Microsoft Outage: जिस माइक्रोसॉफ्ट कंपनी की दुनिया में धाक है. आज उसी के सर्वर ने ऐसा गच्चा दिया कि दुनिया रूक गई. दिल्ली से दुबई और अमेरिका लंदन तक तमाम एयरपोर्ट पर आज एक जैसी अफरा-तफरी रही. बड़े-बड़े कंप्यूटर स्क्रीन पर सर्वर डाउन का एक जैसा रंग रहा. भारत, ब्रिटेन, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और सऊदी अरब समेत दुनिया के कई देशों में एयरपोर्ट पर यात्रियों का जमावड़ा दिखा. माइक्रोसॉफ्ट संकट के चलते ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों में सरकारों ने इमरजेंसी बैठकें बुलाईं. इस संकट के पीछे 'क्राउटस्ट्राइक' को जिम्मेदार बताया जा रहा है, ये क्या है. इस संकट चलते कौन-कौन सी सेवाएं ठप रहीं. लोगों को किन-किन दिक्कतों का सामना करना पड़ा. आइए सबसे बड़े आउटेज की पूरा कहानी को जानते हैं.
ठप हुईं क्या-क्या सेवाएं?
शुक्रवार 10 बजे, आम दिनों की तरह ही एयरपोर्ट पर यात्रियों की चहल-पहल थी. करीब 45 मिनट यानी 10:45 बजे बाद, दुनियाभर में कुछ ऐसा हुआ कि हर तरफ हाहाकार मच गया. एयरलाइंस के सर्वर में खराबी आने की खबरें आने लगीं. ग्लोबल एयरपोर्ट, टीवी, स्टॉक मार्केट सब कुछ ठप पड़ गया. ब्रिटेन में तो स्काई न्यूज का ऑफ एयर हो गया. वहां, रेलवे सेवाएं भी बंद हो गईं. इनके अलावा बैंकिंग, टीवी टेलीकास्ट, स्टॉक एक्सचेंज और हॉस्पिटल्स में सर्विसेज् बंद हो गईं. इजरायल में सेंट्रल बैंक के कामकाज प्रभावित हुए. वहीं डेनमार्क में फायर अलार्म सिस्टम बंद हो गया.
1500 से ज्यादा उड़ानें रद्द
ग्लोबल स्टॉक मार्केट में तूफान सा आ गया. मार्केट में काफी उथल-पुथल देखने को मिली. सर्वर ठप होने से एयरपोर्ट्स पर यात्रियों की मुसीबतें काफी बढ़ गईं. उनको मैनुअली चेक इन करना पड़ा. सैकड़ों लोग चेक इन भी नहीं कर पा रहे थे. टिकट काउंटर्स पर लोगों की लंबी-लंबी कतारें लगीं देखी गईं. रिपोर्ट्स के अनुसार, ग्लोबल लेवल पर 1,500 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं और दुनियाभर में 18 हजार से ज्यादा फ्लाइट्स डिले हुईं. एयरपोर्ट पर बुकिंग, चेक-इन और फ्लाइट अपडेट जैसी सर्विसेज् ठप रहीं.
भारत में दिखा व्यापक असर
माइक्रोसॉफ्ट सर्वर के ठप होने का व्यापक असर भारत में भी देखने को मिला. घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दर्जनों फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी. कई फ्लाइट के रूट में बदलाव किया गया. देश में कई एयरपोर्ट में मैन्युअल चेक इन करना पड़ा, जिसमें दिल्ली, वाराणसी चेन्नई, अहमदाबाद, मुंबई, हैदराबाद, कोलकाता, जयपुर, भोपाल, पटना जयपुर जैसे एयरपोर्ट शामिल हैं. एयरपोर्ट पर यात्रियों की लंबी-लंबी कतारें देखी गईं. डीजीसीए ने कहा कि, 'अभी तक एयरलाइन्स को बंद करने पर कोई फैसला नहीं लिया गया.' वहीं, एयर इंडिया ने कहा कि 'हमारा डिजिटल सिस्टम प्रभावित हुआ.'
'...माइक्रोसॉफ्ट के संपर्क में हैं'
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस पूरे मामले पर अपना बयान जारी किया. बताया गया ग्लोबल क्राइसिस में भारत माइक्रोसॉफ्ट के संपर्क में हैं. एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि Microsoft और उसके सहयोगियों के संपर्क में हैं. इस आउटेज के कारण की पहचान कर ली गई है और समस्या के समाधान के लिए अपडेट जारी कर दिए गए हैं. CERT एक तकनीकी सलाह जारी कर रहा है. एनआईसी नेटवर्क प्रभावित नहीं है.
हैकर अटैक या मशीनरी में दिक्कत?
टेक्नोलॉजी के जमाने में एक सर्वर से कैसे पूरी दुनिया थम सकती है. आज इस सबूत समूची दुनिया ने अपनी आंखों से देख लिया. उड़ान भरना तो दूर बोर्डिंग पास तक नहीं निकला. माइक्रोसॉफ्ट के ग्लोबल सर्वर पर हैकर्स ने अटैक किया या फिर इंटरनल मशीनरी ने काम करना बंद कर दिया. पूरी दुनिया में माइक्रोसॉफ्ट सर्वर के ठप होने की खबर किसी एटम बम की तरह गिरी. एयरपोर्ट्स पर यात्री फंस गए, यहां भी दर्जनों फ्लाइट रद्द हो गईं. इस तरह सबसे ज्यादा मार एयरलाइंस कंपनियों पर पड़ी है.
माइक्रोसॉफ्ट ने क्या कहा?
सर्वर डाउन को लेकर माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि हमें समस्या की जानकारी है. हमने कई टीमों को इसे सुलझाने में लगाया है. हमने इसके कारण का पता लगा लिया है. इससे वहीं यूजर प्रभावित हुए हैं जो माइक्रोसॉफ्ट एज्योर का इस्तेमाल करते हैं.
सर्वर ठप होने के पीछे की वजह क्या?
सर्वर ठप होने के 30 मिनट तक खूब सस्पेंस बना रहा. इसी बीच ब्रिटेन में स्काई न्यूज चैनल ही ब्लैक आउट हो गया. इससे राज और गहराने लगा कि आखिर ये कैसे हो गया. जांच पड़ताल की गई तो पता चला कि CrowdStrike नाम के एंटी-वायरस अपडेट करने से सर्वर ठप हुआ. आउटेज से माइक्रोसॉफ्ट विंडोज में खराबी आई.
क्या है क्राउड स्ट्राइक
CrowdSrike एक साइबर सिक्योरिटी फर्म है, जो यूजर्स को सिक्योरिटी सॉल्यूशन प्रोवाइड करता है. ये कंपनी सभी प्रकार के साइबर हमलों को रोकने के लिए काम करता है. इसमें मेलवेयर और बहुत कुछ शामिल है. क्राउडस्ट्राइक 'फाल्कन सेंसर' के अपडेट की वजह से ही माइक्रोसॉफ्ट में बड़े पैमाने पर सर्वर डाउन हुआ.
'...ये साइबर अटैक नहीं'
ग्लोबल क्राइसिस पर क्राउडस्ट्राइक के सीईओ जॉर्ज कर्ट्ज ने कहा कि समस्या अलग-अलग है. समाधान लागू किया गया है. उनका कहना है कि, 'यह साइबर अटैक नहीं है'. उन्होंने आगे बताया कि प्रोब्लम की पहचान कर ली गई है. उसे अलग कर दिया गया है. तकनीकी खराबी को ठीक करने में एक्सपर्ट्स की टीम लगा रखा है.
Source : News Nation Bureau