अपने प्यार के लिए पाकिस्तान से भारत आई सीमा हैदर का नाम आज हर किसी की जुबान पर है. भारतीय कानून के मुताबिक गलत तरीके से देश में एंटर करने जुर्म में गिरफ्तार की गई सीमा एटीएस के निशाने पर है. यूपी एटीएस ने सोमवार को ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा से उठाया और अपने साथ ले गई. भारतीय कानून के मुताबिक गलत तरीके से देश में एंटर करने जुर्म में गिरफ्तार की गई सीमा को कोर्ट से जमानत मिली हुई है. वहीं दूसरी तरफ सीमा के पूर्व पति गुलाम हैदर के लगातार मीडिया के सामने आकर सीमा के पाकिस्तान आर्मी से कनेक्शन वाली बात कहने से जांच एजेंसियों के कान खड़े हो गए. सुरक्षा एजेंसियां लगातार सीमा से जुड़े मामले की तफ्तीश कर रही है. जांच एजेंसियां इस बात की भी जांच कर रही है कि सीमा सच में सचिन के प्यार में ही भारत आई है या फिर इसके पीछे कोई हनीट्रैप है? चलिए आपको बताते हैं सचिन और सीमा के प्यार की ये कहानी शुरू कहां से होती है.
सचिन और सीमा की प्रेम कहानी शुरू होती है मोबाइल फोन पर ऑनलाइन खेले जाने वाली गेम पबजी से. ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा कस्बे के मीणा ठाकुरान मोहल्ले का रहने वाला 24 साल का सचिन सिर्फ आठवीं तक पढ़ा है. कोरोना से पहले तक वो इसी कस्बे में एक परचून की एक दुकान पर काम करता था. लेकिन कोरोना काल में वो दुकान बंद हो गईं, अब खाली बैठा सचिन मोबाइल पर पबजी गेम खेलता. सितंबर 2020 में गेम खेलने के दौरान ही उसका कॉन्टैक्ट पाकिस्तान के कराची की रहने वाली सीमा हैदर से हुआ. दोनों साथ मिलकर गेम खेलते, दोनों अपना-अपना माइक्रोफोन ऑन करके रखते और घंटों बातचीत भी करते. ऐसा बताया जा रहा है कि सचिन और सीमा गेमिंग के दौरान रोजाना तीन-चार घंटे तक एक दूसरे के संपर्क में रहते.
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2019 में गुलाम हैदर छोड़कर चला गया अरब
सचिन की जहां शादी नहीं हुई थी, वहीं सीमा हैदर पहले से शादीशुदा थी और उसके चार बच्चे हैं. सीमा का कहना है कि वो बलूच है और दक्षिणी पाकिस्तान के खैरपुर में रिंद हाजानो गांव की रहने वाली है. सीमा की तीन बहनें और एक भाई है. उसका भाई पाकिस्तानी सेना में है. वहीं उसने मात्र पांचवी क्लास तक की पढ़ाई की है. मात्र 12 साल की उम्र में ही सीमा की मां की मौत हो गई थी. सीमा के अनुसार, साल 2014 में 17 साल की उम्र में परिवार वालों ने उसकी शादी गुलाम हैदर जखरानी के साथ कर दी. बकौल सीमा उसकी ये शादी जबरदस्ती की गई थी. शादी के बाद सीमा और गुलाम कराची चले गए. उसकी बहनें और पिता भी आसपास ही रहने लगे. उनका 2016 में पहला बेटा फरहान और बाद में तीन बेटियां फरवा, फरिहा और फराह पैदा हुए. साल 2019 में गुलाम हैदर काम करने के लिए सऊदी अरब चला गया और वो घर पर अकेले रह गई. उस समय वो अपनी सबसे छोटी बेटी की देखभाल में लगी रहती थी.
सोशल मीडिया पर सचिन से हुई दोस्ती प्यार में बदल गई
इसके बाद मार्च 2020 में कोविड फैला और सबका घरों से निकलना बंद हो गया. इस दौरान सीमा घंटों मोबाइल पर टिक टॉक देखती और वीडियो बनाती थी. इसी दौरान उसने मोबाइल पर पहले कैंडी क्रश गेम और उसके बाद पबजी खेलना शुरू किया. पबजी ने उसे गेम खेलने के साथ ही दुनियाभर के लोगों के बात करने की आजादी भी दी. इस दौरान उसके संपर्क में कई लोग आए. उनमें सचिन से उसकी खास दोस्ती हो गई. सीमा ने उसे बच्चों से वीडियो कॉल पर मिलवाया. जब किसी वजह से सीमा उससे फोन पर बात नहीं कर पाती थी, तो उसके भाई को कॉल करती थी. सीमा बताती है कि एक बार उससे सचिन की कॉल मिस हो गई, इससे वो इतना नाराज हुआ कि उसने अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट से ब्लॉक कर दिया. उसका नंबर भी ब्लॉक कर दिया. उसे मनाने के लिए सीमा ने अपनी बाईं कलाई काट ली. कटी हुई कलाई की फोटो जब उसने सचिन के भाई को दिखाई, तब जाकर उसने उसे अनब्लॉक किया.
नेपाल के रास्ते भारत में ऐसे एंटर हुई सीमा
इस बीच दिसंबर 2020 में सीमा के पिता की मौत हो गई. सचिन उससे मिलकर सांत्वना देना चाहता था. इसके लिए उन्होंने गदर फिल्म के बारे में आपस में बात की कि कैसे तमाम बाधाओं के बीच भी भारत में रहने वाला लड़का पाकिस्तान में रहने रही लड़की से मिलता है. इसलिए उन्होंने भी सभी कठिनाइयों के बीच मिलने का फैसला किया. सीमा के अनुसार उसने अपना पासपोर्ट बनवाया और फरवरी 2023 में भारतीय वीजा के लिए अप्लाई किया. लेकिन उसे वीजा नहीं मिल पाया और फिर उन्होंने नेपाल में मिलने का फैसला किया. सचिन ने 8 मार्च को कश्मीरी गेट से काठमांडू के लिए बस पकड़ी. उधर, सीमा ने शारजाह होते हुए काठमांडू के लिए फ्लाइट ली. 10 मार्च को दोनों काठमांडू पहुंच गए. सबसे पहले दोनों ने गदर फिल्म देखी और अगले दिन पशुपतिनाथ मंदिर में शादी कर ली. एक हफ्ते तक वे काठमांडू में पति-पत्नी की तरह रहे. सीमा ने अपनी मांग में सिंदूर लगाकर फोटो खिंचवाई और इंस्टाग्राम पर वीडियो अपलोड किए. इसके बाद वो हमेशा के लिए सचिन के पास आने के लिए पाकिस्तान लौट गई.
यहां से सीमा के हमेशा के लिए भारत में एंटर करने की असली कहानी की शुरुआत होती है. कराची लौटने पर सीमा ने सबसे पहले अपना घर बिकवाने के लिए बात की. सीमा के पति गुलाम हैदर का दावा है कि ये घर उसने सीमा के नाम पर खरीदा था. सीमा ने अपना घर 12 लाख पाकिस्तानी रुपये में बेच दिया. अब उसने दुबई के रास्ते काठमांडु जाने के लिए टिकट लिए.
10 मई को सीमा ने अपने चार बच्चों के साथ नेपाल की राजधानी काठमांडू की फ्लाइट पकड़ ली. काठमांडू पहुंचकर उसने पोखरा के लिए वैन ली और वहां से 15000 रुपये में दिल्ली के लिए एक एक प्राइवेट बस में अपने और बच्चों के चार टिकट बुक किए. उसे डर था कि कहीं वो पकड़ी न जाए. खासतौर पर उसे अपने बच्चों के छिन जाने का डर था. बस में कंडक्टर ने उससे आईडी मांगी, जो उसके पास नहीं थी. सीमा को पता था कि वो फंस सकती है, इसलिए उसने इसकी पहले से तैयारी कर रखी थी. उसने कंडक्टर को अपना नाम सीमा और पति का नाम सचिन मीणा बताया. उसने खुद को रबूपुरा की रहने वाली बताया और अपने बच्चों के नाम प्रियंका, मुन्नी और परी बताए. सीमा ने कंडक्टर को बताया कि उसके पति ठाकुर हैं, और वो ठकुराइन. बस फिर कंडक्टर ने कुछ नहीं पूछा और वो दिल्ली पहुंच गई. दिल्ली पहुंचने के बाद सीमा ने यूपी के जेवर के लिए बस पकड़ी और ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा में फलेदा कट पर अपने बच्चों के साथ उतर गई, पूरे रास्ते के दौरान सीमा सचिन के संपर्क में रही. इसलिए फलेदा कट पर सीमा को सचिन खड़ा मिला.
सचिन ने सीमा और उसके बच्चों के लिए सारी तैयारी कर रखी थी. उसने अपने घर से थोड़ी दूरी पर किराए पर एक कमरा ले लिया था. उसने सीमा को बुलंदशहर से बताया और बच्चों को खुद का अपना बताया. इस कमरे में सीमा और सचिन करीब डेढ़ महीने तक साथ रहे. दिन में सचिन परचून की दुकान पर काम करता था, शाम को अपने माता-पिता वाले घर पर रहता और रात को सीमा के पास आ जाता था, लेकिन थोड़े दिन बाद सीमा को अपने बच्चों की पढ़ाई की चिंता होने लगी. उसे बच्चों का स्कूल में दाखिला करवाना था जिसके लिए पहचान पत्र बनवाना जरूरी था. लेकिन उसके लिए शादी का कानून प्रमाण होना जरूरी है. अब सीमा और सचिन ने 29 जून को बुलंदशहर में एक वकील से मुलाकात की. सचिन ने वकील से कहा कि वो मुस्लिम महिला से शादी करना चाहता है. इस पर वकील ने कहा कि स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत इसमें कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन जब उसने सीमा के दस्तावेज देखे तो उनमें पाकिस्तानी पासपोर्ट देखकर दंग रह गया. उसने तुरंत पुलिस को जानकारी दी.
जमानत पर हैं सीमा-सचिन
अगले दिन रबूपुरा की एक कॉलोनी में जब तक पुलिस उन्हें पकड़ने पहुंचती, सचिन और सीमा बच्चों को साथ वहां से निकल चुके थे. दोनों को पुलिस ने पलवल के रास्ते में बल्लभगढ़ में पकड़ लिया गया. दो दिनों तक पूछताछ के बाद सीमा, सचिन और उसके पिता नेत्रपाल को पुलिस ने पासपोर्ट और विदेशी अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर लिया. बच्चे भी जेल में सीमा के साथ ही रहे. हालांकि एक दिन बाद उनके वकील ने जमानत के लिए जेवर सिविल कोर्ट में अर्जी दी. कोर्ट ने पहले सचिन के पिता नेत्रपाल और अगले दिन 8 जुलाई को सीमा और सचिन को भी जमानत दे दी. कोर्ट ने कहा कि दोनों अपना पता न बदलें और ना ही देश छोड़कर कहीं जाएं. सीमा ने सचिन के पैतृक घर का पता दे रखा था, तो दोनों जमानत के अगले दिन से फिर पैतृक घर में आ गए. जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद खुद सचिन का भाई अपनी कार से सभी को लेकर घर आया. इसके बाद से सीमा और सचिन लगातार मीडिया की सुर्खियों में बने हुए हैं और रोजाना सीमा से जुड़ी नई-नई खबरें सामने आ रही है. अब पुलिस इस बात की जांच में जुटी है कि क्या सीमा सच में सचिन के प्यार के लिए ही पाकिस्तान से भागकर यहां आई है या फिर इसके पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई या पाक सेना की कोई साजिश है?
नवीन कुमार (ये लेखक के निजी विचार हैं)