Jain Community is protesting against Jharkhand Government over Shri Sammed Shikharji: जैन समाज गुस्से में है. श्वेतांबर हों या दिगंबर, सभी जैन लोग इस बात से नाराज हैं कि झारखंड सरकार ने उनके सबसे पवित्र तीर्थ स्थल को पर्यटन स्थल घोषित कर दिया है. झारखंड सरकार ने फैसले में ये भी कहा है कि सम्मेद शिखरजी स्थल पवित्र तीर्थ स्थान है. दरअसल, केंद्र सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी किया था, जिसमें सम्मेद शिखरजी ( Sammed Shikharji ) को इको-टूरिज्म प्लेस के तौर पर चिन्हित किया गया था. इसके बाद झारखंड सरकार के मुख्य सचिव ने भी नोटिफिकेशन जारी करके इस पर मुहर लगा दी. लेकिन अब पूरा जैन समाज ( Jain Community ) इस बात का विरोध कर रहा है कि सम्मेद शिखरजी ( Sammed Shikharji ) को पर्यटन स्थल क्यों घोषित किया गया. जैन समाज की मांग है कि सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल की जगह तीर्थ स्थल घोषित किया जाए.
देश के कोने-कोने में विरोध प्रदर्शन
जैन समाज के लोगों ने देश के हर राज्य में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया है. दिल्ली के इंडिया गेट पर हजारों की भीड़ ने जोरदार प्रदर्शन किया, तो मुंबई से लेकर अहमदाबाद हो या भोपाल. हर तरफ जैन समाज के लोगों ने जोरदार प्रदर्शन किया है. अहमदाबाद की सड़क पर जैन समाज के एक लाख लोगों ने अपना शक्ति-प्रदर्शन किया. एक लाख लोगों ने दस किलोमीटर तक मार्च निकाला. हाथों में तख्तियां थीं, जिन पर लिखा था कि जैन समाज कम है कमजोर नहीं है. वहीं, दिल्ली में हजारों की भीड़ इंडिया गेट पर पहुंची. उनके हाथों में झंडे और पोस्टर बैनर थे. महारैली को रोकने के लिए पुलिस को बैरिकेड लगाने पड़े. तो मुंबई में भी कुछ ऐसी ही तस्वीर देखने को मिली. इसके अलावा जैन समाज के लोगों ने आदिनाथ की चरण पादुकाओं को खंडित करने वालों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की मांग की है. बता दें कि शत्रुंजय पर्वत गुजरात के पालीताणा में है. शत्रुंजय पर्वत को जैन धर्म में सम्मेद शिखरजी के बाद दूसरा सर्वाधिक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल माना जाता है.
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क्यों सबसे पवित्र तीर्थ स्थल है सम्मेद शिखरजी?
सम्मेद शिखरजी ( Shri Sammed Shikharji ) तीर्थ स्थल पारसनाथ की पहाड़ियों ( Parasnath Hills ) में स्थित है. ये झारखंड का सबसे ऊंचा पहाड़ भी है. सम्मेद शिखर जी को जैन समाज का सबसे पवित्र तीर्थ स्थल माना जाता है. कहते हैं कि जैन समाज के 24 में से 20 तीर्थांकरों ने यहीं पर मोक्ष प्राप्ति की थी. इस स्थान को दिगंबर जैन के साथ ही श्वेताम्बर जैन भी बेहद पवित्र मानते हैं. जैन धर्म के तीर्थराज के रुप में इसकी मान्यता है. श्री सम्मेद शिखर तीर्थ झारखंड के गिरिडीह में है.
HIGHLIGHTS
- जैन समाज का देश व्यापी प्रदर्शन
- सम्मेद शिखरजी तीर्थ स्थल को लेकर प्रदर्शन
- झारखंड सरकार ने घोषित किया है पर्यटन स्थल