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INDIA Alliance Meeting: इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक से पहले ममता-नीतीश समेत बदले सहयोगियों के सुर, जानें 10 बड़ी बातें

INDIA Alliance Meeting: आगामी लोकसभा चुनाव 2024 से पहले और पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद INDIA गठबंधन की चौथी बैठक काफी अहम मानी जा रही है. बैठक से जुड़े 10 अहम पॉइंट.

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Dheeraj Sharma
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INDIA Alliance Meeting 19 December 2023

INDIA Alliance Fourth Meeting In Delhi ( Photo Credit : News Nation)

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INDIA Alliance Meeting: लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीतियों पर काम करना शुरू कर दिया है. बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए के रथ को रोकने की कोशिश में जुटा इंडिया गठबंधन भी बैठकें कर रहा है. हालांकि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त ने इंडिया गठबंधन में बड़ी दरार का काम किया है. इस दरार के चलते विरोधियों के बगावती सुर भी सुनाई दे रहे हैं. दरअसल इंडिया गठबंधन में अब तक पीएम फेस पर बात नहीं बन पाई है और शुरू से ही इस रेस में कई नाम सामने आते रहे हैं. कांग्रेस की हार ने एक बार फिर इस चिंगारी को हवा देने का काम किया है. लिहाजा सहयोगी दलों की ओर से बयानबाजियां भी शुरू हो गई हैं. 

इंडिया गठबंधन में नेतृत्व को लेकर अब कांग्रेस के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है. इस बैठक को विपक्षी एकजुटता की अग्निपरीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है. एक तरफ जेडीयू चीफ नीतीश कुमार के समर्थक उनका नाम आगे कर रहे हैं तो दूसरी तरफ शिवसेना उद्धव ठाकरे अपने नेता को हिंदुत्व का चेहरा बताकर कमान सौंपने की बात कर रही है. यही नहीं टीएमसी नेता ममता बनर्जी को लेकर भी अपने-अपने दावे कर रहे हैं. इन दावों के बीच मंगलवार को इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक होना है. 10 बिंदुओं में समझते हैं इस बैठक का एजेंडा. 

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इंडिया गठबंधन की बैठक से जुड़े 10 पॉइंट

1. बैठक में सबसे पहले पांच राज्यों में मिली इंडिया गठबंधन की हार को लेकर चर्चा संभव है. इस हार का ठीकरा भी कांग्रेस के सिर होगा. हालांकि दक्षिण राज्य तेलंगाना में कांग्रेस ने जीत हासिल की है, लेकिन 2024 के लक्ष्य के आगे ये जीत बौनी है. 

2. सहयोगियों को कांग्रेस किस तरह मैनेज करेगी. इस बैठक में सबसे बड़ी चुनौती कांग्रेस के लिए अपने ही सहयोगियों को मैनेज करने का चैलेंज है. चौथी बैठक पहले ही तनातनी के बीच टल चुकी है. दोबारा हो रही बैठक में कांग्रेस के लिए हर कदम फूंक-फूंक कर चलना होगा.

3. कांग्रेस नहीं तो कौन? इस बैठक में कांग्रेस नहीं तो कौन के मुद्दे पर भी चर्चा संभव है. हालांकि अभी कांग्रेस को टक्कर देने वाला कोई दूसरा विपक्षी दल है नहीं. बावजूद इसके सहयोगी दलों की ओर से लीड करने की होड़ मची है. इससे निपटने की जरूरत. 

4. एनडीए के विजयी रथ को रोकने के लिए पुख्ता रणनीति बनाने की भी जरूरत. इंडिया गठबंधन के लिए यह बैठक काफी अहम है. पांच राज्यों के नतीजों के बाद अब गठबंधन को अपनी रणनीति को रिवाइव करना होगा ताकि एनडीए के विजयी रथ पर ब्रेक लगा सके. 

5. सीट बंटवारे पर भी जल्द फैसला लेना होगा. इंडिया गठबंधन के लिए सबसे बड़ा पेंच है सीट शेयरिंग. चौथी बैठक में उस फॉर्मूले पर भी चर्चा होगी जो सीट शेयरिंग में सभी को संतुष्ट कर सके. 

6. संयुक्त रणनीति पर फोकस. इंडिया अलायंस की मीटिंग से पहले भले ही बगावती सुर सुनाई दे रहे हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव फतह करने के लिए संयुक्त रणनीति जल्द से जल्द तैयार कर उस पर अमल करने की जरूरत है. लिहाजा बैठक में इसको लेकर भी गंभीरत से चर्ची संभव है. 

7. संयुक्त रैली का ऐलान भी संभव. सूत्रों की मानें तो अपने पक्ष में माहौल करने के लिए इंडिया गठबंधन निश्चित रूप से एकजुटता दिखाने के लिए एक संयुक्त रैली का भी ऐलान कर सकता है. ये रैली कब होगी, कहां होगी और कौन-कौन शामिल होगा इसको लेकर भी चौथी बैठक में अंतिम रूप दिया जा सकता है. 

8. इंडिया गठबंधन के संयोजक से लेकर चेयरपर्सन के पद पर कौन काबिज होगा. इसको लेकर भी अब तक चर्चा नहीं हुई है, लिहाजा 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले रणनीतियों को अंतिम रूप देना है तो इस बैठक में इन पदों की नियुक्ति पर भी चर्चा संभव है. 

9. संसद में किस तरह सत्ताधारी दल को घेरना है, उसका मुद्दा क्या हो, इस पर भी इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक में चर्चा संभव है. 

10. कांग्रेस को निभाना होगी लचीली नीति. सहयोगी दलों को साथ लाने के लिए कांग्रेस को गठबंधन की बैठक में लचीली नीति अपनाने की जरूरत है. इस बैठक में कांग्रेस अड़े बिना सहयोगियों की बातों को तरजीह देती है आगे भी गठबंधन अपनी स्ट्रेटजी पर आगे बढ़ पाएगा. वरना लोकसभा चुनाव से पहले ही जो दरारें अभी दिख रही हैं बड़ो गड्ढे का काम करेंगी. 

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क्या बोली JDU-UBT
इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक से पहले ही जेडीयू के तीखे तेवर देखने को मिल रहे हैं. चौथी बैठक में कुल 27 दलों के शामिल होने की बात सामने आ रही है. इस बीच जेडीयू ने अलग ही मांग छेड़ दी है. जेडीयू नेता धीरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा है कि इंडिया गठबंधन को मिलकर नीतीश कुमार को पीएम फेस घोषित कर देना चाहिए. 

वहीं दूसरी तरफ शिवसेना (Udhav Balasaheb Thakeray) ने पहले ही उद्धव ठाकरे को  हिंदुत्ववादी चेहरा बताकर आने लाने की बात रखी है. सांसद संजय राउत मीडिया के सामने भी इस तरह के बयान दे चुके हैं. जबकि टीएमसी नेता लगातार ममता बनर्जी को ही गठबंधन का नेतृत्व सौंपने की बात करते आए हैं.

HIGHLIGHTS

  • INDIA गठबंधन का चौथी बैठक आज
  • दिल्ली में जुटेंगे 27 राजनीतिक दल
  • पांच राज्यों के चुनाव नतीजों के बाद काफी अहम है ये बैठक
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