India Azerbaijan: मोदी सरकार की विदेश नीति की दुनिया मुरीद बनती जा रही है. भारत ने हाल ही में आर्मेनिया को अत्याधुनिक हथियार सप्लाई किए थे. ये हथियार एडवांस्ड टोड आर्टिलरी गन सिस्टम (ATAGS) और पिनाका रॉकेट लॉन्चर सिस्टम थे. भारत के इस कदम से अजरबैजान नाराज हो गया, क्योंकि उसका आर्मेनिया से टकराव रहता है. इसके बाद अजरबैजान ने भारत के खिलाफ बयानबाजी की. बावजूद, इसके मोदी सरकार ने अजरबैजान में बड़ा निवेश किया है. अब भारत के इस कदम से अजरबैजान ने माथा पकड़ लिया और वो गहरी सोच में है कि आखिर मोदी सरकार की ये कैसी चाल है.
जरूर पढ़ें: Big News: मोदी सरकार का बड़ा फैसला, 22 हजार करोड़ के हथियार खरीद को मंजूरी, सेना को मिलेंगे ये खतरनाक वीपन्स
भारत का अजरबैजान में भारी निवेश
एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने अजरबैजान के अंदर ओएनजीसी विदेश लिमिटेड के जरिए 60 मिलियन डॉलर का भारी भरकम निवेश किया है. भारत ने ये निवेश अजरबैजान की अजरी चिराग गुनाशली (Azeri-Chirag-Gunashli) यानी ACG और बाकू-त्बिलिसी सेहन (Baku-Tbilisi-Ceyhan) यानी बीटीसी पाइपलाइन में अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाया है. इसके बाद भारत का ACG फील्ड में 2.31 फीसदी और बीटीसी पाइपलाइन में 2.36 फीसदी स्टेक हो गया है. इस प्रोजेक्ट का संचालन साल 2049 तक जारी रहेगा.
जरूर पढ़ें: India Armenia में हुई ऐसी क्या डील, जो मच गया हड़कंप, रूस जैसे पावरफुल देश भी घबराए! फैलाया झूठा प्रोपगेंडा
अजरबैजान मोदी सरकार के इस कदम से गहरी सोच में डूबा हुआ है. वो मंथन कर रहा है कि वह तो भारत के खिलाफ बयानबाजी कर रहा था, लेकिन भारत ने उसके देश में बड़ा निवेश किया है. वहीं, मोदी सरकार ने ये कदम उठाकर दुनिया का साफ संदेश दिया है कि अंतरराष्ट्रीय संबंधों में व्यापार और आर्थिक हित उसकी प्राथमिकता में होते हैं. भारत ने अजरबैजान में निवेश करके ये भी दिखा दिया है कि वह अपने व्यापारिक हितों के लिए किसी भी देश के साथ डील कर सकता है. अब आइए जानते हैं कि मोदी सरकार का ये कदम कैसे विकास का भूचाल लाएगा.
भारत को क्या होगा फायदा?
-
भारत इस निवेश से अजरबैजान के तेल और गैस इंडस्ट्री से सालों तक फायदा उठाएगा.
-
साथ ही इस डील के जरिए से भारत अजरबैजान के बीच रिश्तों में सुधार-मधुरता आएगी.
-
अजरबैजान जैसे देशों में निवेश करके भारत अपनी ऊर्जा जरूरतों को सुरक्षित कर रहा
जरूर पढ़ें: India China: LAC पर हुंकार रहा ड्रैगन, खड़े किए 50 हजार से अधिक चीनी सैनिक! गहराया तनाव… क्या सब ठीक है?