What is Blue Line: ब्लू लाइन पर इजरायली हमले नहीं रूक रहे हैं. भारत ने इसको लेकर अपनी चिंता जताई है. विदेश मंत्रालय ने ऐसा बयान जारी किया है कि उसका असर दूर तक जा सकता है. विदेश मंत्रालय का ये बयान इजरायली सेना ने साउथ लेबनान में संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों के तीन अड्डों पर हमले के मद्देनजर आया है. इजरायली गोलीबारी की वजह से यूएन शांति सैनिक लेबनान में फंस गए हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि ब्लू लाइन क्या है.
ये भी पढ़ें: Fortified Rice: क्या है फोर्टिफाइड राइस, लोगों को भर-भरकर बांटेगी मोदी सरकार, हेल्दी इतना कि खाने से बढ़ेगी ताकत
विदेश मंत्रालय का बयान
विदेश मंत्रालय के बयान के मुताबिक, ‘नई दिल्ली स्थिति पर बारीकी से नजर रखे हुए है. हम ब्लू लाइन पर बिगड़ती सुरक्षा स्थिति को लेकर चिंतित हैं. हम स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं.’ साथ ही बयान में कहा गया है कि ‘सभी को यूएन शांति सैनिकों के अड्डों का सम्मान करना चाहिए. यूएन शांति सैनिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उचित कदम उठाए जाने चाहिए.’
ये भी पढ़ें: Good News: युद्ध के बीच सुपरहिट PM मोदी का ये फॉर्मूला! लबालब हुआ भारत का खजाना, तोड़े सारे रिकॉर्ड
क्या है ब्लू लाइन
-
120 किलोमीटर लंबी ब्लू लाइन इजरायल और लेबनान के बीच एक सीमांकन रेखा है, जिसे 2000 में संयुक्त राष्ट्र ने तय किया था.
-
इसे 1982 से 2000 तक लेबनान पर कब्जे के बाद इजरायल की लेबनान से वापसी की पुष्टि करने के लिए बनाया गया था.
-
यह लेबनान को इजरायल और गोलान हाइट्स से अलग करती है, लेकिन यह आधिकारिक अंतरराष्ट्रीय सीमा नहीं है.
ये भी पढ़ें: China की मक्कारी का करारा जवाब, अंडमान-निकोबार के ऊपर रहा था जासूसी गुब्बारा, भारतीय वायुसेना ने किया ढेर
गौरतलब है कि इजरायल लेबनान में सक्रिय हिजबुल्लाह के खिलाफ मोर्चा खोले हुए. इजरायली सेना ने हाल ही में हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह और उसके बाद के चचरे भाई सफीद्दीन को मार गिराया था. बीते एक महीने से इजरायली सेना ने हिजबुल्लाह पर कहर बन कर टूट रही है, उसने उसके कई कमांडरों को मार गिराया है. लेबनान में हर तरफ तबाही का मंजर है. फिर भी ये जंग अभी थमने का नाम नहीं ले रही है.
जरूर पढ़ें: Big News: क्या है NMEO-Oilseeds, जिसको पीएम मोदी ने किया लॉन्च, देश को ऐसे होगा बड़ा फायदा!