Bangladesh Crisis: तख्तापलट के बाद बांग्लादेश (Bangladesh Coup) में भले ही अंतरिम सरकार का गठन हो गया, लेकिन देश में राजनीतिक अस्थिरता अभी भी जारी है. पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत में रहने को मजबूर हैं. लेकिन उनके करीबियों को बांग्लादेश में चुन-चुनकर टारगेट किया जा रहा है. अब नेशनल टेलीकम्युनिकेशन मॉनिटरिंग सेंटर (NTMC) के महानिदेशक रहे मेजर जनरल जियाउल अहसन को हत्या के आरोप में अरेस्ट किया गया है. आइए जानते हैं कि कौन है जियाउल अहसन, जिनको सैकड़ों लोगों की हत्या और गायब करने का ‘मास्टरमाइंड’ बताया जाता है.
कौन हैं जियाउल अहसन? (Who is Ziaul Ahsan)
जियाउल अहसन बांग्लादेश सेना के में टू-स्टार आर्मी मेजर जनरल थे. 5 अगस्त को शेख हसीना सरकार के पतन के एक बाद उनको पद से बर्खास्त कर दिया गया था. शेख हसीना के शासन के दौरान सबसे प्रभावशाली सैन्य अधिकारियों में से एक थे और उन्हें शेख हसीना का बहुत ही करीबी माना जाता था. रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछली अवामी लीग सरकार के दौरान बर्खास्त जियाउल अहसन (Ziaul Ahsan Arrested) कई अपराधों में लिप्त थे. उन्हें सैकड़ों हत्याओं और गुमशुदगी के 'मास्टरमाइंड' के रूप में जाना जाता है. वह कम समय में ही देश की खूफिया एजेंसी NTMC के DG जनरल बन गए. आरोप है कि विरोधी लोगों की हत्या और गुमशुदगी के कारण उनको जल्दी प्रमोशन मिला.
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अहसन को क्यों किया गया अरेस्ट?
पुलिस ने बताया कि जियाउल अहसन को एक खुफिया इनपुट के आधार पर ढाका खिलखेत इलाके (Khilkhet area) में न्यू मार्केट पुलिस स्टेशन के मर्डर के एक मामले में गिरफ्तार किया गया है. बांग्लादेश के इतिहास में हत्या के आरोप में अरेस्ट होने वाले वह पहले मेजर जनरल हैं. एक इंग्लिश वेबसाइट के अनुसार, मामले से परिचित लोगों ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि उनको हाल ही में हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान हुई झड़पों के दौरान स्ट्रीट वेंडर शाहजहां अली की हत्या के सिलसिले में अरेस्ट किया गया. इस मामले में पूर्व कानून मंत्री अनीसुल हक (Anisul Haq) और पूर्व सलाहकार सलमान एफ रहमान (Salman F Rahman) को भी अरेस्ट किया गया है.
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आर्मी चीफ ने अहसन को किया था बर्खास्त
बांग्लादेश के आर्मी चीफ जनरल वकर उज-जमान ने एनटीएमसी के डायरेक्टर जियाउल अहसन को बर्खास्त कर दिया था. इसके बाद उनकी जगह पर मेजर जनरल एएसएम रिदवानुर रहमान को एनटीएमसी (NTMC) का नया डायरेक्टर जनरल बनाया था. तख्तापलट के बाद सेना के पदानुक्रम में बड़े बदलाव का हिस्सा था.
बता दें कि अहसन मार्च 2017 में एनटीएमसी के निदेशक और फिर 2022 में महानिदेशक (DG) बनाया गया था. यह भी आरोप है कि हसीना के शासन ने अपने विरोधियों, असंतुष्टों और अधिकारियों पर निगरानी रखने के लिए NTMC का दुरुपयोग किया. दूसरे शब्दों में इसे जासूसी करना भी कहा जा सकता है.
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क्या है NTMC? (What is NTMC)
नेशनल टेलीकम्युनिकेशन मॉनिटरिंग सेंटर (NTMC) बांग्लादेश की एक नेशनल लेवल की खुफिया एजेंसी है, जो मुख्य रूप से फोन टैपिंग और सोशल मीडिया की निगरानी के लिए जिम्मेदार है. इसके अलावा NTMC डाटा मॉनिटर्निंद, क्लेक्टिंग और रिकॉर्डिग इन्फॉर्मेशन का भी काम करती है. साथ ही एजेंसी फोन कॉल, ईमेल और सोशल मीडिया अकाउंट्स की भी निगरानी करती है.
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