तमिलनाडु के कोयंबटूर (Coimbatore Blast) की तर्ज पर कर्नाटक के मेंगलुरु में विगत दिनों ऑटो रिक्शा में कुकर बम धमाका हुआ. आरोपी के पास आधार कार्ड के रूप में चोरी की गई हिंदू आईडी पाई गईं और उसके तार भी श्रीलंका में ईस्टर पर हुए धमाकों के साजिशकर्ताओं से जुड़ते दिख रहे हैं. बताते हैं कि यात्री ने पंपवेल क्षेत्र तक जाने के लिए ऑटो-रिक्शा किराए पर लिया था. रास्ते में स्पीड ब्रेकर पर ऑटो उछलने से कुकर बम (Mangaluru Blast) फट गया. इस धमाके में ऑटो रिक्शा ड्राइवर और आरोपी मोहम्मद शरीक घायल हो गया. पुलिस के मुताबिक शरीक 2021 में शिवमोग्गा विस्फोट में शामिल था. पुलिस ने यह भी पाया है कि संदिग्ध के संबंध प्रतिबंधित पीएफआई संगठन से हैं. कर्नाटक (Karnatka) एडीजीपी आलोक कुमार ने सोमवार को कहा कि मेंगलुरु ऑटो रिक्शा विस्फोट मामले में आरोपी शरीक पर यूएपीए के तहत दो मामले दर्ज किए जा चुके हैं और वह फरार चल रहा था. एक केस शिवमोग्गा में दर्ज है. शीर्ष पुलिस अधिकारी के मुताबिक आरोपी के वैश्विक आतंकवादी संगठनों से संबंध थे. उन्होंने कहा, 'हम कह सकते हैं कि आरोपी की हरकतें कुछ वैश्विक आतंकी संगठनों से प्रेरित और प्रभावित हैं.' इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपी जा सकती है. गौरतलब है कि पिछले महीने तमिलनाडु (Tamilnadi) के कोयंबटूर में एक मंदिर के पास कार धमाका हुआ था, जिसमें संदिग्ध की मौत हो गई थी. इस मामले की जांच भी एनआईए कर रही है. आइए जानते हैं मेंगलुरु धमाके से जुड़ी 10 प्रमुख बातों को...
- मेंगलुरु के नागुर में एक ऑटो रिक्शा में हुए आईईडी विस्फोट में चालक और यात्री घायल हो गए. संदिग्ध व्यक्ति की पहचान शरीक के रूप में हुई है, जिसके पास कर्नाटक के हुबली निवासी प्रेमराज का आधार कार्ड था. उसने पहले खुद को हिंदू बताते हुए आधार कार्ड दिखाया था.
- जब हुबली पुलिस ने आधार कार्ड में लिखे पते पर जाकर जानकारी की तो पता चला कि शरीक नकली पहचान बता रहा था. पुलिस ने असली प्रेमराज के पिता मारुति से पूछताछ की जिन्होंने बताया कि उनका बेटा तुमकुर में रेलवे में काम करता है.
- इसके बाद हुबली पुलिस ने प्रेमराज से फोन पर बात की और तुमकुर पुलिस से उसके बारे में जानकारी एकत्र करने को कहा. तुमकुर पुलिस ने प्रेमराज के वरिष्ठों और सहयोगियों से बात करने के बाद पाया कि प्रेमराज का आधार कार्ड दो बार खोया था. पहली बार दो साल पहले एक बस में और दूसरी बार लगभग छह महीने पहले. हालांकि कार्ड ऑनलाइन उपलब्ध होने के कारण प्रेमराज ने कभी शिकायत दर्ज नहीं कराई.
- फर्जी आधार कार्ड के बारे में पता चलने के बाद मेंगलुरु पुलिस ने घायल संदिग्ध से पूछताछ की, जो प्रेमराज के आधार कार्ड को अलग फोटो के साथ इस्तेमाल कर रहा था. पूछताछ में पुलिस को पता चला कि संदिग्ध मैसूर में रह रहा था. प्रेमराज की फर्जी आईडी का इस्तेमाल कर संदिग्ध ने मैसूर के मेटागल्ली थाना क्षेत्र में किराए पर छोटा कमरा भी ले लिया था. मेंगलुरु पुलिस ने मैसूर में संदिग्ध के घर के मकान मालिक से भी पूछताछ. फिर वहां से तलाशी में आईडी तैयार करने के काम आने वाला सामान भी बरामद किया.
- पुलिसिया तफ्तीश में पता चला कि जनवरी 2021 में शिवमोग्गा विस्फोट में भी संदिग्ध शरीक फरार चल रहा था. मेंगलुरु पुलिस शरीक के बीते जीवन के बारे में और जानकारी जुटाने के लिए उसके माता-पिता की तलाश कर रही है.
- पुलिस को यह भी पता चला है कि संदिग्ध शरीक के संबंध प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के नेता एजाज से है, जो दुबई भाग जाने वाला था.
- मेंगलुरु धमाके और कोयंबटूर धमाके में काफी समानताएं देखने में आ रही हैं. गौरतलब है कि 23 अक्टूबर 2022 को कोयंबटूर के संगमेश्वर मंदिर के सामने कार में सिलेंडर ब्लास्ट हुआ था. दोनों ही धमाके वाहन से किसी स्थान पर जाने के दौरान हुए हैं. दोनों ही मामलों में संदिग्धों का खतना किया गया था. जांच में पता चला कि कोयंबटूर विस्फोट एक आतंकी साजिश थी जिसे मुख्य आरोपी जमेशा मुबीन द्वारा अंजाम दिया जा रहा था. जमेशा मुबिन की कार धमाके में मौत हो गई थी.
- तमिलनाडु भाजपा प्रमुख के अन्नामलाई ने मेंगलुरु विस्फोट मामले की जांच के लिए कर्नाटक पुलिस की प्रशंसा की है. पुलिस ने विस्फोट को आतंकवादी कृत्य करार दिया है.
- ऑटो-रिक्शा को यात्री ने पंपवेल इलाके तक पहुंचने के लिए किराए पर लिया था, जहां संदिग्ध ने उतरने की बात कही थी. संदिग्ध का कुकर बम मेंगलुरु में नागुरी के पास स्पीड ब्रेकर के चलते ऑटो रिक्शा के उछलने से फट गया. पुलिस सूत्रों ने पुष्टि की है कि गंभीर रूप से घायल ऑटो चालक का मेंगलुरु के फादर मुलर अस्पताल में उपचार चल रहा है. पुलिस को जांच में पता चला है कि ऑटो रिक्शा ड्राइवर का विस्फोट से कोई संबंध नहीं है.
- ऑटो रिक्शा ड्राइवर और संदिग्ध खतरे से बाहर हैं, जिनसे मेंगलुरु पुलिस पूछताछ कर रही है. अब इस पूछताछ में राष्ट्रीय जांच एजेंसी, आईबी और आतंक रोधी दस्ते के अधिकारी भी शामिल हो गए हैं. मामले की पूरी जांच एनआईए को सौंपी जा सकती है.
HIGHLIGHTS
- एक हिंदू के आधार कार्ड से तैयार फर्जी आईडी इस्तेमाल कर रहा था
- मेंगलुरु धमाके और कोयंबटूर धमाके में मिल रही हैं काफी समानताएं
- दोनों ही आतंकी मामलों में कहीं जाते हुए हुआ वाहनों में धमाका