Nepal Plane Crash: नेपाल में बुधवार की सुबह भयंकर विमान हादसा हो गया. यह प्लेन क्रैश राजधानी काठमांडू के त्रिभुवन इंटरनेशनल एपरपोर्ट पर हुआ है. सौर्य एयरलाइंस का विमान टेकऑफ के कुछ ही पल बाद क्रैश हो गया. विमान में कुल 19 लोग सवार थे, जिनमें 18 लोगों की मौत हो गई जबकि पायलट ही एकमात्र जीवित बचा. विमान काठमांडू से 150 किलोमीटर पूर्व में पोखरा के लिए रवाना हुआ था, लेकिन मंजिल पर पहुंचने से पहले ही क्रैश हो गया. ऐसे में आइए जानते हैं कि नेपाल में उड़ान भरना कितना चुनौतीपूर्ण है, जो बार-बार वहां प्लेन क्रैश होते हैं, क्योंकि देश में विमानन हादसों का इतिहास काफी शॉकिंग रहा है.
प्लेन क्रेश हादसे के वीडियो भी सामने आए हैं, उनमें देखा जा सकता है कि गिरने के बाद विमान कैसे आग के गोले में बदल गया. बताया गया है कि रनवे के दक्षिणी छोर से उड़ान भरते समय जहाज का अचानक से बैलेंस बिगड़ गया, वो एक तरह झुक गया, उसका पंख जमीन से टकराया और फिर जहाज में तुरंत आग लग गई. इस हादसे से एयरपोर्ट पर हाहाकार मच गया. वहां मौजूद लोगों के पैरों तले से जमीन खिसक गई. वो सिर्फ हैरानी के साथ जलते हुए विमान को देखते ही रह गए. सामने आए वीडियो को देखकर आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे.
यहां देखें- Nepal Plane Crash Video
दुःख के रास्तों से गुज़र रही है ज़िन्दगी
— Prof. Sudhanshu Trivedi (@Sudanshutrivedi) July 24, 2024
इस क़दर हादसों से गुज़र रही है ज़िन्दगी
भगवान ध्यान दे तो अच्छा है
दुःख होता है ऐसे मर रही है ज़िन्दगी
दुर्घटना से प्रभावित परिवारो को प्रभु सहन करने का सामर्थ्य प्रदान करे 😢😢🙏
एक भयावक दृश्य✍🏼😢#Nepal #Kathmandu #planecrash pic.twitter.com/uceMoLQFDa
प्लेन क्रैश होने की क्या वजह?
नेपाल में ये प्लेन क्रैश क्यों हुआ. तकनीकी या मौसम की खराबी के चलते या किन वजहों से ये प्लेन क्रैश हुआ. अभी तक ये साफ नहीं हुआ है.
शॉकिंग है नेपाल हादसों का इतिहास!
काठमांडू के त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सौर्य एयरलाइंस के विमान का दुर्घटनाग्रस्त होना कोई अलग घटना नहीं है, क्योंकि नेपाल में विमानन दुर्घटनाओं का हैरान कर देने वाला इतिहास रहा है. 1962 से 2024 तक ऐसा कोई साल नहीं रहा होगा, जिसमें नेपाल में कोई प्लेन क्रैश दुर्घटना नहीं हुई हो.
आपको जानकर हैरानी होगी कि नेपाल में 1962 से जनवरी 2023 के बीच 72 घातक हवाई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं. इन हादसों में 935 लोगों की जान जा चुकी हैं. नेपाल में प्लेन क्रैश की आज यानी बुधवार को हुई घटना देश में एक बड़ी विमानन दुर्घटना के एक साल से थोड़ा ज्यादा समय बाद हुई है. जनवरी 2023 में, पोखरा में उतरते समय एक टर्बोप्रॉप विमान रुक गया और दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे 72 लोगों की मौत हो गई.
नेपाल में उड़ान भरना क्यों है चुनौतीपूर्ण?
नेपाल अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है. ये इलाका लंब समय से पायलटों के लिए चुनौतीपूर्ण रहा है. पायलटों के लिए यहां उड़ान भरना बिल्कुल भी आसान नहीं बताया जाता है. ऐसा कहा जाता है कि नेपाल में उड़ान भरना कई गुना चुनौतीपूर्ण हैं. आइए जानते हैं कि ऐसा क्यों है?
- देश में स्थलीय इलाका ऊबड़-खाबड़ है, जिसमें ऊंचे-ऊंचे पहाड़ और गहरी-गहरी घाटियां हैं. ऐसे में पायलटों के सामने अलग ही तरह चुनौतियां होती हैं.
- नेपाल में मौसम की स्थिति भी काफी अप्रत्याशित है. कब बारिश होने लगे, कब हवा की दिशा और गति बदल जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है.
- मौसम की स्थिति और हवा भी नेपाल के हवाई अड्डों को विमान उड़ान के लिए मुश्किल भरा बनाती हैं. कभी-कभी तो ऐसा होता है कि पायलटों को विमान पर कंट्रोल बनाए रखने में पसीने छूट जाते हैं.
- हवा की दिशा और गति में अचानक बदलाव के कारण पायलटों के लिए अपने विमान पर कंट्रोल बनाए रखना मुश्किल हो जाता है.
- इनके अलावा हाई एल्टीट्यूड और पतली हवा के कारण कुछ एयरक्राफ्ट इंजन विमानों को जरूरी लिफ्ट प्रदान करने में नाकाम हो सकते हैं.
देश और दुनिया की लेटेस्ट खबरें अब सीधे आपके WhatsApp पर, News Nation के WhatsApp Channel को Follow करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें. https://whatsapp.com/channel/0029VaeXoBTLCoWwhEBhYE10