इस वक्त दुनिया के कई देश सत्ता परिवर्तन के मुहाने पर हैं. चंद दिनों पहले ही इटली में पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में धुर दक्षिणपंथी जिऑर्गिया मेलोनी (Giorgia Meloni) सत्ता में आ चुकी हैं. ब्राजील में रविवार को हुए मतदान में कांटे की टक्कर के बाद दक्षिणपंथी जेयर बोलसोनारो (Jair Bolsonaro) और वामपंथी लूला डा सिल्वा (Luiz Lula da Silva) की राजनीतिक लड़ाई 30 अक्टूबर को अपने अंतिम चरण में होगी. बुल्गारिया महज दो सालों में चौथी बार चुनावी प्रक्रिया से गुजर रहा है. इन सबके बीच बोसनिया में भी राष्ट्रपति पद समेत संसदीय चुनाव हो रहे हैं. युद्ध की विभीषिका झेल चुके बोसनिया (Bosnia) के लिए इन चुनावों पर बहुत कुछ दांव पर लगा है. रविवार (ग्रीनविच मीन टाइम के लिहाज से) को मतदान के बाद उम्मीद की जा रही है कि आधी रात चुनाव परिणाम आ जाएंगे. हालांकि ऐसी अपेक्षा की जा रही है कि राजनीतिक दल रात 10 बजे तक अपने परिणाम जाहिर कर देंगे. 1992-95 तक चले युद्ध के बाद बोसनिया में चुनाव इतिहास के सबसे बद्तर राजनीतिक संकट के दौर के बीच हो रहे हैं. इन चुनाव परिणामों पर बोसनिया का बहुत कुछ दांव पर लगा हुआ है.
कौन किसके लिए डाल रहा है वोट
बाल्कन देशों के त्रिपक्षीय राष्ट्रपति पद समेत राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और कैंटोनल स्तर पर संसद के लिए सर्ब, क्रोश और बोसनियाक सदस्यों को 3.4 मिलियन मतदाता चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा ले रहे हैं. बोसनिया के दो स्वायत्त क्षेत्र हैं सर्ब गणराज्य और बोसिनियाक और क्रोश के वर्चस्व वाला संघ, जिन्हें बेहद कमजोर सरकार परस्पर जोड़े हुए है. उस पर संघ 10 कैंटोनल क्षेत्रों में बंटा हुआ है. मानो यही काफी नहीं था सुदूर उत्तर पूर्व में अमान्यता प्राप्त ब्रको जिला भी है, जिसका एक अलग उथल-पुथल भरा इतिहास है.
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कौन हैं प्रमुख दावेदार
बोसनियाक
राजनीतिक पर्यवेक्षक अंतर-जातीय राष्ट्रपति पद पर बोसनियाक में एक कांटे की टक्कर की उम्मीद जता रहे हैं. बोसनिया मुस्लिमों के वर्चस्व वाली पार्टी ऑफ डेमोक्रेटिक एक्शन (एसडीए) के बाकिर इज्तेबेगोविक और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी (एसडीए) के डेनिस बेकिरोविक के बीच मुख्य मुकाबला है. डेनिस को स्थानीय निकाय की 11 विपक्षी पार्टियों का समर्थन प्राप्त है.
क्रोश
राष्ट्रपति पद के लिए चौथी बार दावेदारी पेश कर रहे उदारवादी जेज्को कॉमसिक को क्रोशियन डेमोक्रेटिक यूनियन (एचडीजेड) के नेतृत्व वाली नेशनलिस्ट पार्टी के बोर्जाना क्रिस्टो कड़ी चुनौती दे रहे हैं.
सर्ब
सर्ब गणराज्य के मतदाता सर्ब राष्ट्रपति को चुनाव करेंगे. यहां भी अलगाववादी आरएस नेता मिलॉर्द डोडिक के विश्वस्त जेज्का विजेनोविक को विपक्षी नेता मिरको सेरोविक चुनौती दे रहे हैं. यहां राष्ट्रपति पद की महज सांकेतिक भूमिका होती है, लेकिन बोसनिया की विदेश और रक्षा नीति में अंतिम मुहर यहीं से लगती है.
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संभावित परिणाम
विश्वसनीय चुनाव नहीं होने और मतदान से पहले अनियमितताओं की खबरों ने संभावित परिणाम की भविष्यवाणी करना मुश्किल बना दिया है. कई विश्लेषकों का मानना है कि राष्ट्रीय पार्टियों का ही वर्चस्व रहेगा. हालांकि बोसनियाक कैंप में बड़ा बदलाव देखने में आ सकता है, जो बड़ा इलाका होने के साथ-साथ विविधताओं से भी भरा है. हालांकि माना जा रहा है कि सरकार की लगाम सर्ब और क्रोश के हाथों ही रहेगी. अगर जेज्को कॉमसिक फिर जीतते हैं, तो संभव है कि बोसनियाक संग सीमा साझा करने वाले क्रोश नेशनलिस्ट संघीय सरकार के गठन में रुकावट डाल क्षेत्र के 'पुनर्गठन' की मांग को लेकर दबाव बना सकते हैं. डोडिक अगर फिर सर्ब गणराज्य के राष्ट्रपति बनते हैं, तो अलगाववादी प्रतिक्रिया देखने में आएंगी, जिससे बोसनिया राष्ट्र की अखंडता पर प्रभाव पड़ सकता है.
अंतरराष्ट्रीय भूमिका
बोसनिया युद्ध को खत्म कराने वाले 1995 के डेटन समझौते के तहत एक अंतरराष्ट्रीय राजदूत शांति समझौते को लागू करने की प्रक्रिया पर निगाह रखेगा. अंतरराष्ट्रीय राजदूत के पास अड़चनें खड़ी करने वाले नेताओं को बर्खास्त कर कानून लागू करने का अधिकार रहता है. गौरतलब है कि बोसनिया युद्ध में एक लख से अधिक लोग मारे गए थे. जर्मन नेता क्रिस्टियन शिम्ट ने यह जिम्मेदारी 2021 में संभाल रखी है और उन्होंने इस साल दो बार अपनी शक्तियों का इस्तेमाल कर चुनाव प्रक्रिया के लिए फंडिंग जुटा अखंडता का ढांचा बरकरार रखा. वह अगल संघीय सरकार के कामकाज में अड़चन डालने वालों पर कार्रवाई कर सकते हैं. यूरोपीय संघ की शांति सेना यहां 2004 ले तैनात है. इसकी संख्या में इस साल और इजाफा किया गया है. हालांकि इसके पीछ रूस-यूक्रेन युद्ध को कारण बताया गया है, लेकिन डोडिक रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के मुखर समर्थक हैं.
HIGHLIGHTS
- युद्ध विभीषिका के बाद गहरे राजनीतिक संकट में फंसा बोसनिया
- युद्ध में एक लाख लोग मारे गए थे, जिनके जख्म अभी भी ताजा