PM Modi Independence Day Speech: पूरा देश आज 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11वीं बार लाल किले की प्राचीर से झंडा फहराया है. इसके बाद पीएम मोदी ने देश के नाम अपना संबोधन दिया. स्पीच में पीएम मोदी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड का भी जिक्र किया, इस दौरान उनके भाषण में सेक्युलर-कम्युनल जैसे शब्दों की गूंज सुनाई दी. इन दोनों शब्दों का मतलब क्या है, विपक्ष ने इसके लेकर क्या कहा है और पीएम मोदी के बयान पर सियासी हंगामा क्यों?
पीएम मोदी के भाषण में महिला सुरक्षा, वन नेशन वन इलेक्शन, बांग्लादेश में हिंदुओं पर हिंसा, सर्जिकल स्ट्राइक और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर जोर रहा है. हालांकि यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर पीएम मोदी ने जो कहा, उसने सबका ध्यान खींचा. खासकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने पीएम मोदी के बयान को लपक लिया और उन पर जबरदस्त निशाना साधा. आइए जानते हैं कि पीएम मोदी ने ऐसा क्या कह दिया, जो कांग्रेस नेता जयराम रमेश को चुभ गई.
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‘ये भेदभाव करने वाला सिविल कोड है’
लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे देश में सुप्रीम कोर्ट ने कई बार यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर चर्चा की है. कोर्ट की तरफ से कई बार आदेश दिए गए हैं. देश का एक बड़ा वर्ग भी मानता है कि सिविल कोड सांप्रदायिक है. इस बात में सच्चाई भी है कि जिस सिविल कोड को लेकर हम जी रहे हैं, वो एक प्रकार का कम्युनल सिविल कोड है. ये भेदभाव करने वाला सिविल कोड है. आज हम संविधान के 75 वर्ष जब मनाने जा रहे हैं तो इसकी भावना और देश की सुप्रीम कोर्ट भी हमें यही कहती है.’
‘सेक्युलर सिविल कोड पर हो चर्चा’
पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘संविधान निर्माताओं का जो सपना था, उसे पूरा करना हमारा दायित्व है. मैं मानता हूं कि इस गंभीर विषय पर चर्चा हो. हर कोई अपने विचारों को लेकर आए. धर्म के आधार पर बांटने वाले कानूनों का समाज में कोई स्थान नहीं हो सकता है. अब समय की मांग है कि देश में एक सेक्युलर सिविल कोड हो. हमने कम्युनल सिविल कोड में 75 साल बिताए हैं, अब हमें सेक्युलर सिविल कोड की ओर जाना होगा. तब जाकर हमें धर्म के आधार पर होने वाले भेदभाव से मुक्ति मिलेगी.’
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सेक्युलर और कम्युनल शब्दों का अर्थ?
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सेक्युलर एक इंग्लिश वर्ड है, जो लेटिन लैंवेज के Saeculum से बना है. इसका हिंदी में अर्थ धर्मनिरपेक्ष होता है. इससे ही साफ है कि जो शख्स किसी भी धर्म के प्रति झुकाव, रंजिश या भेदभाव नहीं रखता है. उसका रूख हर धर्म के प्रति तटस्थ रहता है. सही मायनों में वे ही सेक्युलर होते हैं.
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कम्युनल भी एक इंग्लिश वर्ड है, जिसका हिंदी में मतलब सांप्रदायिक से है. ये शब्द कम्यून या समुदाय से संबंधित है. सांप्रदायिकता की विचारधारा सामाजिक-राजनीति से प्रेरित हो सकती है. यह किसी धार्मिक या जातीय ग्रुप की पहचान पर जोर देती है, जो अक्सर समाज के भीतर अन्य समुदायों के प्रति बहिष्कार और शत्रुता को बढ़ावा देती है.
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मोदी के बयान पर सियासी हंगामा क्यों?
पीएम मोदी ने सिविल कोड को कम्युनल बताने पर सियासी हंगामा मचा हुआ है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पीएम मोदी के बयान पर आपत्ति जताई है. उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से यह कह कर संविधान निर्माता बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर का घोर अपमान किया है कि आजादी के बाद से अब तक देश में ‘सांप्रदायिक नागरिक संहिता’ है.
नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री की दुर्भावना और विद्वेष की कोई सीमा नहीं है। आज के उनके लाल किले के भाषण में यह पूरी तरह से दिखा।
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) August 15, 2024
यह कहना कि अब तक हमारे पास कम्युनल सिविल कोड रहा है, डॉ. अंबेडकर का घोर अपमान है। डॉ. अंबेडकर हिंदू पर्सनल लॉ में सुधार के सबसे बड़े समर्थक थे, जिन्हें…
जयराम रमेश ने कहा कि नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री की दुर्भावना और विद्वेष की कोई सीमा नहीं है. आज के उनके लाल किले के भाषण में यह पूरी तरह से दिखा. साथ ही उन्होंने दावा किया कि आंबेडकर हिंदू पर्सनल लॉ में जिन सुधारों के बड़े पैरोकार थे, उनका RSS और भारतीय जनसंघ ने पुरजोर विरोध किया था.
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