स्वतंत्रता (Independence Day) की 75वीं सालगिरह के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे अमृत महोत्सव (Amrit Mahotsav) पर इस साल एक खास मेहमान भारत आ रहा है. ये हैं अफ्रीकी अमेरिकी गायिका मैरी मिलबेन, जो भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) के निमंत्रण पर भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में बतौर अमेरिका की सांस्कृतिक राजदूत भाग लेंगी. मैरी मिलबेन (Mary Millben) पहली अमेरिकी कलाकार हैं, जो आईसीसीआर के निमंत्रण पर आ रही हैं. मैरी मिलबेन ने भारत में पहली बार 2020 में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर वर्चुअली 'जन गण मन' गाकर सुर्खियां बटोरी थीं. मैरी का भारत प्रेम यहीं खत्म नहीं हुआ और इसके बाद दीपावाली पर उन्होंने 'ओम जय जगदीश हरे' प्रार्थना को बेहद दिलकश अंदाज में गाते हुए करोड़ों भारतीयों का दिल जीता. प्राप्त जानकारी के मुताबिक भारत आगमन पर 10 अगस्त को एक कार्यक्रम पेश करने वाली मैरी मिलबेन लखनऊ (Lucknow) भी जा सकती हैं. यही नहीं, मैरी मिलबेन ने तीन अमेरिकी राष्ट्रपतियों के कार्यकाल क्रमशः जॉर्ज डब्ल्यू बुश, बराक ओबामा और डोनाल्ड ट्रंप के लिए लगातार अपनी प्रस्तुति दी है, जो एक अनूठा संयोग है. ''
ट्विवीट में लिखा गर्व की हो रही अनुभूति... जय हिंद
भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ से जुड़े अमृत महोत्सव कार्यक्रम में भाग लेने के लिए भारत रवाना होने से पहले मैरी मिलबेन ने एक ट्वीट में कहा, '1959 में भारत की यात्रा पर गए डॉ. मार्टिन लूथर किंग जूनियर के नक्शेकदम पर चल मुझे भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में एक अमेरिकी सांस्कृतिक राजदूत के रूप में प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिल रहा है. इसको लेकर बहुत गर्व की अनुभूति हो रही है.' उन्होंने कहा, 'मैं इस (भारत) समृद्ध मातृभूमि का अनुभव करने, दुनिया में भारत और भारतीय समुदाय के साथ अपने सार्थक संबंधों का जश्न मनाने और भारत की स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के दौरान अमेरिका-भारत सरीखे महत्वपूर्ण लोकतांत्रिक गठबंधन को मजबूत करने का अवसर पाकर बेहद खुश हूं. इस पर मुझे गर्व भी महसूस हो रहा है.' इसके पहले 3 अगस्त को मैरी ने एक ट्वीट में तिरंगे के साथ लिखा था, 'तिरंगे का सम्मान करना देश का सम्मान करना है. एक खास दिन, एक खास देश और खास लोगों के लिए. जय हिंद. भारत.'
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भारत-अमेरिकी सामरिक संबंधों की सलाहकार प्रिया भी होंगी साथ
40 साल की अफ्रीकी-अमेरिकी गायिका मैरी मिलबेन के साथ एनएफटी ग्लोबल कंपनी एब्रिस की सह-संस्थापक और सीईओ प्रिया सामंत भी आ रही हैं. प्रिया भारत-अमेरिकी संबंधों की सामरिक सलाहकार भी हैं. प्राप्त जानकारी के मुताबिक मैरी मिलबेन अपने इस दौरे पर पहली बार भारत में अपना कार्यक्रम पेश करेंगी. वह भारत की आजादी की 75वीं सालगिरह और इंडियास्पोरा के 10वें वर्ष का जश्न मनाने के लिए इंडियास्पोरा ग्लोबल फोरम के कार्यक्रम में भाग लेंगी. इंडियास्पोरा के संस्थापक एमआर रंगास्वामी के निमंत्रण पर मैरी मिलबेन 10 अगस्त को भारतीय राष्ट्रगान 'जन गण मन गाकर' कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगी. इसके बाद उसी शाम को अंतर्राष्ट्रीय पियानो वादक लिडियन नादस्वरम के साथ संयुक्त प्रस्तुति भी देंगी. चेन्नई के युवा संगीतकार नादस्वरम ने सीबीएस का 'द वर्ल्ड्स बेस्ट' शो का विजेता बन 1 मिलियन डॉलर का पुरस्कार हासिल किया था.
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मैरी मिलबेन की पारिवारिक पृष्ठभूमि
मिलबेन का जन्म ओक्लाहोमा के एक बैपटिस्ट और पेंटेकोस्टल मंत्री माइकल मिलबेन के घर 4 मार्च 1982 को हुआ. उनकी मां एल्थिया मिलबेन एक प्रशिक्षित शास्त्रीय सोप्रानो और एक सेवानिवृत्त पेंटेकोस्टल संगीत पादरी हैं. मैरी मिलबेन ने पांच साल की उम्र में ओक्लाहोमा सिटी के वाइल्डवुड क्रिश्चियन चर्च के क्वॉयर में गाना शुरू किया था. मैरी मिलबेन के माता-पिता में 1987 में तलाक हो गया, जिसके बाद उनका पालन-पोषण मां एल्थिया ने किया. मिलबेन ने पुटनम सिटी हाई स्कूल में पढ़ाई पूरी की. फिर उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ ओक्लाहोमा में टेनर डॉन बर्नार्डिनि की छत्रछाया में ओपेरा की पढ़ाई की. मिलबेन एक समर्पित ईसाई हैं. उनकी तीन बहनें हैं, मिक्थिया मिलबेन और आयरलैंड समेत एक भाई मलाची मिलबेन है.
HIGHLIGHTS
- आईसीसीआर के निमंत्रण पर भारत आने वाली पहली अमेरिका कलाकार
- मैरी मिलबेन ने 'जन गण मन' और 'ओम जय जगदीश हरे' गा जीता था दिल
- भारत रवाना होने से पहले भारत की शान में कसीदे पढ़ बोला- जय हिंद