Turkiye Earthquake: 3 दिन पहले ही डच विशेषज्ञ ने कर दी थी तुर्किए में भूकंप की भविष्यवाणी, कैसे...

नीदरलैंड स्थित एसएसजीएस संगठन के लिए काम करने वाले डच शोधकर्ता फ्रैंक हूगरबीट्स ने तीन दिन पहले ही तुर्किए में विनाशकारी भूकंप की भविष्यवाणी कर दी थी.

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Nihar Saxena
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Turkiye-Syria Earthquake

काहिरा तक महसूस किए गए भूकंप के झटके. सैकड़ों हताहत.( Photo Credit : न्यूज नेशन)

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सोमवार तड़के दक्षिणी तुर्किए (Turkiye) और उत्तरी सीरिया में 7.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप (Earthquake) आया. इस विनाशकारी तेज भूकंप से इमारतें ताश के पत्तों की तरह ढह गईं. भूकंप प्रभावित इलाके के शहर दर शहर और कस्बों में इमारतों के मलबों में बचे लोगों की तलाश जारी है. इस भूकंप में कम से कम 300 लोग मारे गए हैं और सैकड़ों घायल हुए हैं. मृतकों और घायलों का आंकड़ा और बढ़ने की उम्मीद है. भूकंप के झटके काहिरा तक महसूस किए गए. भूकंप का केंद्र सीरिया (Syria) की सीमा से लगभग 90 किलोमीटर दूर गजियांटेप शहर के उत्तर में केंद्रित था. गूगल मैप्स के अनुसार गाजियांटेप एजियन सागर क्षेत्र से लगभग 11 घंटे और मारमारा से 12 घंटे की दूरी पर स्थित है. तुर्किए सरकार समर्थक दैनिक अखबार डेली सबा के अनुसार भूकंप विशेषज्ञ द्वारा दिसंबर 2022 में बड़े पैमाने पर भूकंप की भविष्यवाणी की गई थी. नीदरलैंड स्थित संगठन सोलर सिस्टम ज्योमेट्री सर्वे (SSGS) के लिए काम करने वाले एक अन्य डच शोधकर्ता फ्रैंक हूगरबीट्स ने भी सिर्फ तीन दिन पहले 3 फरवरी  2023 को भूकंप की भविष्यवाणी की थी. अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए डच विशेषज्ञ फ्रैंक हूगरबीट्स ने लिखा था, 'जल्द ही या कुछ समय बाद दक्षिण-मध्य तुर्किए (Turkey), जॉर्डन, सीरिया, लेबनान के क्षेत्र में 7.5 तीव्रता का भूकंप कहर बरपाएगा.' एसएसजीएस खुद को ट्विटर पर भूकंपीय गतिविधियों और खगोलीय पिंडों के बीच ज्यामिति की निगरानी करने वाला एक शोध संस्थान बताता है.

क्या थी भूकंप की भविष्यवाणी?
भविष्यवाणी के वायरल होने के बाद फ्रैंक हूगरबीट्स ने भूकंप पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, 'जैसा कि मैंने पहले कहा था जल्द ही या बाद में इस क्षेत्र में विनाशकारी भूकंप आएगा.  जैसा कि 115 और 526 वर्षों में हुआ था. ये भूकंप हमेशा महत्वपूर्ण ग्रहों की ज्यामिति से पहले आते हैं, जैसा कि हमने 4-5 फरवरी को देखा था'. एक अन्य भविष्यवाणी में खनन भूविज्ञान, पृथ्वी विज्ञान और भूकंप के विशेषज्ञ सेरकन इसेली ने दिसंबर 2022 में डेली सबा को बताया था, 'तुर्की के मरमारा क्षेत्र में एक बड़े पैमाने पर भूकंप आने की आशंका है. यहां देश का सबसे अधिक आबादी वाला महानगर इस्तांबुल स्थित है'. इसेली ने यह भी आशंका जताई थी कि भूकंप जल्द ही एजियन क्षेत्र को अपनी चपेट में लेगा. इसेली ने साफतौर पर भविष्यवाणी की थी कि इस्तांबुल में बड़ा भूकंप आना तय है, जिसके कहर से एजियन क्षेत्र भी नहीं बच सकेगा. हालांकि सेरकन इसेली ने डेली सबा से कहा था, 'भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.0 से अधिक नहीं होगी, क्योंकि 1963 और 1999 में गोअलकुक भूकंप ने मारमारा में पृथ्वी के नीचे तनाव की मात्रा को काफी कम कर दिया था. ऐसे में 5.8 से 6.2 से अधिक का भूकंप मरमरा सागर में संभव नहीं है.' इसके साथ ही उन्होंने दैनिक को बताया हैलेनिक आर्क कहे जाने वाले क्रेते द्वीप भूकंप के लिहाज से खतरनाक रूप से संवेदनशील है. इस क्षेत्र ने पहले भी 8.0 की तीव्रता वाले भूकंप आए हैं और अब सबसे बड़ा शक्तिशाली भूकंप का अंदेशा है. सेरकन इसली ने इस विनाशकारी भूकंप की वजह से सूनामी की आशंका भी जताई थी.

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SSGEOS और क्रिटिकल प्लैनेट ज्यामिति के बारे में जानकारी
SSGEOS खुद को भूकंपीय गतिविधियों और आकाशीय पिंडों के बीच ज्यामिति की निगरानी करने वाला एक शोध संस्थान बताता है. भूकंपों के लिए ग्रहों के संयोजन को जिम्मेदार बताते हुए संगठन कहता है, 'पहला संकेत कि सौर मंडल में विशिष्ट ज्यामिति बड़े भूकंप का कारण बन सकती है 23 जून 2014 को मिला था, जब दक्षिण प्रशांत क्षेत्र में रिक्टर पैमाने पर 6 की तीव्रता वाले तीन भूकंप आए. इसके बाद उत्तरी प्रशांत क्षेत्र में 7.9 तीव्रता के तीन और भूकंप आए. भूकंप के ये सभी झटके कई घंटों के भीतर आए थे. पृथ्वी की भूगर्भीय गितिविधियों के लिहाज से अपेक्षाकृत शांत महीने में भूकंप अचानक आए थे. भूकंप विज्ञान में समूह में आए इन बड़े भूकंपों का कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया जा सका. हालांकि सौर प्रणाली सिमुलेशन सॉफ्टवेयर का उपयोग करने पर पता चला था कि 23 जून 2014 के आसपास छह खगोलीय पिंड और ग्रहों का संयोजन सामने आया था. ये सभी पिंड और ग्रह एक त्रिकोण की आकृति बना रहे थे. संगठन की वेबसाइट के मुताबिक क्रिटिकल प्लैनेटरी ज्यामिति या चंद्रमा के शामिल होने पर क्रिटिकल लूनर ज्यामिति आकाशीय ग्रहों के बीच अद्वितीय ज्यामिति को सामने लाती है, जो बड़े भूकंप का कारण बनती है.  हालांकि बड़े भूकंप आमतौर पर क्रिटिकल ज्यामिति का परिणाम नहीं होते हैं. एसएसजीईओएस का कहना है कि कभी-कभी भूकंपीय गतिविधि में केवल 6.0 तीव्रता की मामूली वृद्धि देखी जाती है. यह इस निष्कर्ष पर ले जाती है कि पृथ्वी के क्रस्ट की स्थिति, विशेष रूप से टेक्टोनिक प्लेटों के बीच घर्षण और फॉल्ट लाइन का तनाव चरम पर पहुंच चुका है. यह स्वाभाविक रूप से ग्रहों की ज्यामिति से विद्युत चुम्बकीय आवेश और पृथ्वी के क्रस्ट में तनाव के संबंध को सामने लाता है.

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तुर्किए भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील क्षेत्र
रिपोर्ट बताती है कि तुर्किए भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्रों में से एक में स्थित है. 1999 में तुर्किए में आए 7.4 तीव्रता के भूकंप से ड्यूज प्रभावित हुआ था. दशकों के लिहाज से यह सबसे बड़ा भूकंप था. उस भूकंप में इस्तांबुल में लगभग 1,000 समेत 17,000 से अधिक लोग मारे गए थे. गार्डियन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि विशेषज्ञ लंबे समय से चेतावनी देते आए हैं कि इस्तांबुल में बगैर सुरक्षा उपायों के ऊंची-ऊंची इमारतें तानी जा रही है. ये इमारतें किसी बड़े भूकंप में ताश के पत्तों की तरह ढह सकती हैं. जनवरी 2020 में एलाज में 6.8 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें लगभग 40 लोग मारे गए थे. इसके अलावा उसी वर्ष अक्टूबर में एजियन सागर में आए 7.0 तीव्रता के भूकंप में 1,000 से अधिक लोग हताहत हुए थे.

HIGHLIGHTS

  • दक्षिण-मध्य तुर्किए, जॉर्डन, सीरिया, लेबनान में 7.5 तीव्रता का भूकंप आने की बात पहले कही गई थी
  • दिसंबर 2022 में भी तुर्किए सरकार के मुखपत्र डेली सबा में भी बड़े भूकंप की भविष्यवाणी की गई थी
  • इस विनाशकारी तेज भूकंप से इमारतें ताश के पत्तों की तरह ढह गईं. मलबों में दबे हैं सैकड़ों लोग
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