NMEO-Oilseeds: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी गुरुवार को देशहित में बड़ा फैसला लिया है. पीएम मोदी ने ‘NMEO-Oilseeds’ नाम से एक अहम मिशन को लॉन्च किया है. उनका ये कदम देश को आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए मिल का पत्थर साबित होगा. पीएम मोदी के NMEO-Oilseeds मिशन से देश को कई फायदे होंगे. ऐसे में आइए जानते हैं कि ये NMEO-Oilseeds मिशन क्या है और यह देश के लिए कैसे फायदेमंद साबित होगा.
ये भी पढ़ें: Israel में फिर आग बरसाने की तैयारी में ईरान, लीक हुआ नया प्लान! हिट लिस्ट में नेतन्याहू समेत ये टॉप 5 लीडर
मिशन को कैबिनेट ने दी मंजूरी
केंद्रीय कैबिनेट की आज एक अहम बैठक हुई, जिसमें पीएम मोदी ने खाद्य तेलों के उत्पादन की दिशा में एक अहम मिशन को मंजूरी दी. इस मिशन का नाम नेशनल मिशन ऑन इडिबल ऑयल्स - ऑयलसीड्स दिया गया, जिसे शॉर्ट में NMEO-Oilseeds कहा जा रहा है. पीएम मोदी ने इसको लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी एक पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने पीएम के फायदों के बारे भी में बताया.
ये भी पढ़ें: Britain ने मॉरीशस को सौंपा चागोस द्वीपसमूह, खत्म हुआ 50 साल पुराना विवाद, जानें- कैसे रंग लाया भारत का रूख!
ये भी पढ़ें: Russia-Ukraine War: रूस का यूक्रेन के साथी देशों को तगड़ा झटका, कब्जाए 800 हवाई जहाज, कंपनियों के उड़े होश!
NMEO-Oilseeds के फायदे
-
NMEO-Oilseeds न केवल किसानों को समर्थन देगा, बल्कि देश में खाद्य तेलों के उत्पादन को भी बढ़ावा देगा. इससे कृषि क्षेत्र में बड़ा बदलाव आएगा.
-
खाद्य तेलों के लिए टिकाऊ कृषि पद्धतियों को भी बढ़ावा मिलेगा. किसान बड़ी संख्या में इन फसलों को उगाने में रूचि दिखाएंगे.
-
इस मिशन का उद्धेश्य तिलहन उत्पादन को बढ़ावा देना और खाद्य तेलोें में आत्मनिर्भरता को हासिल करना है.
-
मिशन के तहत 2024-25 से 2030-31 तक सात साल की अवधि में 10,103 करोड़ रुपये का फंड खर्च किया जाएगा.
-
मिशन का लक्ष्य प्राथमिक तिलहन उत्पादन को 39 मिलियन टन (2022-23) से बढ़ाकर 2030-31 तक 69.7 मिलियन टन करना है.
ये भी पढ़ें: आखिर Pakistan में क्या कर रहा है भारत का भगौड़ा Zakir Naik, दोनों देशों के बीच बढ़ेगा तनाव?