Advertisment

James Webb Telescope का नया कमाल, Jupiter की सबसे साफ और रंगीन तस्वीर

अंतरिक्ष एजेंसी NASA ने कहा कि छवि में चमकदार सफेद दिखाई दे रहा बृहस्पति का प्रसिद्ध ग्रेट रेड स्पॉट एक इतना बड़ा तूफान है कि वह पृथ्वी को निगल सकता है.

author-image
Keshav Kumar
एडिट
New Update
web teliscope

सौर मंडल के सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति की नई और सबसे साफ छवि( Photo Credit : News Nation)

Advertisment

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) के नवीनतम और सबसे शक्तिशाली जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (James Webb telescope) ने हमारे सौर मंडल के सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति (Jupiter) की नई और सबसे साफ छवियों (Image) को कैप्चर किया है. ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया था. बीते सोमवार को प्रकाशित तस्वीरों ने ग्रह के एक नए दृश्य को सामने ला दिया है. इस तस्वीर में ग्रह के विशाल तूफान, रंगीन अरोरा, फीके छल्ले और दो छोटे चंद्रमा - अमलथिया और एड्रास्टिया को विस्तार से प्रस्तुत किया गया है.

अभूतपूर्व दृश्य

अंतरिक्ष के बारे में दिलचस्पी रखने वाले हम में से अधिकांश लोग पीले और लाल-भूरे रंग की गैस से परिचित हैं. दूरबीन के नियर-इन्फ्रारेड कैमरा ने अपने विशेष इन्फ्रारेड फिल्टर के साथ बृहस्पति को नीले, हरे, सफेद, पीले और नारंगी रंगों में शामिल किया है. चूंकि इन्फ्रारेड प्रकाश मानव आंखों के लिए दृश्यमान नहीं है, इसलिए छवियों को दृश्यमान स्पेक्ट्रम पर मिलान करने के लिए कृत्रिम रूप से रंगीन किया गया था ताकि नासा के अनुसार ग्रह की विशिष्ट विशेषताएं बाहर स्पष्ट हो सकें.

नासा ने क्या कहा

अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि छवि में चमकदार सफेद दिखाई दे रहा बृहस्पति का प्रसिद्ध ग्रेट रेड स्पॉट एक इतना बड़ा तूफान है कि वह पृथ्वी को निगल सकता है. क्योंकि यह बहुत अधिक सूर्य के प्रकाश को प्रतिबिंबित कर रहा था. नासा के एक ब्लॉग पोस्ट ने जेम्स वेब टेलीस्कोप के अंतःविषय वैज्ञानिक हेइडी हैमेल के हवाले से कहा, "यहां की चमक उच्च ऊंचाई को इंगित करती है. इसलिए ग्रेट रेड स्पॉट में उच्च ऊंचाई वाले धुंध होते हैं, जैसा कि भूमध्यरेखीय क्षेत्र में होता है. कई चमकीले सफेद 'धब्बे ' और 'लकीरें' संघनित संवहनी तूफानों के बहुत अधिक ऊंचाई वाले बादल होने की संभावना है.'

जेम्स वेब टेलिस्कोप

नासा के 10 बिलियन यूएस डॉलर के जेम्स वेब टेलीस्कोप को यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी और कनाडाई अंतरिक्ष एजेंसी की सहायता से विकसित किया गया था. इसे 25 दिसंबर, 2021 को अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया गया था और वर्तमान में यह लैग्रेंज बिंदु 2 से देख रहा है, जो सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की कक्षा से लगभग 1.5 मिलियन किमी दूर है. टेलीस्कोप उस प्रकाश को भी देख लेता है जो इंसानी आंखों से नहीं दिखतीं. टेलीस्कोप ने 11 जुलाई 2022 को अंतरिक्ष की अब तक की सबसे दूर की अपनी पहली छवि जारी की थी.

बेहतरीन तकनीक

नासा के ब्लॉग पोस्ट के अनुसार, जेम्स वेब टेलीस्कोप द्वारा ली गई अविश्वसनीय छवियां पृथ्वी पर नहीं आतीं, जैसा कि हम वर्तमान में देखते हैं. इसके बजाय, वैज्ञानिकों को वेब के डिटेक्टरों पर कैप्चर किए गए प्रकाश की चमक के बारे में कच्चा डेटा प्राप्त होता है, जिसे बाद में स्पेस टेलीस्कोप साइंस इंस्टीट्यूट (STScI), वेब के मिशन और विज्ञान संचालन केंद्र द्वारा संसाधित और छवियों में बदला जाता है. इस तरह जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप लगातार कमाल करता जाने वाला है. 

ये भी पढ़ें - मानसून की बारिश में 'गैर-बराबरी', वैज्ञानिक और किसानों की बढ़ी चिंता

इतना अच्छा होने की उम्मीद

हालांकि अंतरिक्ष के बनने से जुड़े रहस्यों को जानने के लिए बनाए गए जेम्स वेब टेलीस्कोप ने जुलाई महीने में ही बृहस्पति की तस्वीर खींची और ब्लैंक एंड वाइट रूप में जारी की थी. अब वैज्ञानिकों ने बृहस्पति की रंगीन फोटो जारी की है. कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर एमेरिटा और खगोलशास्त्री इम्के डी पाटर ने कहा, 'हमने सच में इसके इतना अच्छा होने की उम्मीद नहीं की थी.' 

HIGHLIGHTS

  • चमकदार सफेद दिखाई दे रहा बृहस्पति का प्रसिद्ध ग्रेट रेड स्पॉट
  • वेब टेलीस्कोप द्वारा ली गई अविश्वसनीय छवियां पृथ्वी पर नहीं आतीं
  • जेम्स वेब टेलीस्कोप ने जुलाई महीने में ही बृहस्पति की तस्वीर खींची
NASA Jupiter James Webb Telescope नासा अंतरिक्ष जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप Space Telescope Science Institute STScI बृहस्पति ग्रह
Advertisment
Advertisment