अप्रैल में कोरोना संक्रमण के मामलों में नए सिरे से उछाल आने के बाद दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने मास्क प्रतिबंध फिर से लागू कर दिए थे. हालांकि अब डीडीएमए ने सुझाव दिया है कि त्योहारी सीजन के मद्देनजर 15 अक्टूबर 2022 तक ही मास्क (Face Mask) पहनना जरूरी रहेगा. जाहिर है इसके साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने पर लगाया जाने वाले 500 रुपए जुर्माने का प्रावधान भी निष्प्रभावी हो जाएगा. साथ ही लोगों में इसका डर भी खत्म हो जाएगा. डीडीएमए के इस सुझाव के बाद डॉक्टरों और स्वास्थ्य कमिर्यों के एक खेमे ने चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि मास्क नहीं पहनने की वजह से कोरोना संक्रमण (Corona Epidemic) के मामलों में फिर से उछाल आ सकता है.
आखिर आप क्यों नहीं छोड़ें मास्क पहनना
विशेषज्ञों के मुताबिक कोरोना संक्रमण के मामले अब कम हो रहे हैं. ऐसे में जब तक कोविड-19 का कोई नया स्ट्रेन सामने नहीं आता है, संक्रमण के मामलों में तेजी आने की कोई संभावना नहीं है. इसके बावजूद मास्क पहनने के कई महती कारण बरकरार रहेंगे. साल के इस समय जब मौसम बदल रहा होता है तो कई अन्य तरह के वायरल संक्रमण की आशंका बढ़ जाती है. ऐसे में मास्क आपको इनसे बचाएगा. आने वाले दिनों में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने की शत-प्रतिशत आशंका है, ऐसे में मास्क प्रदूषण की वजह से आपको बीमार पड़ने से भी बचाएगा. इसके अतिरिक्त मास्क कोरोना संक्रमण की आशंका तो कम करेगा ही. भले ही कोरोना संक्रमण की फिलवक्त तेजी पकड़ने की दूर-दूर तक आशंका नहीं है.
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क्या मास्क पहनने से मिल रही छूट आपकी चिंता बढ़ा रही
किसी शख्स को भी घर से बाहर निकलते वक्त मास्क पहनने के लिए सरकारी आदेश का इंतजार नहीं करना चाहिए. आमजन होने के नाते नियमित तौर पर मास्क पहनने के पीछे के कारणों से आपका जागरूक रहना जरूरी है. मास्क न सिर्फ कोरोना संक्रमण से हमें बचाता है, बल्कि फ्लू या अन्य वायु जनित बीमारियों से भी हमारा बचाव करता है.
वे स्वास्थ्य जोखिम क्या हैं, जिनके लिए मास्क पहनना जरूरी
गौरतलब है कि सर्दी के मौसम में वायु प्रदूषण बढ़ जाता है. ऐसे में प्रदूषण के दुष्परिणामों में लोगों में बार-बार होने वाला फेफड़ों का संक्रमण शामिल है. खासकर अस्थमा, सीओपीडी, कैंसर के मरीजों, ट्रांसप्लांट वाले मरीज, दिल के रोगी, किडनी की बीमारी से जूझ रहे लोगों और अन्य के लिए तो बढ़ता प्रदूषण जानलेवा साबित हो सकता है. साल के इस समय कई लोग वायरल इंफेक्शन की चपेट में आ जाते हैं. ऐसे में चेहरे पर मास्क सुनिश्चित करेगा कि खांसी या छींक से वायरस को फैलने का अवसर नहीं मिले.
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कोविड-19 से बच्चों पर क्या है ज्यादा खतरा
बच्चे तरह-तरह की एलर्जी, वायरल इंफेक्शन और कोविड-19 के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं. ऐसे में मास्क से ढंका उनका चेहरा इन बीमारियों का खतरा कम करेगा. इसके अलावा जिन लोगों की शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है या जो किसी तरह की मेडिकल कंडीशन से जूझ रहे हैं, उन्हें भी मास्क जरूर पहनना चाहिए. मास्क उनके लिए सुरक्षा कवच का काम करेगा और उन्हें एलर्जी फैलाने वाले कणों से सीधे संपर्क में आने से रोकेगा.
कोविड-19 से जुड़ी ताजा जानकारी से रहें अपडेट
मास्क पहनने के क्या फायदे हैं, इस बात के सबसे सशक्त तरीके से प्रचार-प्रसार के लिहाज से मीडिया बेहतरीन माध्यम है. मीडिया ही जागरूकता लाता है और कोविड-19 के प्रसार के वक्त लोगों को सावधान रहने पर मजबूर कर देता है. हाल ही में चीन के शिनजियांग क्षेत्र में फिर कोरोना फैलने की वजह से लगाए गए दोबारा प्रतिबंधों और लॉकडाउन ने चिंता बढ़ा दी है. इससे कोविड के नए वैरिएंट और उसके भारत तक पहुंचने की आशंका भी बढ़ गई है. अतः कोविड-19 से जुड़ी खबरों और तथ्यों के प्रति जागरूक रहें और मास्क पहनना बंद नहीं करें.
HIGHLIGHTS
- डीडीएमए ने 15 अक्टूबर तक ही मास्क पहनने का दिया सुझाव
- इसके बावजूद मास्क इस मौसम में कई बीमारियों से बचाएगा
- सर्दी में बढ़ते प्रदूषण से जुड़ी बीमारियों में बनेगा सुरक्षा कवच