Odisha Train Accident : ओडिशा के बालासोर में तीन ट्रेनों की टक्कर से पूरा देश घबराया हुआ है. मृतकों की संख्या 288 तक पहुंच गई है.वहीं, घायलों का आंकड़ा 900 के पार हैं. मरने वालों की तादाद बढ़ने की आशंका है. घायलों का अस्पताल में इलाज जारी है. बालासोर में हुए ट्रेन हादसा देश की सबसे बड़े हादसों में से एक है. देश में रेल हादसे पहले भी हुए हैं, लेकिन इतनी भीषण दुर्घटना करीब डेढ़ दशक बाद हुई है. हादसे की तस्वीरें और वीडियो देखकर आपकी रूह कांप जाएंगी. इस हादसे ने 2009 में हुए एक हादसे की याद दिला दी है. इसे संयोग ही कहे या दुर्भाग्य कहे कि वो हादसा भी ओडिशा के बालासोर में कोरोमंडल एक्सप्रेस के साथ हुआ था. इतना ही नहीं, जिस दिन वो हादसा हुआ, वो भी शुक्रवार का ही दिन था. तारीख थी 13 फरवरी 2009. ऐसे में बड़ा सवाल है कि आखिर 14 साल बाद कैसे उसी दिन, वही ट्रेन, उसी जगह पर फिर से हादसे का शिकार हो गई. क्या यह मानवीय भूल है या तकनीकी गड़बड़ी की वजह से यह हादसा हुआ है. या फिर कोई और वजह है जिस कारण यह दुर्घटना हो रही है.
ट्रेन की बोगियां एक दूसरे पर चढ़ गई थी
कोरोमंडल एक्सप्रेस हावड़ा से चेन्नई के लिए रवाना हुई थी. ट्रेन की रफ्तार भी काफी तेज थी. इसी दौरान ओडिशा के बालासोर में अचानक ट्रेन के 16 डिब्बे पटरी से उतर गए. इस हादसे में भी बोगियां एक दूसरे पर चढ़ गई थी. हालांकि, इसमें 16 यात्रियों की मौत हो गई थी. वहीं, 160 लोग घायल हो गए थे. इस दौरान तात्कालीन रेलमंत्री लालू यादव ने घटना पर दुख जताते साजिश की आशंका जताई थी. हालांकि, उन्होंने जांच के आदेश दिए थे.
हालांकि, 2 जून को हुए हादसे जितना भीषण नहीं था. 14 साल बाद हुए हादसे में खबर लिखे जाने तक 288 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं, करीब 1000 लोग घायल हैं. इस हादसे में 2 ट्रेन और एक मालगाड़ी आपस में टकरा गए थे. इस हादसे की वजह से बड़े पैमाने पर तबाही हुई है. रेलवे, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो चुका है. इस हादसे के लिए उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित कर दी गई है. रिपोर्ट आने के बाद ही खुलासा हो पाएगा कि यह दुर्घटना कैसे हुई है.
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पीएम मोदी भी घटनास्थल पर पहुंच रहे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हादसे वाली जगह पर पहुंच रहे हैं. वहीं, घटनास्थल पर ओडिशा के मुख्यमंत्री, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव एवं कई केंद्रीय मंत्री मौजूद हैं. केंद्र सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए मुआवजे का ऐलान किया गया है. घायलों को फौरी तौर पर अस्पताल में 50 हजार रुपये दिए गए हैं.