चीन में कोविड प्रोटोकॉल नियम या शी जिनपिंग (Xi Jinping) सरकार की सख्त जीरो कोविड पॉलिसी का अंदाजा महज इस एक उदाहरण से लगाया जा सकता है. उजबेकिस्तान (Uzbekistan) में शंघाई सहयोग संगठन की बैठक से लौटने के बाद शी जिनपिंग कोविड प्रोटोकॉल नियमों के तहत घर पर ही क्वारंटाइन हो गए. कई दिनों तक सार्वजनिक तौर पर अनुपस्थित पाकर उनके तख्तापलट (Coup) की अफवाह वैश्विक स्तर पर फैल गई, जबकि वह घर पर जीरो कोविड पॉलिसी के तहत अपने को एकांत में रखे हुए थे. यही नहीं, इसी कोविड जीरो पॉलिसी ने चीन की अर्थव्यवस्था (Economy) के लिए कई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं. नियमों के तहत कोरोना संक्रमण (Corona Epidemic) के नए मामले सामने आते ही सिनेमाघार, कारखाने, रेस्त्रां समेत औद्योगिक और सार्वजनिक गतिविधियां बंद कर दी जाती हैं. साथ ही संबंधित इलाके के लोगों को घरों में कैद रहने का हुक्म और सुना दिया जाता है. अब शंघाई (Shanghai) नए सिरे से जीरो कोविड पॉलिसी या सख्त कोरोना प्रोटोकॉल झेल रहा है. स्कूल, जिम और बार बंद कर दिए गए हैं. चीन का वित्तीय केंद्र शंघाई कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (CCP) की 20वीं कांग्रेस से ऐन पहले सामने आए कोविड-19 (COVID-19) संक्रमण के मामलों को नियंत्रण में लाने की कोशिश कर रहे हैं. गौरतलब है कि सीसीपी कांग्रेस की 16 अक्टूबर को बैठक होनी है, जहां शीर्ष अधिकारियों को नए सिरे से पत्तों की तरह फेंटा जाएगा. इसके साथ ही राष्ट्रपति शी जिनपिंग अपने तीसरे कार्यकाल पर मुहर लगवा माओ के बाद सबसे शक्तिशाली नेता बनकर उभरेंगे.
शंघाई में कोविड-19 के नए मामलों के बाद सख्ती ऐसे समझें
- शंघाई में कोरोना संक्रमण के बढ़ने की आशंका को देख सभी स्कूलों में छात्रों के आने पर रोक लगा दी गई है.
- शंघाई के कम से कम पांच जिलों में सिनेमाघरों, बार समेत मनोरंजन के अन्य ठिकाने बंद कर दिए गए हैं. संक्रमण पर काबू पाने के लिए जिम भी बंद कर दिए गए हैं.
- शंघाई में कड़े कोरोना प्रोटोकॉल को नए मामलों के सामने आते ही लागू कर दिया गया है. इसकी वजह से लगभग 2.5 करोड़ लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं.
- कोविड मामलों पर नियंत्रण पाने के लिए कुछ अन्य सेवाओं को बंद कर सार्वजनिक कार्यक्रमों पर सख्ती से रोक लगा दी गई है.
- शंघाई में पिछली बार कोरोना लॉकडाउन दो महीने चला था. ऐसे में वहां के निवासियों को खान-पान और मेडिकल देखभाल के क्रम में जबर्दस्त दिक्कत झेलनी पड़ी थी.
- शंघाई में कोरोना के 38 नए मामले मिले हैं. गौर करने वाली बात यह है कि सभी मामले क्वारंटाइन पर रह रहे लोगों से जुड़े हैं.
- शी जिनपिंग ने चीन की जीरो कोविड पॉलिसी को अपने नेतृत्व की आधारशिला बना रखा है. वह भी तब जब इसकी भारी सामाजिक और आर्थिक कीमत चुकानी पड़ी है.
- चीन ने वायरस के साथ जीने के कोई संकेत नहीं दिखाए हैं. इसके बजाय वह कोविड के नियंत्रण में सफल होने के अपने उपायों पर जोर देता आया है.
HIGHLIGHTS
- शंघाई में कोरोना संक्रमण के 38 नए मामले सामने आने के बाद सख्त जीरो कोविड पॉलिसी लागू
- कोरोना के सख्त प्रोटोकॉल से जुड़े नियम-कायदों ने 2.5 करोड़ लोगों को किया उनके घरों में कैद
- 16 अक्टूबर को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की कांग्रेस की बैठक होने वाली है, जिसे लेकर ज्यादा सख्ती
Source : News Nation Bureau