iGOT Karmayogi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश तरक्की की राह पर है. इसके पीछे पीएम मोदी की नीतियों का हाथ है. 2 सितंबर 2020 को पीएम मोदी ने ‘iGOT कर्मयोगी’ को लॉन्च कर एक दूरगामी कदम उठाया है, जिसका असर आज देश की प्रशासन व्यवस्था और उसकी दक्षता में हुए सुधार के रूप में दिख रहा है. यही वजह है कि आज देश में खुशी का माहौल है. इसलिए ये कहना गलत नहीं होगा कि पीएम मोदी की ये स्कीम कमाल की है. ऐसे में आइए जानते हैं कि i-GOT कर्मयोगी क्या है?
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पीएम मोदी ने शनिवार (19 अक्टूबर 2024) को नई दिल्ली स्थित डॉ. अंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र में 'कर्मयोगी सप्ताह' या राष्ट्रीय शिक्षण सप्ताह का शुभारंभ किया. यह पहल देश भर में सिविल सेवकों के कौशल और क्षमता को बढ़ाने पर केंद्रित है. बता दें कि देश में सिविल सेविकों का कौशल और दक्षता बढ़े इसके लिए ही पीएम मोदी ने iGOT Karmayogi को लॉन्च किया था.
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i-GOT कर्मयोगी क्या है?
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i-GOT कर्मयोगी सिविल सर्वेंट्स (IAS, IPS और IFS आदि) के लिए ऑनलाइट ट्रेनिंग प्लेफॉर्म है, जिसका मकसद सिविल सेवकों के कौशल और दक्षताओं को बढ़ाना है.
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ये प्लेटफॉर्म ‘नियम-आधारित’ से लेकर ‘भूमिका-आधारित’ शासन पर ध्यान केंद्रित करता है और सरकारी अधिकारियों को चुनने के लिए 6 शिक्षण पाठ्यक्रम प्रदान करता है.
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i-GOT कर्मयोगी पोर्टल से सिविल सेवकों को डिजिटल, आमने-सामने और मिश्रित शिक्षा तरीकों से सिविल सेवकों को ट्रेन्ड किया जाता है.
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इस महत्वपूर्ण स्कीम को कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (DoPT) की ओर से क्रियान्वित किया जाता है, जो कर्मयोगी भारत प्लेटफ़ॉर्म को मैनेज करता है.
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पीएम मोदी के 2047 तक ‘विकसित भारत’ के विजन को साकार रूप देने के लिए इस प्लेटफॉर्म को लॉन्च किया गया है.
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