India forex Reserve: दुनिया के कई मुल्क आपस में लड़ रहे हैं. यूक्रेन रूस से तो इजरायल लेबनान और ईरान से लड़ रहा है. सीरिया में भी अछूता नहीं है. इन युद्धग्रस्त देशों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा ही शांति फॉर्मूला दिया है और अपील की है कि वे युद्ध छोड़ बातचीत से समाधान निकालें. पीएम मोदी के इस फॉर्मूले को दुनिया ने सराहा. उनका ये फॉर्मूला देश के आर्थिक मोर्चे पर भी सुपरहिट साबित हुआ है. देश का खजाना लबालब हो गया और विदेश मुंद्रा भंडार के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए.
ये भी पढ़ें: Big News: क्या है NMEO-Oilseeds, जिसको पीएम मोदी ने किया लॉन्च, देश को ऐसे होगा बड़ा फायदा!
‘तीसरे नंबर की इकोनॉमी बनेगा भारत’
पीएम मोदी के नेतृत्व में देश की इकोनॉमी तेजी से आगे बढ़ रही है. इसके पीछे की वजह पीएम मोदी का 2047 तक ‘विकसित भारत’ का विजन है, जिसे पाने के लिए भारत लगातार अपने विकास पर जोर दे रहा है. नतीजतन, भारत दुनिया में अग्रणी देशों की सूची में लगातार बना हुआ है. पीएम मोदी का कहना है कि उनके तीसरे कार्यकाल में भारत दुनिया की तीसरी बड़ी इकॉनमी बन जाएगा. मोदी का यह कार्यकाल 2029 तक चलेगा. अभी भारत अमेरिका, चीन, जर्मनी और जापान के बाद पांचवें नंबर पर है.
ये भी पढ़ें: Big News: क्या है VSHORADS, पीएम मोदी के 'नेतृत्व' में DRDO ने रचा बड़ा कारनामा, निकलेगी चीन की हेकड़ी!
लबालब हुआ भारत का खजाना
1. विदेश मुंद्रा भंडार में बंपर इजाफा
-
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के हालिया आंकड़ें बताते हैं कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार लबालब भरता जा रहा है. यही वजह है कि भारत का खजाना जबरदस्त तरीके से भरा हुआ है.
-
आईबीआई की ओर से जारी किए गए फॉरेक्स रिजर्व के ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि भारत ने इस मोर्चे पर सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं.
-
पहली बार ऐसा हुआ है कि देश का फॉरेक्स रिजर्व 700 अरब डॉलर के पार निकल गया है. ये तब है जब मिडिल ईस्ट और वेस्ट एशिया में संघर्ष के हालात हैं.
-
आरबीआई के आंकड़ों गौर करें तो भारत के फोरेक्स रिजर्व में 12.58 अरब डॉलर का ताबड़तोड़ उछाल आया.
-
भारत अब चीन, जापान और स्विटजरलैंड के बाद 700 अरब डॉलर के विदेशी मुद्रा भंडार को पार करने वाली दुनिया की चौथी अर्थव्यवस्था बन गया है.
ये भी पढ़ें: MP में जब्त ₹2000 करोड़ का ‘मौत का सामान’, ₹20 हजार में मिलता है 1 ग्राम, घातक इतना कि 53 देशों में है बैन!
2. फॉरेक्स करेंसी एसेट में भी उछाल
-
RBI के आंकड़ों के मुताबिक, 27 सितंबर को खत्म हुए हफ्ते में फॉरेक्स करेंसी एसेट (FCAs) में भी उछाल आया. यह 10.46 अरब डॉलर के इजाफे के साथ बढ़कर 616.15 अरब डॉलर हो गई.
-
देश के कुल विदेशी मुद्रा भंडार में फॉरेन करेंसी एसेट का बड़ा और अहम योगदान होता है.
3. गोल्ड रिजर्व में भी जबदस्त बढ़ोतरी
-
भारत के गोल्ड रिजर्व में भी जोरदार बढ़ोतरी देखने को मिली है. आंकड़े कहते हैं कि भारत के गोल्ड रिजर्व में 2.18 अरब डॉलर का उछाल आया और यह 65.79 अरब डॉलर वैल्यू का हो गया है.
-
बता दें कि सरकार या सरकारी बैंक में जमा सोना गोल्ड रिजर्व होता है जो इंडियन करेंसी को सपोर्ट करने के लिए जमा किया जाता है.
आखिर कैसे?
आज भारत की इस उपलब्धि के पीछे कहीं न कहीं पीएम मोदी की आर्थिक नीतियों और योजनाओं का असर है. सरकार की आर्थिक नीतियों में नवउदारवादी ढांचे के आधार पर अर्थव्यवस्था के उदारीकरण और निजीकरण पर फोकस किया. साथ ही फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट नीतियों को भी उदार बनाया है, जिससे रेलवे सहित कई उद्योगों में विदेशी निवेश आया. वहीं आत्मनिर्भर भारत अभियान ने तो कमाल ही कर दिया है, देश कई डिफेंस सहित कई सेक्टर में आत्मनिर्भर बन तरक्की की राह पर है.
ये भी पढ़ें: महाविनाशक है बंकर बस्टर बम, जिससे Hezbollah की धज्जियां उड़ा रहा Israel, आखिर क्यों इसी का कर रहा इस्तेमाल?