What is Human Sacrifice: हाल ही में यूपी के हाथरस में एक ऐसी वारदात हुई, जिसने पूरी इंसानियत को झकझोर कर रख दिया. कृष्ण कुशवाह नाम के एक शख्स ने अपने बेटे का एडमिशन एक हॉस्टल में करवाया था. इस उम्मीद से कि पढ़-लिखकर उनके बेटे का भविष्य उज्जवल होगा. कृष्ण कुशवाह को इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि उनका 11 साल का बेटा कृतार्थ काले जादू की भेंट चढ़ जाएगा और उसकी नर बलि कर दी जाएगी. हालांकि ये अकेला मामला नहीं है, नर बलि के और भी कई रूह कंपा देने वाले मामले हैं, जिनके बारे में हम जानेंगे. इन घटनाओं से सवाल उठता है कि आज के आधुनिक दौर में भी काले जादू का आतंक कैसे कायम है.
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हाथरस में 11 साल के लड़के की नर बलि
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कृष्ण कुशवाह ने अपने बेटे कृतार्थ का डीएल पब्लिक स्कूल में एडमिशन करवाया था. वह दूसरी क्लास में पढ़ता था. 22 सितंबर की शाम को उसे उसके दो टीचरों, स्कूल के मालिकों और एक अन्य शख्स ने किडनैप कर लिया. किडनैपर ने कृतार्थ पर बेरहमी से हमला किया और उसकी कॉलरबोन तोड़ दी. इसके बाद उन्होंने एक रहस्यमय अनुष्ठान किया, जिसके बाद लड़के की गला घोटकर हत्या कर दी गई. इसके बाद स्कूल ने कृतार्थ के पिता कृष्ण कुशवाह से संपर्क किया और बताया कि उनके बेटे की तबियत ठीक नहीं और उसे आगरा के अस्पताल ले जाया जा रहा है.
आरोपी ने मानी लड़के के नर बलि की बात
कृष्ण को यह बात संदिग्ध लगी. जब परिवार ने अपने बेटे का शव देखा, तो उन्होंने पाया कि उसके शरीर पर कुछ निशान थे और उसका सिर मुंडा हुआ था. पीड़ित परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. बाद में जांच के दौरान पुलिस ने काले जादू के अनुष्ठानों के स्थल का दौरा किया और वहां से इस प्रथा से संबंधित सामग्री, जैसे कि गुप्त ग्रंथ, बरामद किए. पूछताछ के दौरान एक आरोपी ने कबूल किया कि बच्चे की बलि इसलिए दी गई थी क्योंकि स्कूल मालिकों का मानना था कि इससे समृद्धि आएगी.
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जब केरल में हुई 2 महिलाओं की नर बलि
2022 की शुरुआत में केरल के एलानथूर में दो महिलाओं की कथित नर बलि किए जाने का कांड सामने आया था. मृतक महिलाओं के नाम रोजलिन और पदम्मा थे. केरल पुलिस ने मामले में मुहम्मद शफी, भगवल सिंह और उसकी पत्नी लैला की गिरफ़्तारी हुई. नर बलि के पीछे काले जादू किए जाने की बात सामने आई थी. हालांकि असल वजह क्या थी वो आज भी एक रहस्य बनी हुई है. इन घटनाओं से सवाल उठता है कि आखिर नर बलि अनुष्ठान क्या है, ये क्यों किया जाता है और इसका काले जादू से क्या कनेक्शन है.
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क्या है नर बलि अनुष्ठान?
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आत्मा, देवता, प्रेतआत्मा या अन्य अलौकिक शक्तियों को खुश करने के लिए किसी व्यक्ति को मारने की प्रक्रिया नर बलि कहलाता है. इसे अनुष्ठान हत्या (Ritual Murder) के रूप में भी जाना जाता है.
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नर बलि दिए जाने का इतिहास सदियों पुराना माना जाता है. कई किताबों में इसका जिक्र मिलता है. ये अनुष्ठान कई संस्कृतियों में अलग-अलग तरीके से किया जाता है.
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काले जादू से क्या कनेक्शन?
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जमीन में दफन शवों को खोदना और खोपड़ी निकालना काले जादू की रस्म का एक अहम हिस्सा बताया जाता है. इतना ही नहीं काले जादू के दौरान पशु बलि भी दी जाती है.
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काला जादू को जादू टोना (Witchcraft) भी कहा जाता है. इसे किसी का बुरा करने या फिर अपने स्वार्थी उद्देश्यों को पूरा करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
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किसी पर काला जादू उसे शारीरिक, मानसिक या आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाने के मकसद से दुर्भावनापूर्ण किया जाता है. यह पीड़ित के बालों, कपड़ों, फोटो या सीधे आंखों में देखकर किया जा सकता है.
आज भी कैसे कायम काले जादू का आतंक?
हम तेजी के साथ आधुनिकता की ओर बढ़ रहे हैं. आज की वैज्ञानिक खोज हमें हैरान करती हैं, ऐसे में भी जब नर बलि और काले जादू की घटनाएं सुनने को मिलती हैं तो मन में यही सवाल उठता है कि आज के इस आधुनिक दौर में भी काले जादू का आतंक कैसे कायम है. कुछ एक्सपर्ट बताते हैं कि काल जादू का विचार लोगों को उनके तर्क और विवेक से दूर कर देता है. भारत में जादू-टोना कोई नई बात नहीं है, देश भर में सदियों से इसका अभ्यास किया जाता रहा है. हैरानी की बात है कि समाज काले जादू का विरोध नहीं करता.
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