Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश के संभल में आज यानी रविवार को भारी बवाल हुआ. हिंसा में 3 लोगों की मौत हो गई जबकि सीओ समेत 15 पुलिस वाले घायल हुए हैं. पुलिस ने 15 लोगों को हिरासत में लिया है. ये बवाल शाही जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुआ. सर्वे के विरोध में उपद्रवियों ने जमकर हंगामा किया और पुलिस टीम पर पत्थर बरसाए. बवाल इतना बढ़ गया कि पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले दागे फिर लाठीचार्ज करके भीड़ को खदेड़ा. कैसे हुई हिंसा और हिंसा के पीछे किसकी है साजिश. पुलिस इसकी जांच में जुटी है.
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जैसे ही सर्वे हुआ वैसे ही हमला
मस्जिद के सर्वे की सूचना मिलते ही हजारों लोग मौके पर पहुंच गए जैसे ही सर्वे शुरू हुआ तो इसी बीच मुंह पर कपड़ा बांधकर उपद्रवी भी भीड़ में घुस गए. पुलिस के समझाने के बावजूद भीड़ बेकाबू होती चली गई. SSP के मुताबिक कई उपद्रवियों ने पुलिस पर गोली चलाई. पुलिस ने हालात को कंट्रोल करने के लिए दंगाइयों पर आंसू गैस के गोले दागे. संभल में उपद्रवियों ने इलाके में जमकर दहशत मचाई. उपद्रवियों ने कई गाड़ियों को भी निशाना बनाया और आग लगा दी. इतना ही नहीं आधा दर्जन गाड़ियों पर हमला भी किया.
उपद्रवियों फूंक डालीं कई गाड़ियां
इसमें ज्यादातर सरकारी वाहन थे. पुलिस ने एक के बाद एक टियर गैस के कई गोले दागे, लेकिन पुलिस के एक्शन के बावजूद उपद्रवी बवाल करते रहे. गलियों के अंदर से भीड़ ने पथराव किया. इसके बाद पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए कई उपद्रवियों को खदेड़ा. कई पुलिसकर्मी भी पथराव और भगदड़ में घायल हो गए. पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे तो उपद्रवी भागने लगे. हिंसा कर रहे लोग सड़क पर चप्पल-जूते छोड़कर भाग गए.
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पुलिस ने लोगों को समझाया
पुलिस ने पहले बवाल मचा रहे लोगों को समझाया. उनसे शांति बनाए रखने की अपील की. पुलिस लगातार उपद्रवियों से शांति बनाए रखने के लिए कह रही थी, लेकिन लाख समझाने के बाद भी दंगाई मानने को तैयार नहीं थे. कभी इस गली से पत्थर आ रहे थे तो कभी उस गली से, कोई छत से तो कोई घर से पत्थराव कर रहा था. पुलिस वाले उनका मुकाबला कर रहे थे.
सर्वे को लेकर क्यों इतना हंगामा क्यों?
एक तरफ जहां पुलिस उपद्रवियों से लोहा लेती दिखी, लेकिन ऐसा लग रहा था कि इस उपद्रव की तैयारी बहुत पहले से की गई थी. ये अचानक भड़का दंगा नहीं था. इस साजिश का प्लान सोच समझ कर तैयार किया गया था. अगर ऐसा नहीं था तो आखिर सुबह-सुबह इतनी भीड़ कैसे जमा हो गई. पहले से तय सर्वे को लेकर इतना हंगामा क्यों मचा. भीड़ के पास पत्थरों का ढेर कहां से आया और उन्हें ऑर्डर कौन दे रहा था.
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दंगाइयों ने पुलिस पर बरसाए पत्थर
बेकाबू भीड़ ने जामा मस्जिद का सर्वे रोकने की कोशिश की. पुलिस से टकराव हुआ तो बेकाबू उपद्रवियों ने बाइक, कार और दुकानों में आग लगा दी और बहुत देर तक उपद्रवी बवाल मचाते रहे. दंगाई पीछे हटते हुए भी पत्थर बरसा रहे थे. इसके बाद उन्होंने गाड़ियों में तोड़फोड़ की और आग लगा दी. आग की धधकती लपटों को देख पुलिस तो रुकी लेकिन दंगाइयों के पत्थर लगातार चलते रहे. पुलिसवालों को भी दंगाइयों को उनकी भाषा में जवाब देना पड़ा.
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फायरिंग के बाद मच गई चीख पुकार
बवाल के चलते इलाके में दहशत मच गई. लोग घरों में कैद थे, लेकिन पथराव और फायरिंग की आवाज सुन चीख पुकार मच गई. इस बीच भीड़ को जहां से मौका मिला वो वहां से भाग निकला. इस बात की गवाई, जूतो-चप्पलों से पटी गली ये गली दे रही है.
#WATCH उत्तर प्रदेश: संभल में शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण करने के लिए एक सर्वेक्षण दल के पहुंचने पर पथराव की घटना हुई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 24, 2024
वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन द्वारा संभल के सिविल जज की अदालत में मस्जिद के मंदिर होने… pic.twitter.com/uu2W4mgBT0
हालात काबू में लाने के लिए भारी तादाद में पुलिस फोर्स तैनात की गई. डीएम ने खुद मार्च किया. संभल अब हालात नियंत्रण में हैं. पुलिस उपद्रवियों की पहचान कर उनके खिलाफ एक्शन ले रही है.