What is Catfishing: Netflix पर हाल ही मेें एक डॉक्यूमेंट्री रिलीज हुई है, जिसका नाम ‘स्वीट बॉबी: माय कैटफिश नाइटमेयर’ (Sweet Bobby: My Catfish Nightmare) है. इस डॉक्यूमेंट्री में लंदन की रहने वाली रेडियो प्रेजेंटर किरत अस्सी (Kirat Assi) की कहानी दिखाई है. किरत अस्सी को आइडेंटी थेफ्ट के जरिए 9 साल तक कैटफिशिंग का शिकार बनाया गया. बाद में किरत को पता चला कि जिसे वो अपना बॉयफ्रेंड समझकर 9 सालों से बात कर रही है. वो असल में कोई और नहीं उसकी कजिन सिस्टर सिमरन भोगाल है. ऐसे में आइए जानते हैं क्या होती है कैटफिशिंग.
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डॉक्यूमेंट्री ‘स्वीट बॉबी: माय कैटफिश नाइटमेयर’ में दिखाया गया है कि कैसे किरत अस्सी की कजिन सिस्टर सिमरन भोगाल 9 साल तक उसकी लाइफ को कंट्रोल करती है. किरत जिसे अपना बॉयफ्रेंड (बॉबी) समझ कर, जिससे दिन रात ऑनलाइन बातें करती थी, वो असल में रियल लाइफ में था नहीं, उनका ये प्यार भरा रिश्ता 9 सालों तक वर्चुअल ही रहा. जब भी किरत ने बॉबी से मिलने को कहा तो वह हर बार कोई न कोई बहाना कर मुलाकात करने से बच निकलता. किरत के साथ हुए इस इमोशनल मैनिपुलेशन के पीछे कोई और नहीं बल्कि उसकी कजिन सिस्टर सिमरन भोगाल थी.
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क्या है कैटफिशिंग (What is Catfishing)
- डॉक्यूमेंट्री ‘स्वीट बॉबी: माय कैटफिश नाइटमेयर’ के चलते ही कैटफिशिंग शब्द की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है.
- कैटफिशिंग में कोई व्यक्ति किसी और की तस्वीर, पहचान और डॉक्यूमेंट्स का इस्तेमाल पहचान चुराने के लिए करता है.
- फिर इस जानकारी का यूज वो किसी दूसरे व्यक्ति को मानसिक या आर्थिक तौर पर नुकसान पहुंचाने के लिए करता है.
- ऐसा ही कुछ डॉक्यूमेंट्री ‘स्वीट बॉबी: माय कैटफिश नाइटमेयर’ में सिमरन भोगाल किरत अस्सी के साथ करती है.
लोग क्यों करते हैं कैटफिशिंग?
कहा जाता है कि आपका जरा सा मजाक किसी की लाइफ पर भारी पड़ सकता है. उसे वो अंदर से तोड़ सकता है. जैसा कि किरत अस्सी के साथ उसकी कजिन सिस्टर सिमरन भोगाल ने किया. इस कारण के अलावा लोग अकेलेपन से बचने, ध्यान आकर्षित, इमोशनल कंट्रोल, धोखाखड़ी, पैसे ऐंठने, मजाक, बदला लेना, असली पहचान छुपाना के लिए ऐसा करते हैं.
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लोग कैसे करते हैं कैटफिशिंग?
कैटफिशिंग करने वाले लोगों को कैटफिशर कहा जाता है. ऐसे लोग जो अपनी असली पहचान छुपाकर किसी और की तस्वीर, नाम और अन्य डॉक्यूमेंट का इस्तेमाल कर किसी अन्य के साथ संपर्क बनाने की कोशिश करते हैं ताकि उसके इमोशन को मैनिपुलेट किया जा सके. उसके धोखा देखकर उससे पैसे ऐंठे जा सके या फिर किसी और तरीके का पर्सनल गेन लिया जा सके. कैटफिशर इस काम के लिए ऑनलाइन साधनों का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं.
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