S-400 Missile System: भारत की सैन्य ताकत में जल्द ही और अधिक इजाफा होने वाला है. 2025 तक रूस भारत को एस-400 मिसाइल सिस्टम की बाकी की बची 2 यूनिट सौंपेगा. नए एयरफोर्स चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने शुक्रवार को ये खुलासा किया है. उनके खुलासे से चीन टेंशन में आ गया है, क्योंकि इनके मिलने से ड्रैगन भारत की ओर आंख उठाकर भी नहीं देख पाएगा. S-400 एक एयर डिफेंस सिस्टम है, जो दुश्मन की मिसाइलों को हवा में ही ढेर करने की क्षमता रखता है.
‘2025 में मिलेंगे बाकी के दो S-400’
एयरफोर्स चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने बताया कि, ‘रूस से अब तक एस-400 मिसाइल सिस्टम की तीन यूनिट मिल चुकी हैं. उसने अगले साल बाकी बची दो इकाइयों को देने का वादा किया है.’ साथ ही उन्होंने बताया कि चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तेजी से बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहा है. खासकर लद्दाख सेक्टर में निर्माण में जुटा है. उसके जवाब में भारत भी सीमा पर अपने बुनियादी ढांचे को उन्नत कर कर रहा है.
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बाकी बचे S-400 की सप्लाई में देरी क्यों?
भारत ने रूस से पांच एस 400 सिस्टम खरीदने के लिए 2019 में एक कॉन्ट्रैक्ट पर साइन किए थे, जिनमें से तीन यूनिट्स (India S 400) रूस से भारत को पहले ही मिल चुकी हैं, लेकिन अभी दो यूनिट्स की सप्लाई होना बाकी है. दरअसल, रूस का यूक्रेन के साथ युद्ध शुरू होने की वजह से वो भारत को इन यूनिट्स की सप्लाई नहीं कर पाया था. जुलाई महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस का दौरा किया था. तब उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से S 400 Missile System की सप्लाई का मुद्दा उठाया था. तब भी रूस ने यही आश्वासन दिया था.
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खुलासे से टेंशन में क्यों चीन?
रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत ने रूस से मिले तीन एस 400 मिसाइल सिस्टम को चीन से लगते सीमावर्ती इलाकों में तैनात किया है. ऐसा करने से भारत की बॉर्डर पर सैन्य ताकत को मजबूती मिली है. वहीं अगर दो और एस-400 मिसाइल सिस्टम भारत को मिल जाएंगे तो भारत की सैन्य ताकत में जबरदस्त रूप से इजाफा होगा. वहीं देश की सेना का मनोबल भी बढ़ेगा. S 400 को हथियार है, जो दुश्मन की मिसाइलों को हवा में ही नेस्तनाबूद कर देता है.
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कैसे बढ़ेगी देश की ताकत?
चीन की विस्तारवादी नीति से भारत अच्छे वाकिफ है, इसलिए भारत ड्रैगन की हर हिमाकत का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार रहना चाहता है. इस एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम के बचे हुए यूनिट्स आने के बाद देश की सुरक्षा अभेद्य हो जाएगी. भारत ने इन S-400 मिसाइल (S 400 Missile) सिस्ट्म को ऐसे क्षेत्रों में तैनात किया है, जहां से वे दुश्मन के लड़ाकू विमानों, क्रूज मिसाइलों और यहां तक कि बैलेस्टिक मिसाइलों की किसी भी हवाई घुसपैठ से निपट सकते हैं. जब उसे ये दो और एयर डिफेंस सिस्टम मिल जाएंगे, तो उसके लिए गेम चेंजर साबित होंगे.
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