उन्हें पब्लिक लाइफ से गायब हो जाते हैं. रक्षामंत्री ली शांगफू और विदेश मंत्री किन गैंग से पहले भी शी जिनपिंग के राज में चीन के पावरफुल लोग गायब होते रहे हैं. चीन के अरबपति इनवेस्टमेंट बैंकर बाओ फान कई महीनों से लापता हैं. बाओ फान ने टेक इंडस्ट्री पर चीनी सरकार के कंट्रोल के खिलाफ बयान दिया था.
जैक मा भी हुए थे गायब
मशहूर कंपनी अलीबाबा के मालिक जैक मा साल 2020 में सरकार की आर्थिक नीतियों के खिलाफ बयान देने के बाद गायब हो गए थे. हालांकि वो 2021 में स्पेन में छुट्टी मनाते नजर जरूर आए लेकिन उनका रूतबा काफी कम हो गया. रियल स्टेट के कारोबारी रेन झिकियांग ने 2020 में कोविड19 से निपटने में सरकार की नीतियों का आलोचना की थी नतीजतन पहले वो लापता हुए फिर बाद में रता चाला कि उन्हें 18 साल के लिए जेल में डाल दिया गया है. चीन के प्रेजीडेंट शी जिनपिंग ने इसी साल अपना तीसरा कार्यकाल शुरू किया है. चीन में उनके कई ऐसे विरोधी हैं जो उन्हें पसंद नहीं करते लिहाजा जिनपिंग अपनी सत्ता में पकड़ को कतई कमजोर होने देनानहीं चाहते. चीन की इकोनॉमी लगातार गिरती जा रही है और लगातार बढ़ती बेरोजगारी जिनपिंग के लोकप्रियता के लिए बड़ा खतरा है. हाल ही में चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के रिटायर्ड लीडर्स के एक मीटिंग हुई ती जिसमें चीन को मौजूदा हालात के मद्देनजर शी जिनपिंग की आलोचना की गई थी. और इस खबर को लीक भी किया गया. चीन में ऐसा होना कोई आमबात नहीं है. जाहिर है, चीन में जिंनपिंग के मजबूत किले के भीतर ऐसा बहुतकुछ चल रहा जो उन्हें परेशानी में डाल सकता है और रक्षामंत्री ली शांगफू के गायब होने को इस एंगल से भी देखा जा रहा है.
सुमित कुमार दुबे की रिपोर्ट
Source : News Nation Bureau