अबतक की सबसे बड़ी महंगाई की मार झेल रहा पाकिस्तान सियासी बवाल का भी सामना कर रहा है. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के राष्ट्रीय अध्यक्ष इमरान खान आज किसी भी वक्त गिरफ्तार हो सकते हैं. जांच एजेंसी कोर्ट के बाहर उन्हें गिरफ्तार कर सकती है. तोशाखाना केस में इमरान खान दोषी पाए गए हैं. इसी मामले को लेकर उनकी गिरफ्तारी हो सकती है. इधर अपने नेता पर गिरफ्तारी की तलवार लटकता देख बड़ी संख्या में समर्थक उनके लाहौर स्थित आवास के बाहर खड़े हैं. समर्थकों की भीड़ को देखते हुए पुलिस बल भी तैनात है. समर्थक इमरान खान की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे हैं. साथ ही अपने नेता पक्ष में नारेबाजी कर रहे हैं. सबसे पहले जानते हैं कि आखिर इमरान खान पर आरोप क्या है और पुलिस गिरफ्तार क्यों करना चाह रही है. साथ ही सबसे बड़ा सवाल है कि इमरान खान अर्श से फर्श तक कैसे पहुंचे. एक खिलाड़ी से लेकर प्रधानमंत्री तक का सफर करने वाले इमरान खान के साथ ऐसा क्या हुआ कि उन्हें जेल जाने तक की नौबत आ गई.आइए हम आपको पूरा मामला सामझाते हैं.
इमरान खान को पुलिस क्यों करना चाह रही गिरफ्तार
दरअसल, इमरान खान पर सस्ते गिफ्ट्स खरीदने और ज्याद कीमतों में बेचने का आरोप है. हालांकि इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की लीगल टीम ने इस्लामाबाद हाईकोर्ट में गिरफ्तारी से पहले ही जमानत याचिका दायर कर दी है. इमरान खान को दो दिन पहले ही एंटी टेररिज्म कोर्ट (ATC) में हाजिर होना था, लेकिन पीटीआई सुप्रीमो कोर्ट में पेश नहीं हुए. जिसके बाद कोर्ट ने गिरफ्तारी के आदेश दे दिए.
इमरान खान इस केस में पाए गए दोषी
असल में इमरान खान पर तोशाखाना में जमा गिफ्ट्स को सस्ते में खरीदने और ऊंची कीमतों पर बेचने का आरोप है. इस मामले को लेकर चुनाव आयोग ने उन्हें पांच साल के लिए अयोग्य ठहराते हुए संसद की सदस्यता रद्द कर दी थी. चुनाव आयोग के फैसले के बाद इमरान खान के समर्थकों ने चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर हिंसक प्रदर्शन किया था, जिसमें कई लोग घायल हो गए थे. इस घटना के बाद इमरान पर आतंक निरोधी कानून के तहत वारंट जारी किया था.इमरान खान 2018 में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी. उन्हें अरब और यूरोपीय देशों से महंगे गिफ्ट मिले थे. इमरान खान ने सारे गिफ्ट्स को तोशाखाना में जमा करा दिया था, लेकिन इमरान खान ने बाद में तोशाखाना से सस्ते दामों पर खरीद लिया और ऊंची कीमतों पर बेच दिया. इमरान खान पर महंगे गिफ्ट्स बेचकर करीब 3 करोड़ रुपये मुनाफा कमाने का आरोप है. इमरान खान ने यह जानकारी चुनाव आयोग को दी थी.
समर्थकों से इमरान बोले- हार नहीं मानना है
वहीं इमरान खान ने अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने और हार नहीं मानने की अपील की है. इमरान खान ने कहा कि किसी भी सूरत में हार नहीं मानना है. जीवन कितना भी कठिन क्यों न हो, चाहे कितना भी दर्द सहना पड़े. हार नहीं मानना. दर्द हमेशा के लिए नहीं रहता. इसलिए चलते रहो हार कभी मत मनना.
इमरान खान के करीबी रशीद हो चुके हैं गिरफ्तार
महाकंगाल पाकिस्तान महंगाई की एक परेशानी से जूझ ही रहा है, इस बीच सियासी घमासान भी बढ़ने लगा है. इसी महीने इमरान खान के करीबी और अवामी मुस्किलम लीग के चीफ शेख रशीद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. रशीद ने पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी पर इमरान खान की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया था. गिरफ्तारी के बाद रशीद ने कहा था कि वो इमरान खान के करीबी हैं इसलिए सरकार के इशारों पर उनकी गिरफ्तारी हुई. रशीद ने आगे कहा कि मैं अपनी बात पर अडिग हूं इमरान खान सही हैं और जरदारी उन्हें मारना चाहते हैं. इमरान को जान का खतरा है. रशीद ने कहा कि जरदारी इमरान खान को कमजोर और अयोग्य ठहराने की कोशिश कर रहे हैं.
पिछले साल इमरान खान पर हुआ था जानलेवा हमला
रशीद का यह भी आरोप है कि उन्हें बिना किसी वारंट के गिरफ्तार किया गया और पुलिस ने उनके साथ बदतमीजी की. उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी के पीछे शहबाज शरीफ और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टे का हाथ है. बता दें कि बिलावल भुट्टे आसिफ अली जरदारी के बेटे हैं. बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर बीते साल नवंबर 2022 में जानलेवा हमला हुआ था. पीटीआई की ओर से निकाली गई आजाद रैली में एक शख्स ने इमरान खान पर गोली चला दी थी. जिसमें वह बुरी तरह जख्मी हो गए थे.