Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र में अगले कुछ महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन उससे पहले ही प्रदेश में सियासी खींचतान तेज शुरू हो गई. सीएम चेहरे को लेकर महाविकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन में सियासी खटपट शुरू हो गई. सीएम के नाम के ऐलान की हुंकार भर उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray News) ने कांग्रेस और शरद पवार को अल्टीमेटम दे दिया है, तो क्या महाराष्ट्र चुनाव से पहले MVA गठबंधन टूट जाएगा?
क्या MVA में सबकुछ ठीक?
महाविकास अघाडी चुनावी एजेंडा सेट करने में जुट गया है. मुंबई में आज यानी शुक्रवार को तीनों दलों के बड़े नेता इकट्ठा हुए और विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंक दिया, तो क्या ये रैली सबूत है कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव (Maharashtra Election) को लेकर MVA एकजुट है. क्या एमवीए में शामिल कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार) और शिवसेना उद्ध गुट एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. क्या MVA में सबकुछ ठीक चल रहा है?
‘घोषित किया जाए सीएम चेहरा’
सियासी जानकारों का दावा है कि रैली में एकजुटता का सिर्फ दिखावा है. असली खेल पर्दे के पीछे खेला जा रहा है. चुनाव से पहले महाविकास अघाड़ी में खटपट शुरू हो गई है. इसका सबूत है उद्धव ठाकरे का सीएम फेस को लेकर दिया गया बयान. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि चुनाव से पहले सीएम पद का चेहरा जल्द से जल्द घोषित किया जाना चाहिए.
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उद्धव ठाकरे की डिमांड की वजह
शिवसेना (UBT) को ऐसा लगता है कि लोकसभा चुनाव में शिवसेना का अच्छा प्रदर्शन रहा है. लोगों ने उद्धव ठाकरे का समर्थन किया है. उद्धव ठाकरे को ऐसा ही समर्थन विधानसभा चुनावों में भी मिल सकता है. उद्धव ठाकरे के साथ जो सेंटीमेंट्स हैं, उसी के साथ MVA को आगे बढ़ना चाहिए. वहीं पार्टी की ओर से इसको लेकर काफी ज्यादा कैंपेनिंग और प्लानिंग की जा रही है. यही वजह है कि उद्धव ने सीएम चेहरे के ऐलान किए जाने की मांग की है.
कांग्रेस ने खारिज उद्धव का नाम
हालांकि, कांग्रेस ने महाविकास आड़ी की ओर से CM चेहरे के लिए उद्धव ठाकरे के नाम की अटकलों को खारिज कर दिया है. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि महाराष्ट्र (Maharashtra Politics) में कांग्रेस पार्टी मजबूत है, इसलिए फिलहाल सीएम चेहरे का ऐलान मत कीजिए. चुनाव में जिस पार्टी की ज्यादा सीटें आएं, उसी उससे तय होगा कि सीएम और डिप्टी सीएम किस दल का बनेगा. कांग्रेस चुनाव को लेकर बहुत ज्यादा कॉन्फिडेंस दिख रही है.
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उद्धव के बयान से बैकफुट पर MVA
उद्धव ठाकरे का बयान सामने आने के बाद MVA बैकफुट पर है. सियासी नुकसान को कम करने की कोशिशें शुरू कर दी गई हैं, सबूत है संजय राउत की सफाई. सूत्रों के मुताबिक, MVA में सीएम फेस को लेकर तनाव बढ़ गया है. संजय राउत की तरफ से अगली बार महाराष्ट्र में ठाकरे-2.0 की सरकार बनने के दावे के बाद MVA के खेमे में सियासी उठापटक तेज हो गई है.
सुर्खियों में चाचा-भतीजे
इस बीच, महाराष्ट्र की सियासत में चाचा शरद पवार (Sharad Pawar News) और भतीजे अजित पवार का एंगल भी सुर्खियां बटोर रहा है. डिप्टी सीएम अजित पवार पिछले कुछ दिनों से चाचा की हां में हां मिलाते नजर आ रहे हैं. बात चाहे जाति जनगणना की हो या फिर मराठा आरक्षण की, अजित पवार हर मुद्दे पर शरद पवार की बात का समर्थन करते दिख रहे हैं.
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बड़ा खेल कर सकते हैं अजित?
अजित पवार ने तो बारामती से अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार को बहन सुप्रिया सुले के खिलाफ लोकसभा चुनाव में खड़ा करने को भी सियासी गलती करार दिया है. ऐसे में महाराष्ट्र की सियासत पर नजर रखने वालों का दावा है कि चुनाव से पहले सूबे की सियासत में अजित पवार बड़ा खेल कर सकते हैं. जानकारों के मुताबिक महाविकास अघाडी हो या फिर बीजेपी के नेतृत्व वाला महायुती महाराष्ट्र की सियासत में विधानसभा चुनाव से पहले बडा उठापटक देखने को मिल सकता है.
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