What is Digital Ghost: आज के डिजिटल दौर में हर कोई प्राइवेसी रखना चाहता है. लोग इंटरनेट पर अपनी एक्टिविटी को मिटाने के लिए अक्सर ब्राउजिंग हिस्ट्री को डिलीट कर देते हैं. हालांकि उनका ऐसा करना नाकाफी रहता है, क्योंकि इंटरनेट पर उनकी एक्टिविटी की कुछ न कुछ छाप जरूर रह जाती है. ऐसे में इंटरनेट पर अपनी पहचान को बिल्कुल मिटा देने और फिर गुमनाम बने रहने को ‘डिजिटल घोस्ट’ कहते हैं. आइए जानते हैं कि आप कैसे ‘डिजिटल घोस्ट’ बन सकते हैं और इंटरनेट यूज करते हुए भी खुद को गुमनाम रख सकते हैं.
इंटरनेट पर कैसे बढ़ाएं ऑनलाइन प्राइवेसी?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर एआई एक्सपर्ट और वेब डेवलपर अर्निल हसन (Arnill Hasan) ने इसको लेकर अहम जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि आप अपनी ऑनलाइन प्राइवेसी को कैसे बढ़ा सकते हैं और अपनी इंटरनेट एक्टिविटी को ट्रैक किए जाने या फिर उसका मिसयूज किए जाने की संभावना को कैसे कम कर सकते हैं.
If you think that deleting your Internet history is enough, you are wrong.
— Arnill Hasan (@arnill_dev) August 18, 2024
Your Internet activity is still stored.
Here is a method to completely erase your Internet history & become a Digital Ghost ↓ pic.twitter.com/AT163esyQp
हालांकि, कोई भी तरीका इंटरनेट पर पूरी तरह से आपकी गुमनामी की गारंटी नहीं देता है. फिर डिजिटल घोस्ट बनने के लिए अर्निल हसन के उपाय बड़े कमाल के हैं.
ये भी पढ़ें: अब ये HiBox App ‘Scandal’ क्या है? यूजर्स ने किया 500 करोड़ के स्कैम का दावा, हैरान करता है पूरा माजरा!
इंटरनेट हिस्ट्री को डिलीट करना ही काफी नहीं
आज हम ऐसे दौर में जहां डिजिटल प्राइवेसी पर हमले के लगातार मामले सामने आ रहे है. आइडेंटिटी थेफ्ट से जुड़े कई साइबर क्राइम आए दिन खबरों में पढ़ने को मिलते रहते हैं. ऐसे में अपनी इंटरनेट हिस्ट्री को डिलीट कर देने से आपकी ऑनलाइन आइडेंटिटी (पहचान) की सिक्योरिटी काफी नहीं है. भले ही आप अपनी ब्राउजिंग हिस्ट्री को डिलीट कर दें, फिर भी आपकी एक्टिविटी के निशान इंटरनेट पर जरूर रह जाते हैं. 'डिजिटल घोस्ट' बनने के लिए आपको इन स्टेप्स को अपनाना होगा.
ये भी पढ़ें: Kolkata Doctor Case: क्या होता है सीमन सैंपल, रेप-मर्डर मामलों में कैसे बनती है क्रिमिनल तक पहुंचने की अहम कड़ी?
Step 1: गूगल एक्टिविटी को डिलीट करें
ऑनलाइन हिस्ट्री मिटाने के लिए गूगल से अपनी ब्राउजिंग हिस्ट्री को डिलीट करें. इसके लिए आप myactivity.google.com पर जाएं और फिर एक्टिविटी रिकॉर्ड को डिलीट कर दें. ऐसा आप किसी सेलेक्टेड टाइम पीरियड के लिए या फिर पूरी हिस्ट्री को डिलीट कर सकते हैं.
Step 2: पुराने अकाउंट्स को रिव्यू कर डिलीट करें
-
अगर आपके पुराने ईमेल अकाउंट्स हों, तो उनको रिव्यू कर उनको डिलीट कर दें.
-
अगर आप अपने किसी ईमेल अकाउंट की भूल गए हैं, उसे याद कर डिलीट कर दें.
-
अन्य ऑनलाइन आइडेंटिटी को रिकवर करें और लॉग इन करें, अकाउंट डिलीट करें.
Step 3: इंटरनेट कनेक्शन को सुरक्षित करें
ऑनलाइन प्राइवेसी को बढ़ाने के लिए इंटरनेट हिस्ट्री को डिलीट करना ही काफी नहीं है. इसके आपको ये कदम भी उठाने होंगे.
-
VPN का उपयोग करें: अपने IP एड्रेस को छिपाने और अपनी ऑनलाइन एक्टिविटिज को एन्क्रिप्ट करने के लिए हमेशा वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का उपयोग करें. हालांकि, बैंकिंग जैसे संवेदनशील लेन-देन के लिए VPN का उपयोग करने से बचें.
-
प्राइवेट ब्राउजिंग करें: VPN के साथ प्राइवेसी फॉक्स्ड सर्च इंजन DuckDuckGo का इस्तेमाल करें, ताकि आप अपनी ब्राउजिंग हैबिट्स को लोगों की नजरों से बचा सकें.
Step 4: अपने अकाउंट सुरक्षित करें
-
पासवर्ड नियमित रूप से अपडेट करें
-
इंटरनेट एक्विटिज को लेकर सक्रिय रहें
.ये भी पढ़ें: कहीं आपकी भी तो जासूसी नहीं कर रहा ये App? तुरंत चेक कीजिए मोबाइल, भनक भी नहीं लगने देता ऐसे करता है काम!