Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन में भीषण युद्ध जारी है. जंग में कभी रूस यूक्रेन पर तो कभी यूक्रेन रूस पर भारी पड़ता हुआ दिख रहा है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन लड़ाई में अपनी जीत पक्की करने के लिए अलग-अलग दांव-पेंच अपना रहे हैं. अब पुतिन ने एक ऐसी धांसू रणनीति अपनाई है, जिससे यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की हक्क-बक्के रह गए हैैं. इस रणनीति का नाम डबल टेप स्ट्राइक है, जिससे रूस लगातार यूक्रेन की कमर तोड़ने में लगा हुआ है. आइए जानते हैं कि डबल टेप स्ट्राइक क्या है और यह कितनी खतरनाक सैन्य रणनीति है.
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सैन्य रणनीतियों में माहिर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अच्छे से जानते हैं कि किसी भी युद्ध में विरोधी को हार मानने के लिए मजबूर करने का सबसे अच्छा तरीका है कि उसकी सैन्य, आर्थिक और जनहानि के रूप में युद्ध की लागत को इतना बढ़ा दिया जाए कि विरोधी उसके बोझ को झेल ही ना पाए. वह भी ऐसा ही कुछ यूक्रेन के साथ कर रहे हैं. यही वजह है कि रूसी सेना यूक्रेन के मनोबल को तोड़ने के लिए उसके आर्थिक, हेल्थकेयर, और एनर्जी ढांचों पर व्यवस्थित हमले कर रही हैं. रूसी सेना ये सब डबल टेप स्ट्राइक मिलिट्री स्ट्रेटजी के तहत कर रही है.
रूस को लेकर बड़ा खुलासा
इंटरनेशनल मेडिकल जर्नल द लांसेट ने दो दिन पहले ही एक अहम रिपोर्ट पब्लिश की है, जिसमें रूस को लेकर बड़ा खुलासा किया गया है. रिपोर्ट में बताया गया है कि रूस यूक्रेन पर जानबूझकर ‘डबल टेप’ हमले (Double Tap Attacks) कर रहा है, ताकि हमलों के तुरंत बाद दी जाने वाली इमरजेंसी सहायताओं को निशाना बनाया जा सके. ऐसा कर रूस यूक्रेन को युद्ध में हार मानने का दबाव बना रहा है. अब आइए जानते हैं कि ये डबल टेप स्ट्राइक क्या है.
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क्या है डबल टेप स्ट्राइक?
डबल टेप स्ट्राइक एक ऐसी सैन्य रणनीति है, जिसमें शुरुआती हमले के तुरंत बाद उसी स्थान पर दूसरा अटैक किया जाता है. इस तरह के अटैक का मकसद उन लोगों (इमरजेंसी रेस्पॉन्स टीम जैसे मेडिकल और सिक्योरिटी) को निशाना बनाना है, जो पहले हमले में घायल लोगों की मदद के लिए आए थे. द लांसेट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने पुष्टि की है कि फरवरी 2022 से अब तक 1973 हमले स्वास्थ्य सेवा सुविधाओं (Health-Care Facilities), स्वास्थ्य परिवहन और आपूर्ति (Health Transport and Supply), अन्य कर्मियों और जख्मी मरीजों पर हो चुके हैं. पिछले साल दिसंबर से ये हमले (डबल टेप स्ट्राइक) लगभग हर दिन हो रहे हैं.
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रूस क्यों कर रहा ऐसे हमले?
रूस डबल टेप स्ट्राइक कर यूक्रेन को हर तरह से कमजोर करना चाहता है. डबल टेप स्ट्राइक की सैन्य रणनीति इसलिए खतरनाक होती है क्योंकि—
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डबल टेप स्ट्राइक के बाद मरने वालों की संख्या बढ़ जाती है. साथ ही उन लोगों में डर बैठ जाता है, तो पहले हमले में घायलों की मदद को आए गए थे, ताकि वो आगे से अन्य किसी मदद को न आएं.
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लगातार ऐसा किए जाने से विरोधी देश का मेडकल सर्विस नेटवर्क धीरे-धीरे कमजोर हो जाता है. नतीजतन घायलों को समय रहते इलाज नहीं मिल पाता है.
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डबल टेप हमलों से विरोधी देश के मेडिकल संसाधनों को फिर से जुटाने का भी दवाब बढ़ता है. सैन्य साजो-समान के अलावा चिकित्सीय उपकरणों का खर्चा बढ़ता है.
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ज्यादा मौतें और पैसे की कमी के बीच दुश्मन देश के लिए युद्ध महंगा होता चला जाता है, नतीजतन उसके सामने घुटने के टेकने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता है.
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