Russia-Ukraine War: रूस-यूक्रेन के बीच जंग अब बेहद ही खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है. रूस ने न सिर्फ यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है बल्कि अब यूक्रेन पर परमाणु हमले का खतरा भी बढ़ गया है, लेकिन इन सबके बीच सबसे बड़ी बात ये कि रूसी सेना के वुल्फ हंटर टैक्टिक ने जेलेंस्की के जवानों के होश उड़ा दिए हैं. पुतिन ने यूक्रेन में वो किया है, जो कभी नहीं हुआ था. आखिर क्या है रूस का वुल्फ प्लान?
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पुतिन ने बनाया वुल्फ प्लान
पुतिन ने यूक्रेन को घुटनों पर लाने के लिए बेहद ही खतरनाक प्लान बनाया है. इस प्लान को रूस की सेना यूक्रेन के क्षेत्रों में अंजाम दे रही है. रूस की सेना जंग के मैदान में ठीक उसी तरह यूक्रेनी सेना के जवानों को घेरकर निशाना बना रही हैं जैसा कि शिकारी भेड़िए करते हैं. जिस तरह भेड़िए अपने शिकार का मीलों तक पहले पीछा करते हैं और फिर सही समय देखकर उन पर हमला बोलते हैं. ठीक उसी तरह की रणनीति रूस की सेना भी अपना रही है.
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क्या है वुल्फ हंटर टैक्टिक? (What is Wolf Hunter Tactic?)
इस रणनीति के तहत जहां कम ऊर्जा लगाकर शिकारी भेड़िए शिकार को दबोच लेते हैं. वहीं दुश्मन के विरोध करने पर भी नुकसान की संभावना कम होती है. इसी वुल्फ हंटर टैक्टिक को पुतिन की सेना कुराखोवो जैसे क्षेत्र में अपनाकर जेंलेस्की की सेना को पीछे धकेल रही है. दरअसल रूसी सैनिक पहले छोटी-छोटी टीमों में बंट जाते हैं. फिर ये टीमें कई दिशाओं से दुश्मन को घेरने में जुट जाती हैं.
वुल्फ प्लान रहा है सफल
जब दुश्मन घिर जाता है, तो उस पर कई दिशाओं से हमला कर दिया जाता है. अचानक हर तरफ से हुए हमले से न तो यूक्रेन की सेना को संभलने का मौका मिलता है और ना ही वो रूसी सेना के सामने टिक पाने में समर्थ होती हैं. यूक्रेन के मोर्चे पर रूस की वुल्फ अटैक वाली रणनीति सफल साबित हो रही है.
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रूस ने तैनात किए भेड़िए
रूस ने युद्ध क्षेत्र में भेड़ियों को तैनात किया था. इन भेड़ियों को ड्रोन अटैक रोकने के लिए ट्रेन किया गया था. यहां तक कि कामिकेज़ ड्रोन के आने की आवाज पर भी ये तेजी से प्रतिक्रिया देते हैं. अब सवाल उठता है कि आखिर भेड़िए ड्रोन अटैक को कैसे रोक सकते हैं.
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रूसी सेना का दावा है कि भेड़ियों की सूंघने की क्षमता बेहद अच्छी होती है. वो खतरों को भांप सकते हैं और उसके बारे में चेतावनी दे सकते हैं यहां तक कि ड्रोन के आने की आवाज भी सुन सकते हैं और इसलिए इन भेड़ियों को युद्ध क्षेत्र में उतारा गया. ये भेड़िए बारूद की गंध और और ड्रोन की आवाज सुनकर जोर-जोर से आवाजें निकालते हैं. वुल्फ हंटर टैक्टिक और फ्रंटलाइन पर तैनात भेड़ियों की मदद से रूस यूक्रेन की सेना पर भारी पड़ रहा है.
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