What is Symbiosexuality: सेक्सुअलिटी (Sexuality) इंसानों के जीवन का एक अहम हिस्सा है. इससे पता चलता है कि हम खुद को किस प्रकार देखते हैं और दूसरों के साथ किस प्रकार से फिजिकल रिलेशन यानी यौन संबंध रखते हैं. हेट्रोसेक्सुअल, होमोसेक्सुअल, और बायोसेक्सुअल के बारे में आपने काफी पढ़ा, लिखा और सुना भी होगा, लेकिन क्या आप सिम्बायोसेक्सुअलिटी के बारे में जानते हैं. अगर नहीं, तो चलिए हम आपको बताते हैं.
ये भी पढ़ें: दिल्ली की वो लड़की, जो बनीं Miss India… जिसके Scandal ने हिला दी थी सरकार!
किस ने की सिम्बायोसेक्सुअलिटी की खोज?
-
सिएटल यूनिवर्सिटी के एक्सपर्ट्स ने एक नई तरह की सेक्युअलिटी की खोज की है, जिसे उन्होंने सिम्बायोसेक्सुअलिटी नाम दिया है.
-
इसको लेकर आर्काइव्स ऑफ ह्यमून बिहेवियर में एक अहम स्टडी छपी है, जिसको लिखने में डॉक्टर सैली जॉनसन की बड़ी भूमिका है.
ये भी पढ़ें: Deepfake की चपेट में 500 कॉलेज, सैकड़ों छात्राओं की फैलाईं ‘वैसी’ तस्वीरें, पूरे कांड को जान हिल जाएंगे आप!
क्या है सिम्बायोसेक्सुअलिटी?
सिम्बायोसेक्सुअलिटी - यौन संबंधों से जुड़ा एक टर्म है. यह एक नए तरीके का यौन आकर्षण है, जो फिलहाल विदेशों में अधिक देखा जा रहा है. इसने ह्यूमन अट्रैक्शन और उसकी इच्छाओं की हमारी पारंपरिक समझ को ही बदलकर रख दिया है. इसमें लोग किसी एक व्यक्ति के बजाय पहले से प्यार में डूबे कपल को देखकर आकर्षित होते हैं. प्यार करने का ये तरीका बेहद अलग है.
सरल शब्दों में समझें तो जब कोई तीसरा युवक/युवती किसी एक शख्स के प्रति नहीं, बल्कि पहले से प्यार में पड़े कपल की तरफ आकर्षित होते हैं. उस कपल के प्यार को देखकर उस तीसरे शख्स को सेक्सुअल एनर्जी मिलती है. साथ ही वह शख्स भावनात्मक, शारीरिक और यौन आकर्षण महसूस करता है, तो इसे सिम्बायोसेक्सुअलिटी कहा जाता है.
ये भी पढ़ें: Love Story: गर्लफ्रेंड के लिए इस शख्स ने लांघी पाकिस्तानी सरहद, जानें फिर क्या हुआ...?
स्टडी में बताया गया है कि खुद को सिम्बायोसेक्सुअल मानने वाले ज्यादातर लोग बहुत ज्यादा इंटिमेट, एक्सट्रोवर्ट और केयरिंग हो सकते हैं. ऐसे में लोगों में जलन की भावना कम होती है. वहीं कुछ रिपोर्ट्स में बताया गया है कि ऐसे लोग फीलिंग, इमोशन या फिर रिस्पॉन्सबिलिटी लेने के नजरिए से नहीं बल्कि अपना काम निकालने या फिर पर्सनल इंटररेस्ट साधने के लिए यौन संबंध बनाते हैं.
उदाहरण के लिए, मान लीजिए कोई महिला है. वह अपना या फिर अपने परिवार का खर्च उठा पाने में सक्षम नहीं है. वह किसी ऐसे शादीशुदा शख्स से संबंध बनाती है, जिससे ना तो उसको कोई शारारिक लगाव, ना ही मानसिक लगाव और ना ही वो उससे प्यार करती है, लेकिन फिर भी वो उसके साथ सेक्स करती है, सिर्फ इसलिए कि वो उसका खर्चा उठाता है. यह बात पुरुषों पर भी लागू होती है.
ये भी पढ़ें: Anti-Rape Device: अब रेप किया तो खैर नहीं, डॉक्टर ने बनाया एंटी-रेप कंडोम, इतना है खतरनाक!