Rajasthan Vidhan Sabha Ghost: राजस्थान विधानसभा एक बार फिर चर्चा में है. वजह है उससे जुड़ा एक मिथक (Rajasthan Vidhan Myth) है. वो ये है कि राजस्थान विधानसभा में कभी भी पूरे 200 विधायक एक साथ नहीं बैठ पाते हैं! किसी न किसी की मौत हो जाती है या फिर जेल तक चले जाते हैं. हालिया मामला भारतीय जनता पार्टी (BJP) विधायक अमृतलाल मीणा से जुड़ा है, जिनकी हाल ही में हार्ट अटैक से मौत हो गई है. अब उनकी मौत पर हैरतअंगेज दावे किए जा रहे हैं, जिनमें से विधानसभा में ‘भूत’ होने का भी है. आइए जानते हैं कि कब किसी इमारत में प्रेत आत्माओं डेरा जमा लेगी हैं.
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‘भूत’ से डरे माननीय!
सलूम्बर से BJP एमएलए अमृतलाल मीणा (Amritlal Meena Death) की अचानक मौत से प्रदेश के सभी विधायकों को झकझोर कर रख दिया है. राजस्थान (Rajasthan Ghost Stories) में ‘भूत’ या फिर किसी के साया होने की अफवाहों ने उनके डर को और बढ़ा दिया है. कई विधायकों को लगता है कि अमृतलाल मीणा के निधन के पीछे विधानसभा वास्तु दोष हो सकता है. वहीं, ज्योतिषियों और वास्तुशास्त्रियों का भी कहना है कि विधानसभा में वास्तुदोष है, जो विधायकों के स्वास्थ्य और जीवन पर भारी पड़ रहा है.
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शुद्धीकरण की उठी मांग
कुछ साल पहले भी दो विधायक ने विधानसभा में हवन पूजन करवाने और गंगाजल से शुद्धीकरण करवाए जाने की मांग की थी. अभी भी कुछ विधायकों ने विधानसभा के दोष निवारण के लिए पूजा करवाए जाने की मांग की है. बता दें कि कहा जाता है कि राजस्थान विधानसभा (Ghost Stories) जिस भूमि पर बनी है, वहां पहले श्मशान था, जिसके चलते इमारत में वास्तुदोष है और नकारात्मक ऊर्जाओं का प्रभाव रहता है और उसका असर किसी न किसी विधायक के साथ अनहोनी के रूप में सामने आता है.
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कब-किस विधायक की मौत
राजस्थान (Rajasthan News) में जब भी किसी विधायक की मौत होती है, तो सबसे पहले यह मुद्दा बार-बार उठता है, कि विधानसभा में भूत हैं. यहां प्रेस आत्माओं और काली हवाओं का साया है. अब विधायक अमृत लाल मीणा की मौत के बाद ये मामला गरमाया हुआ है. बता दें कि प्रदेश में 2002 से अबतक 16 विधायकों की मौत हो चुकी है. आइए जानते हैं कि प्रदेश में कब-किस विधायक की हुई मौत–
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फरवरी 2002 में अमेजर (वेस्ट) सीट से विधायक किशन मोटवानी का निधन
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दिसंबर 2002 में बानसूर विधायक जगत सिंह दायमा की मौत
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2002 में ही गहलोत सरकार में मंत्री सागवाड़ा विधायक भीखा भाई का निधन
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इसी साल लूणकरणसर कांग्रेस विधायक भीमसेन चौधरी का निधन हुआ.
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2004 में लूणी से कांग्रेस एमएलए और पूर्व सिंचाई मंत्री रामसिंह बिश्नोई का निधन
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2005 में डींग से बीजेपी MLA अरुण सिंह का निधन हो गया.
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दिंसबर 2006 में डूंगरपुर विधायक नाथूराम अहारी का निधन.
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अगस्त 2017 में मांडलगढ़ विधायक कीर्ति कुमारी का निधन गया.
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फरवरी 2018 में नाथद्वारा से बीजेपी विधायक कल्याण सिंह का निधन.
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6 अक्टूबर 2020 को सहाड़ा से कांग्रेस MLA कैलाश त्रिवेदी का निधन.
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16 नवंबर 2020 को मंत्री मास्टर भंवरलाल का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया।
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30 नवंबर 2020 को राजसमंद से BJP MLA किरण माहेश्वरी का कोरोना से निधन.
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20 जनवरी 2021 को वल्लभनगर से कांग्रेस विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत का निधन.
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19 मई 2021 को धरियावद से BJP MLA गौतम लाल मीणा का कोटोना से निधन हो गया.
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6 अक्टूबर 2022 को सरदारशहर से कांग्रेस MLA भंवरलाल शर्मा का निधन हो गया
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अब अगस्त 2024 में सलूम्बर से BJP एमएलए अमृत लाल मीणा की हार्ट अटैक से मौत
कब किसी इमारत में आत्माएं जमा लेती हैं डेरा?
ऐसा कहा जाता है कि
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अगर कोई इमारत श्मशान की भूमि पर बनी हुई है तो उसमें प्रेत आत्माओं का डेरा जमाने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है.
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अगर इमारत में किसी की निर्मम तरीके से हत्या कर दी जाती है, तो उसमें उसकी आत्मा भटकती है.
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अगर कोई इमारत लंबे समय से खाली पड़ी हुई है, तो उसमें नकारात्मक ऊर्जाओं यानी काली हवाओं का वास हो जाता है.
- किसी तांत्रिक के जादू-टोना करने से भी किसी इमारत में प्रेत आत्माओं का वास हो सकता है.
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